चंडीगढ़, 29 मई: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज कुरुक्षेत्र में आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के उद्घाटन अवसर पर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जिन लोगों ने 55 वर्षों तक देश पर शासन किया, उन्होंने किसानों की वास्तविक जरूरतों को कभी गंभीरता से नहीं समझा। उनकी सरकारों ने केवल सत्ता का सुख भोगा और किसानों की दशा को नजरअंदाज किया।
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस पार्टी की नीतियों के कारण ही आज़ादी के बाद के दशकों में भारतीय किसान असुरक्षित, उपेक्षित और तकनीक से दूर रहा। वहीं वर्ष 2014 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली, तब से किसानों के लिए एक नए युग की शुरुआत हुई। उन्होंने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें योजनाओं से जोड़ने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से लैस करने की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किए।
एमएसपी के आंकड़ों ने खोली कांग्रेस की पोल
मुख्यमंत्री श्री सैनी ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से जुड़े आंकड़े साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में किसानों को जितना लाभ नहीं मिला, उससे तीन गुना अधिक सहयोग केवल 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दिया गया।
उन्होंने बताया कि:
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कांग्रेस शासन में कुल 7.41 लाख करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में दिए गए, जबकि
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मोदी सरकार ने 10 वर्षों में 23.61 लाख करोड़ रुपये किसानों के खातों में भेजे।
मुख्यमंत्री ने गेहूं, दाल, तिलहन और कपास जैसी प्रमुख फसलों के एमएसपी संबंधी आंकड़ों को विस्तार से साझा किया:
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गेहूं पर कांग्रेस ने 2.56 लाख करोड़ रुपये दिए, वहीं मोदी सरकार ने 5.65 लाख करोड़ रुपये।
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दालों पर कांग्रेस का खर्च 1,900 करोड़, जबकि मोदी सरकार ने 98,000 करोड़ रुपये दिए।
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तिलहन पर कांग्रेस ने 9,000 करोड़, और मोदी सरकार ने 65,000 करोड़ रुपये किसानों को दिए।
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कपास, खोपरा और जूट पर कांग्रेस ने 26,000 करोड़, और मोदी सरकार ने 1.33 लाख करोड़ रुपये का एमएसपी प्रदान किया।
इन आँकड़ों के माध्यम से मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर किसानों को भ्रमित करने और गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब चुनाव नज़दीक आते हैं, तो कांग्रेस एमएसपी खत्म होने जैसे झूठे बयान देकर किसानों को डराने का प्रयास करती है, जबकि सच यह है कि मोदी सरकार ने एमएसपी को हर साल बढ़ाया और किसानों को लाभ पहुंचाया।
हरियाणा बना किसानों के लिए उदाहरण
मुख्यमंत्री ने हरियाणा सरकार की पहल का भी उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य देश का पहला ऐसा प्रदेश बना है, जिसने किसानों की सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने का निर्णय लिया। किसानों को बाजार की अनिश्चितता से बचाने के लिए भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई, जिसके अंतर्गत 111 करोड़ रुपये किसानों को भुगतान किया गया।
इसके साथ ही, ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ योजना के माध्यम से हरियाणा के 20 लाख किसानों को 6,563 करोड़ रुपये की राशि उनके खातों में सीधे भेजी गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 10 सीजन में 12 लाख किसानों को एमएसपी पर फसल खरीद कर 1.48 लाख करोड़ रुपये का भुगतान ई-खरीद पोर्टल से किया गया।
मुआवजे में भी ऐतिहासिक सुधार
मुख्यमंत्री श्री सैनी ने कांग्रेस के शासनकाल में मिलने वाले मुआवजों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसानों को आपदा के समय 2-2 रुपये और 5-5 रुपये के चैक दिए जाते थे। जबकि आज हमारी सरकार ने मुआवजे की राशि को यथार्थपरक और सम्मानजनक बनाया है। उन्होंने बताया कि:
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कांग्रेस सरकार ने 10 वर्षों में केवल 1,155 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया,
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जबकि वर्तमान सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 15,145 करोड़ रुपये किसानों को मुआवजे के रूप में दिए।
हाल ही में लगी आग में किसानों की फसलें जलने के कारण प्रभावित किसानों को 30,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया गया – यह दर्शाता है कि राज्य सरकार हर परिस्थिति में किसानों के साथ खड़ी है।
“मैं भी किसान का बेटा हूँ” – CM सैनी की भावनात्मक अपील
मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि वे स्वयं एक किसान परिवार से आते हैं और खेतों में काम कर चुके हैं। उन्हें किसानों की पीड़ा और मेहनत दोनों का एहसास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक किसान के बेटे को मुख्यमंत्री बनाकर किसानों का सम्मान बढ़ाया है।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि किसानों को गुमराह करने वाली राजनीति का जवाब काम से दिया जाए। जो सरकार जमीन पर काम कर रही है, वही सच्चे अर्थों में किसान हितैषी कही जा सकती है।