WTC Final से बाहर भारत! BCCI को बड़ा झटका, अगले 6 साल तक फाइनल मैच की मेज़बानी नहीं करेगा भारत!

चंडीगढ़, 14 जून: भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह खबर किसी झटके से कम नहीं। दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट बाजार और सबसे प्रभावशाली बोर्ड माने जाने वाले BCCI की तमाम कोशिशों के बावजूद, भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की मेज़बानी का मौका नहीं मिलने जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने संकेत दिए हैं कि आगामी तीन WTC फाइनल मुकाबले, यानी 2025, 2027 और 2029 के फाइनल भी इंग्लैंड में ही खेले जाएंगे। यदि यह निर्णय औपचारिक रूप से लागू हो जाता है, तो भारत को कम से कम 2031 तक इंतजार करना होगा।

8 साल और इंतज़ार करेगा भारत?

WTC का पहला फाइनल 2021 में खेला गया था, दूसरा 2023 में। और अब जब तीसरे (2025) फाइनल की जगह लॉर्ड्स घोषित हो चुकी है, तो अगली तीनों फाइनल मैचों को इंग्लैंड में ही कराए जाने की तैयारी ICC कर रही है।

यह औपचारिक घोषणा जुलाई 2025 में सिंगापुर में होने वाली ICC की एनुअल मीटिंग में की जा सकती है। यदि यह फाइनल हो गया, तो भारत को WTC फाइनल की मेज़बानी के लिए 2031 तक इंतज़ार करना होगा।

BCCI की कोशिशें नाकाम – क्यों नहीं मानी गई भारत की बात?

BCCI पिछले छह वर्षों से ICC से लगातार यह आग्रह कर रहा है कि भारत को भी एक WTC फाइनल की मेज़बानी दी जाए। भारत में:

  • दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम (जैसे नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद),

  • करोड़ों की टेस्ट क्रिकेट फैनबेस,

  • और मजबूत आयोजन क्षमता

जैसे कई कारण मौजूद होने के बावजूद, ICC ने भारत के प्रस्तावों को हर बार नजरअंदाज किया है।

इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि जय शाह, जो BCCI के पूर्व सचिव और अब ICC के चेयरमैन हैं, उनकी मौजूदगी में भी भारत को वरीयता नहीं दी गई।

अब तक कहां-कहां हुए हैं WTC फाइनल मुकाबले?

  1. WTC 2021 Final
    📍 स्थान: साउथैम्प्टन, इंग्लैंड
    ⚔️ टीमें: भारत बनाम न्यूज़ीलैंड

  2. WTC 2023 Final
    📍 स्थान: द ओवल, लंदन
    ⚔️ टीमें: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया

  3. WTC 2025 Final (अपकमिंग)
    📍 स्थान: लॉर्ड्स, लंदन
    ⚔️ संभावित टीमें: ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका (रिपोर्ट्स के अनुसार)

हर बार ICC ने मेज़बानी के लिए इंग्लैंड को ही प्राथमिकता दी है, जिससे यह लगभग WTC फाइनल का “स्थायी ठिकाना” बनता जा रहा है।

तो क्या वजह है इंग्लैंड को लगातार प्राथमिकता देने की?

ICC ने बार-बार इंग्लैंड को मेज़बानी सौंपने के पीछे कुछ मुख्य कारण बताए हैं:

  • पारंपरिक टेस्ट क्रिकेट का मजबूत आधार – इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट की जन्मभूमि मानी जाती है।

  • जून में अपेक्षाकृत स्थिर मौसम – अन्य देशों की तुलना में कम बारिश और अधिक क्रिकेट-फ्रेंडली वातावरण

  • अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इन्फ्रास्ट्रक्चर – लॉर्ड्स, ओवल और एजेस बाउल जैसे स्टेडियम पूरी तरह ICC के मानकों पर खरे उतरते हैं।

लेकिन सवाल यह है कि क्या ये तर्क 21वीं सदी की क्रिकेट वास्तविकता के साथ मेल खाते हैं?

फैंस और एक्सपर्ट्स में नाराज़गी क्यों बढ़ रही है?

भारत दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बाजार है। टेस्ट, ODI और T20—तीनों फॉर्मेट्स में करोड़ों की दर्शक संख्या, अति आधुनिक स्टेडियम और सफल आयोजन की रिकॉर्ड क्षमता के बावजूद भारत को लगातार नजरअंदाज करना सिर्फ एक तकनीकी फैसला नहीं, बल्कि कई लोगों की नजर में यह रणनीतिक पक्षपात है।

पूर्व क्रिकेटर, विशेषज्ञ और फैंस सोशल मीडिया पर इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं। वे इसे BCCI की डिप्लोमैटिक विफलता के तौर पर देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे ICC की पुरानी सोच और भौगोलिक पक्षपात मानते हैं।