Mahila udymiyon ki sarahna – पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज मोगा में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में भाग लिया और समाज में महिलाओं की प्रभावशाली भूमिका को उजागर किया।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल एक सामाजिक आवश्यकता नहीं,
बल्कि समग्र समाज की प्रगति और विकास के लिए आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने आई.एस.एफ. कॉलेज में सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज की महिलाएं न केवल घर-परिवार तक सीमित हैं,
बल्कि वे समाज में बदलाव लाने के लिए अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
उन्होंने भारतीय महिलाओं, विशेष रूप से पंजाबी महिलाओं की सराहना की
और उन्हें समाज में सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को प्रोत्साहित करने का श्रेय दिया।
Mahila udymiyon ki sarahna – अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा
भगवंत सिंह मान ने कहा, “आज महिलाएं सिर्फ घर का काम नहीं करतीं,
बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा करने में भी भूमिका निभा रही हैं।
यह समय है कि हम महिलाओं को हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए अधिक से अधिक अवसर प्रदान करें।”
महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए
मुख्यमंत्री ने विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार महिलाओं के लिए विभिन्न पहलें लेकर आई है,
जिनसे उनका आर्थिक और सामाजिक स्तर बढ़ सके।
Mahila udymiyon ki sarahna – एम.एन.सी. ग्रांट थॉर्नटन की सराहना
मुख्यमंत्री ने एम.एन.सी. ग्रांट थॉर्नटन की सराहना की,
जिन्होंने महिलाओं के आय में औसतन 40 प्रतिशत की वृद्धि कर महिलाओं के सशक्तिकरण में योगदान दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के लिए ड्रोन पायलटिंग जैसे नए क्षेत्रों में उनकी क्षमता बढ़ाने के प्रयास समाज में महिलाओं की स्थिति को और सशक्त करेंगे।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को उच्च शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उनका कहना था कि जब महिलाओं को सही अवसर मिलते हैं, तो वे अपने सपनों को साकार कर सकती हैं।
महिलाएं राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान
पंजाब की महिला उद्यमियों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उनके प्रयासों में पूरी तरह से समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि महिलाएं राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं
और सरकार इस योगदान को और बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
भगवंत सिंह मान ने यह भी कहा कि महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को वैश्विक बाजार में स्थान दिलाने के लिए एक सुव्यवस्थित मंच की आवश्यकता है।
उनका सपना है कि पंजाब की महिलाएं फुलकारी जैसे पारंपरिक उत्पादों को दुनिया भर में प्रमोट करें और उनकी अर्थव्यवस्था में एक नया योगदान दें।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को सिलाई मशीनें प्रदान की हैं, जिससे वे स्कूल की वर्दी बना रही हैं।
इस प्रयास के परिणामस्वरूप महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं
और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर रही हैं।
अग्रणी राज्य बनाने का भी संकल्प
मुख्यमंत्री ने राज्य के पुरानी शान को बहाल करने और पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने का भी संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है,
और अब तक 50,000 सरकारी नौकरियां इस दिशा में दी जा चुकी हैं।
अकाली नेताओं पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने कर्मों का भुगतान सभी को करना पड़ता है।
उन्होंने सुखबीर सिंह बादल पर आरोप लगाया कि वह सच्चाई से भाग रहे हैं
और उन्होंने कभी उन पापों के लिए माफी नहीं मांगी, जिनका वह दावा करते हैं।
इससे पहले, कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने भी मुख्यमंत्री की सराहना की
और महिला सशक्तिकरण के मद्देनजर की गई पहल को महत्वपूर्ण बताया।