MH370 plane: 8 मार्च 2014 को एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया।
8 मार्च को मलेशियाई एयरलाइंस MH370 की उड़ान के लापता होने की घटना इतिहास के सबसे बड़े रहस्यों में से एक बन चुकी है।
इस उड़ान में 239 लोग सवार थे, जिनमे 227 यात्री, 10 फ्लाइट अटेंडेंट, एक अनुभवी पायलट और एक ट्रेनी पायलट शामिल थे।
इन लोगों में ज्यादातर लोग चीन के नागरिक थे, और यह फ्लाइट कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए रवाना हुई थी।
लेकिन जैसे ही फ्लाइट हिंद महासागर के एक विशाल क्षेत्र में पहुंचा, वह अचानक गायब हो गया। इसके बाद शुरू हुई
खोज अभियान की महाकविता, जब लाखों किलोमीटर की जांच की गई लेकिन फ्लाइट का कोई सुराग नहीं मिला।
MH370 plane के गायब होने की पहेली एक रहस्य
जनवरी 2017 में, ऑस्ट्रेलिया के नेतृत्व में हुई खोज को रद्द कर दिया गया, जो अब तक की सबसे बड़ी और महंगी खोज थी।
इसके बावजूद, MH370 के गायब होने की पहेली एक रहस्य बनी रही।
इस बीच, कई थ्योरीज़ और अटकलें सामने आईं, लेकिन फ्लाइट का वास्तविक स्थान अभी तक अनजान ही रहा।
हाल ही में, इस रहस्य को सुलझाने की दिशा में एक नई उम्मीद जगी है। बता दे की तस्मानिया के वैज्ञानिकों ने दावा किया है
कि उन्होंने MH370 के संभावित स्थान को सटीक रूप से पहचान लिया है।
पायलट-इन-कमांड के होम सिम्युलेटर और पेनांग हवाई अड्डे के डेटा के आधार पर, उन्होंने एक ऐसा स्थान खोज निकाला है,
जिसे पहले FBI और अन्य अधिकारियों ने अप्रासंगिक मानकर खारिज कर दिया था।
विज्ञान द्वारा सुलझाया गया MH370 का रहस्य
वैज्ञानिकों ने अपनी खोज को “विज्ञान द्वारा सुलझाया गया MH370 का रहस्य” शीर्षक वाली पोस्ट में साझा किया।
उनका कहना है कि इस स्थान को अब उच्च प्राथमिकता के साथ खोजा जाना चाहिए।
उनका दावा है कि पिछली खोजों की विफलता का कारण यह था
कि वे इस संभावित स्थान पर ध्यान नहीं दे पाईं। वैज्ञानिकों के अनुसार,
उनके द्वारा प्रस्तुत ट्रैक और डेटा के आधार पर, यह स्पष्ट हो गया है कि MH370 कहाँ है।
इसके अतिरिक्त, वैज्ञानिकों ने MH370 के संभावित नुकसान का आकलन करने के लिए तुलनात्मक अध्ययन भी किया।
उन्होंने MH370 के पंखों, फ्लैपों और फ्लैपरॉन की तुलना 15 जनवरी 2009 को हडसन नदी पर हुई दुर्घटना से की,
जिसमें एक यू.एस. एयरवेज का विमान पक्षी से टकरा गया था।
इस तुलनात्मक विश्लेषण से उन्होंने विमान के संभावित व्यवहार और उसके नुकसान के बारे में मूल्यवान जानकारी प्राप्त की।
MH370 के रहस्य को सुलझाने की उम्मीद
नए संभावित स्थान की खोज ने एक बार फिर से MH370 के रहस्य को सुलझाने की उम्मीद जगाई है।
हालांकि, यह निर्णय अब आधिकारिक निकायों पर निर्भर है कि वे इस क्षेत्र में खोज जारी करेंगे या फिर नहीं। अगर इस नए स्थान पर खोज की जाती है,
तो यह MH370 फ्लाइट के लापता होने की पहेली को सुलझाने में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
इस प्रकार, वैज्ञानिकों की नई खोज ने एक नई उम्मीद की किरण पेश की है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि
भविष्य में इस रहस्य को सुलझाने की दिशा में क्या कदम उठाए जाते हैं।
MH370 की गुमशुदगी की कहानी अब भी कई सवालों का जवाब तलाश रही है,
और इस नए प्रयास से उम्मीद है कि इसका रहस्य जल्द ही उजागर हो सकेगा।