चंडीगढ़, 27 मई: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज पंचकूला की धरती से योग, स्वास्थ्य और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में कई क्रांतिकारी घोषणाएं कर एक नई दिशा देने का काम किया है। योग महोत्सव 2025 के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक ओर जहाँ ‘सूर्य नमस्कार अभियान’ के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया, वहीं दूसरी ओर योग सहायकों, प्राकृतिक चिकित्सकों और आम नागरिकों के हित में कई प्रभावशाली योजनाओं की घोषणा की।
दुर्घटना में मृत्यु पर योग सहायकों के परिवार को ₹3 लाख की सहायता
सबसे मानवीय पहलू में से एक यह रहा कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सेवा के दौरान यदि किसी आयुष योग सहायक की मृत्यु दुर्घटनावश हो जाती है, तो उसके परिजनों को मुख्यमंत्री ऐच्छिक कोष से तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह घोषणा न केवल सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि उन सैकड़ों योग सहायकों को आश्वस्त भी करती है जो समाज के स्वास्थ्य के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं।
योग और प्राकृतिक चिकित्सकों का होगा विधिवत पंजीकरण
मुख्यमंत्री श्री सैनी ने यह भी बताया कि अब योगाचार्यों और प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञों का पंजीकरण किया जाएगा, जिससे उन्हें एक वैधानिक पहचान मिल सकेगी। इस प्रक्रिया की शुरुआत वर्ष 2025 से ही की जाएगी, जिससे इन परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को और अधिक मान्यता और सम्मान मिल सकेगा।
स्कूल शिक्षा में योग, खेल और जीवन कौशल होंगे पाठ्यक्रम का हिस्सा
शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार अब योग को केवल अतिरिक्त गतिविधि नहीं बल्कि मुख्यधारा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएगी। उन्होंने बताया कि पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए योग, खेल और अन्य जीवन कौशल विषयों की परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी, जिससे विद्यार्थी इन क्षेत्रों को भी गंभीरता से लें और अपने जीवन में उतार सकें।
264 प्रतिभागियों को किया सम्मानित, ‘सूर्य नमस्कार 2025’ अभियान में उत्कृष्ट योगदान
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘सूर्य नमस्कार 2025’ अभियान में विशिष्ट प्रदर्शन करने वाले 264 प्रतिभागियों को मंच पर सम्मानित किया। यह अभियान स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी से शुरू होकर महर्षि दयानंद सरस्वती की जयंती 12 फरवरी तक चला था, जिसमें पूरे प्रदेश से 46 लाख लोगों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने इस अभियान को हरियाणा की संस्कृति, अनुशासन और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रतीक बताया।
आयुष विभाग में पारदर्शिता के लिए लॉन्च किए तीन डिजिटल पोर्टल
संचालन में पारदर्शिता लाने और विभागीय कार्यों को डिजिटाइज़ करने की दिशा में मुख्यमंत्री ने तीन नए पोर्टल – ई-मार्केटप्लेस, आयुष औषधि इन्वेंट्री, और ई-लाइसेंसिंग पोर्टल – लॉन्च किए। इनसे न केवल औषधीय पौधों की खरीद-फरोख्त और स्टॉक प्रबंधन पारदर्शी होगा, बल्कि आयुर्वेदिक औषधियों के लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया भी सरल और तेज हो सकेगी।
भारत को बनाएंगे ‘योग गुरु’, प्रधानमंत्री के संकल्प को बताया पथदर्शक
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस ऐतिहासिक प्रयास को याद किया, जिसके फलस्वरूप 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि योग आज केवल एक व्यायाम पद्धति नहीं, बल्कि एक जीवन दृष्टिकोण बन चुका है, जो भारत को फिर से ‘विश्व गुरु’ की भूमिका में स्थापित कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “योग अब पार्ट ऑफ लाइफ नहीं रहा, यह वे ऑफ लाइफ बन गया है।”
हरियाणा बनेगा स्वास्थ्य में मॉडल राज्य, 6500 गांवों में खुलेंगी व्यायामशालाएं
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 6500 गांवों में व्यायामशालाएं खोलने का लक्ष्य रखा है, जिनमें से 714 का निर्माण पूर्ण हो चुका है और 877 योग सहायकों की नियुक्ति की जा चुकी है।
योग शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु 25,000 सरकारी शिक्षकों को योग प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। इसके साथ ही, कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान और झज्जर में पीजी योग संस्थान की स्थापना जैसे प्रयास, हरियाणा को आयुष क्षेत्र में अग्रणी बना रहे हैं।
आयुष्मान भारत के तहत अपग्रेड हो रहे आयुर्वेदिक औषधालय
मुख्यमंत्री ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक 506 आयुर्वेदिक औषधालयों को ‘आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ में अपग्रेड किया गया है और 126 योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति भी की जा चुकी है।
पुस्तक और पत्रिका विमोचन के साथ समापन
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने लेखिका मधु पंडित की ध्यान-आधारित पुस्तक “द डेली पॉज़” और हरियाणा योग आयोग द्वारा प्रकाशित ‘योग साधना से विश्व कल्याण’, ‘सूर्य नमस्कार विशेषांक’ तथा एक स्मारिका का विमोचन भी किया।
योग केवल परंपरा नहीं, पहचान है – मंत्री आरती सिंह राव
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं हरियाणा की आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि योग भारत की प्राचीनतम और बहुमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है। उन्होंने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के रूप में यह आयोजन एक प्रेरणास्रोत साबित होगा।
योग को वैश्विक स्तर पर ले जाने की दिशा में हरियाणा अग्रणी – डॉ. जयदीप आर्य
हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य ने सुझाव दिया कि हरियाणा से योग सहायकों और प्रशिक्षकों को विदेशों में भेजने के लिए योजनाएं बनाई जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा ऐसा पहला राज्य है जिसने योग को स्कूल पाठ्यक्रम में औपचारिक रूप से शामिल किया है।