चंडीगढ़, 16 मई: भारत में झुलसाती गर्मी से राहत देने के लिए जहां मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है, वहीं समुद्र की गहराई से एक और बड़ा खतरा उभरता दिखाई दे रहा है— चक्रवात ‘शक्ति’। बंगाल की खाड़ी में बन रहा यह तूफानी सिस्टम अगर पूरी ताकत से सक्रिय होता है, तो यह न सिर्फ भारत के पूर्वी तटीय क्षेत्रों, बल्कि पड़ोसी देश बांग्लादेश को भी अपनी चपेट में ले सकता है। इसकी वजह से भारी वर्षा, तेज हवाएं और बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका है।
कहां और कैसे बन रहा है चक्रवात ‘शक्ति’?
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, 16 से 18 मई के बीच अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती सिस्टम बनने की प्रबल संभावना है। अगर यह सिस्टम और अधिक सघन होता है, तो 22 मई तक यह कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसके बाद 23 से 28 मई के बीच यह पूर्ण रूप से विकसित होकर एक चक्रवात का रूप ले सकता है, जिसे ‘शक्ति’ नाम दिया गया है।
अभी इस चक्रवात की सटीक दिशा और रफ्तार के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन मौसम विभाग इसकी गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, भारतीय मौसम विभाग (IMD) और संबंधित एजेंसियां पहले से ही सतर्क हो गई हैं।
मानसून के साथ मिलकर कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
13 मई को ही मानसून ने दक्षिणी अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है। ये एक ऐतिहासिक पल है क्योंकि पिछले सात सालों में पहली बार मानसून इतनी जल्दी पहुंचा है। लेकिन इसी दौरान चक्रवात ‘शक्ति’ की आशंका ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
यदि यह चक्रवात पूरी तरह सक्रिय होता है, तो इसके असर से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, बाढ़ और जन-धन के नुकसान की स्थिति बन सकती है।
किन राज्यों में मौसम रहेगा बदला-बदला सा?
चक्रवात और मानसून के इस संभावित मेल की वजह से देश के कई हिस्सों में अचानक मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
उत्तर भारत के राज्यों जैसे:
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दिल्ली
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पंजाब
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हरियाणा
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राजस्थान
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हिमाचल प्रदेश
यहां तेज हवाओं के साथ गरज-चमक और बारिश होने की संभावना है।
वहीं दक्षिण और मध्य भारत के हिस्सों में भी बदलाव के संकेत नजर आ रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
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केरल
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कर्नाटक
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तमिलनाडु
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छत्तीसगढ़
इन इलाकों में प्री-मानसून बारिश शुरू हो सकती है।
IMD की चेतावनी: तटीय क्षेत्रों में रहने वालों के लिए जरूरी सलाह
भारतीय मौसम विभाग ने स्पष्ट रूप से तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट पर रहने की सलाह दी है। यदि आप इन इलाकों में रहते हैं या वहां यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो नीचे दी गई बातों का पालन जरूर करें:
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मौसम विभाग की आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें, अफवाहों से दूर रहें।
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कोई भी यात्रा बहुत सोच-समझकर प्लान करें।
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घरों में जरूरी वस्तुएं जैसे पानी, सूखा खाना, दवाइयां, पावर बैंक, टॉर्च आदि स्टोर करके रखें।
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स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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समुद्र के नजदीक या कमजोर संरचना वाले इलाकों में सतर्क रहें।
चक्रवात ‘शक्ति’ से कौन से क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं?
मौसम विभाग और विशेषज्ञों के मुताबिक, यह चक्रवात जिन इलाकों पर सबसे ज्यादा असर डाल सकता है, वे हैं:
भारत में:
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ओडिशा के तटीय जिले
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पश्चिम बंगाल के समुद्र से सटे इलाके
बांग्लादेश में:
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खुलना
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चटगांव
इन क्षेत्रों में जन-जीवन प्रभावित हो सकता है और प्रशासन को सतर्कता बरतने की जरूरत है।
क्या आने वाले दिनों में तस्वीर होगी साफ़?
हां, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में तूफान की दिशा, गति और प्रभाव को लेकर ज्यादा स्पष्टता आ जाएगी। लेकिन जब तक यह जानकारी सामने नहीं आती, तब तक लोगों से सतर्क रहने और पूरी तैयारी करने की अपील की गई है।