कुछ स्थानों पर चेहरे और झंडे बदल गए हैं, कुछ स्थानों पर मै

Election Board: पिछले पांच साल में Haryana की राजनीति में कई उतार-चढ़ाव आए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार Haryana की राजनीति का चेहरा पूरी तरह से बदल गया है. 2019 में बिछाई गई शतरंज की बिसात के कई मोहरे इस बार पाला बदल चुके हैं और दूसरे झंडे थाम चुके हैं.

2019 में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कई दिग्गज नेता अब एक ही पार्टी में रहकर तालमेल बिठा रहे हैं. राज्य की दस लोकसभा सीटों में से कुछ जगहों पर पार्टी ने अपना चेहरा बदल लिया है, तो कुछ जगहों पर चेहरों ने ही पार्टी बदल ली है. इसके अलावा कई नेता इस वक्त क्षेत्र बदलने की तैयारी में हैं. राजनीति की यह धुंधली तस्वीर अगले कुछ दिनों में साफ हो जायेगी.

ताजा घटनाक्रम के मुताबिक, अगर हम सिरसा की ही बात करें तो यहां BJP ने मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता डॉ. अशोक तंवर को मैदान में उतारा है. पिछली बार भी तंवर यहां से Congress प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे. पांच साल बाद वह कमल निशान के साथ जनता के बीच हैं. इस बार वह अपनी पुरानी पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.

कुछ ऐसे ही समीकरण हैं हिसार के. यहां से मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह BJP छोड़कर Congress में शामिल हो गए हैं और इस बार वह BJP को टक्कर देते नजर आ सकते हैं. पिछली बार Congress प्रत्याशी रहे भव्य बिश्नोई अब BJP के टिकट पर आदमपुर से विधायक बन गए हैं.

कुछ दिन पहले तक गठबंधन के आधार पर सरकार में डिप्टी CM थे JJP नेता Dushyant Chautala, 2019 के लोकसभा चुनाव में वह हिसार से JJP के उम्मीदवार थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर JJP अभी तक कोई फैसला नहीं ले पाई है. अभी तक यह तय नहीं है कि Dushyant यहां से दोबारा मैदान में उतरेंगे या नहीं.

करनाल से मौजूदा सांसद संजय भाटिया की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद BJP ने उनका टिकट काट दिया और इस सीट पर दोबारा कमल खिलाने की जिम्मेदारी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Manohar Lal को सौंपी है.

कुरूक्षेत्र से BJP सांसद Nayab Saini को मुख्यमंत्री बनाकर BJP ने यहां भी अपना चेहरा बदलने की तैयारी कर ली है. यहां से नवीन जिंदल की पत्नी शालू जिंदल को BJP से टिकट मिलने की चर्चा है. नवीन जिंदल Congress के टिकट पर दो बार कुरूक्षेत्र से सांसद रह चुके हैं.

इसके अलावा नवीन जिंदल के पिता ओपी जिंदल और मां सावित्री जिंदल भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 2019 में Jai bhagwan Sharma DD ने JJP के टिकट पर कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन अब वह BJP में शामिल हो गए हैं.

पिछली बार सोनीपत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा BJP प्रत्याशी रमेश कौशिक से हार गये थे। JJP नेता दिग्विजय चौटाला भी यहां कोई करिश्मा नहीं दिखा सके. इस बार BJP यहां से अपना चेहरा बदलने की तैयारी में है.

फरीदाबाद से Congress प्रत्याशी रहे अवतार सिंह भड़ाना एक बार फिर BJP में शामिल होने की कोशिश में हैं. वहीं, यहां से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार नवीन जयहिंद ने अब खुद को राजनीति से दूर कर लिया है। हालांकि चर्चा है कि इस बार BJP उन्हें रोहतक से टिकट दे सकती है.

2019 के चुनाव में Congress प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा को हुड्डा के गढ़ रोहतक में BJP के डॉ. अरविंद शर्मा ने हरा दिया था, लेकिन इस बार BJP ने अभी तक डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट नहीं दिया है. पिछली बार भी उन्हें आखिरी वक्त पर टिकट दिया गया था और वे Congress में जाने की तैयारी कर रहे थे. इस बार अगर BJP ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह Congress के टिकट पर करनाल से चुनाव लड़कर समीकरण बिगाड़ सकते हैं.

हालांकि ऐसी अटकलें हैं कि BJP उन्हें सोनीपत भेज सकती है.

भिवानी-महेंद्रगढ़ में BJP ने फिर से धर्मबीर सिंह पर दांव खेला है, जबकि Congress में श्रुति चौधरी और राव दान सिंह के बीच कड़ी टक्कर है. अंबाला में रतनलाल कटारिया के निधन के बाद BJP ने उनकी पत्नी बंतो कटारिया को मैदान में उतारा है.

2019 में लोकसभा उम्मीदवारों का विवरण

लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवारों की संख्या

अम्बाला 18
कुरूक्षेत्र24
करनाल 16
सिरसा 20
हिसार 26
भिवानी-महेंद्रगढ़ 21
सोनीपत 29
रोहतक 18
गुरूग्राम24
फ़रीदाबाद 27

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