DAIS की टीमों ने रचा इतिहास, FTC वर्ल्ड रोबोटिक्स चैम्पियनशिप 2025 भारत के नाम!

चंडीगढ़, 22 अप्रैल: भारत की युवा प्रतिभा ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर अपना लोहा मनवाया है। धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (DAIS) की दो रोबोटिक्स टीमों — टीम मैट्रिक्स और टीम यूरेका — ने अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित FIRST टेक चैलेंज (FTC) वर्ल्ड रोबोटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में अद्भुत प्रदर्शन करते हुए देश को गौरवान्वित किया।

इतिहास में पहली बार, विश्व फाइनल में दो भारतीय टीमें आमने-सामने थीं — और दोनों एक ही स्कूल से थीं! टीम मैट्रिक्स ने अंतिम मुकाबले में विजयी होकर न सिर्फ प्रतियोगिता का खिताब जीता, बल्कि भारत के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज कर दिया।

30+ देशों की 256 टीमों के बीच भारत अव्वल

ह्यूस्टन में आयोजित इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 30 से अधिक देशों की 256 शीर्ष चयनित टीमों ने भाग लिया। इस चुनौतीपूर्ण टूर्नामेंट में DAIS की टीम मैट्रिक्स पूरे समय अजेय रही और फाइनल में 541 अंकों का शानदार स्कोर बनाकर खिताब अपने नाम किया। इसके साथ ही उन्होंने थिंक अवॉर्ड में दूसरा स्थान भी हासिल किया। वहीं, टीम यूरेका ने कनेक्ट अवॉर्ड जीतकर अपना कौशल और टीम भावना का लोहा मनवाया।

🇮🇳 राष्ट्रीय स्तर से वैश्विक मंच तक का प्रेरणादायक सफर

भारत में आयोजित FTC के राष्ट्रीय दौर में भी दोनों टीमों ने अपने रोबोटिक्स कौशल और रणनीतिक सोच से कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। DAIS का रोबोटिक्स प्रोग्राम वर्ष 2018 में शुरू हुआ था और मात्र सात वर्षों में इसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर दिया है।

नीता अंबानी का गर्व से भरा संदेश

स्कूल की संस्थापक चेयरपर्सन नीता एम. अंबानी ने इस असाधारण उपलब्धि पर गहरी खुशी जताते हुए कहा:

“यह DAIS और पूरे भारत के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से दो हमारी स्कूल की हैं और वे फाइनल में आमने-सामने रहीं — यह बहुत ही अनोखी और ऐतिहासिक बात है। टीम मैट्रिक्स की जीत न सिर्फ स्कूल बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा है। छात्रों ने यह दिखाया है कि सपनों को साकार करने की हिम्मत और लगन हो तो कुछ भी संभव है। उन्होंने हमारे स्कूल के आदर्श वाक्य ‘Dare to Dream, Learn to Excel’ को साकार कर दिखाया है।”

नीता अंबानी ने शिक्षकों, प्रशिक्षकों, अभिभावकों और सभी सहयोगियों का भी आभार जताया जिनके समर्पण और समर्थन से यह सपना साकार हुआ।

DAIS का मिशन: टेक्नोलॉजी में भारत का भविष्य बनाना

DAIS ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारतीय छात्र तकनीक, विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखते हैं। रोबोटिक्स प्रोग्राम का यह सफर न केवल स्कूल के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन चुका है।

भविष्य में DAIS और भी विद्यार्थियों को STEM (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित) की दुनिया में नए आयाम छूने के लिए तैयार करता रहेगा।