चंडीगढ़, 18 जून: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली है और समूचे प्रदेश में वातावरण में नमी के साथ-साथ ठंडक भी बढ़ गई है। राज्य के कई हिस्सों में तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में मौसम और भी उग्र रूप धारण कर सकता है।
विशेष रूप से चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में आज तेज़ तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। हवाओं की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। इसके साथ ही, विभाग ने 20 से 25 जून के बीच भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। ऐसा माना जा रहा है कि 20 जून के आसपास मानसून हिमाचल प्रदेश में दस्तक दे सकता है, और यह आगमन सामान्य समय से पहले हो सकता है।
यह बदलाव एक ओर किसानों के लिए सुखद संकेत लेकर आया है क्योंकि इससे खेतों को समय पर पानी मिल सकेगा, वहीं दूसरी ओर शहरी इलाकों में जलभराव और यातायात की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
पहाड़ों पर बर्फ, मैदानों में पानी का कहर
मंगलवार को हिमाचल प्रदेश का मौसम पूरी तरह से बदला हुआ नज़र आया। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई, जिसमें बारालाचा, कुंजुम और रोहतांग दर्रे प्रमुख रहे। इन इलाकों में गिरती बर्फ के कारण तापमान में तेजी से गिरावट आई और पर्यटक स्थलों की सुंदरता में भी इजाफा हुआ।
इसके विपरीत, शिमला, हमीरपुर और ऊना जैसे मैदानी इलाकों में भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया। पानी घरों में घुस आया, जिससे आम नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
सोलन जिले के बद्दी में भी सड़कों पर भारी जलभराव देखा गया, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हुई। यह स्थिति मानसून पूर्व तैयारियों की पोल खोलती नज़र आई।
बारिश के आंकड़ों ने किया चौंकाया
बीते 24 घंटों में हुई वर्षा के आँकड़ों पर नज़र डालें तो यह साफ़ हो जाता है कि प्रदेश ने इस बार असाधारण वर्षा का सामना किया है:
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रायपुर मैदान (ऊना): 130.2 मिमी
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बड़सर (हमीरपुर): 90 मिमी
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बल्द्वाड़ा: 62 मिमी
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कसौली: 52 मिमी
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शिमला: 46 मिमी
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भुंतर: 41 मिमी
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बिलासपुर: 40 मिमी
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नेरी: 35 मिमी
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शिलारू: 30 मिमी
इन भारी वर्षा के कारण प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है।
ठंडी हवाओं ने बदली तापमान की दिशा
बारिश और बर्फबारी के चलते कई जगहों पर अधिकतम तापमान में 11 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। कुछ प्रमुख स्थानों की स्थिति इस प्रकार है:
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भुंतर (कुल्लू): तापमान में 11.4°C की गिरावट
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मनाली: 8.6°C की गिरावट
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धर्मशाला, कल्पा, सुंदरनगर, सोलन, नारकंडा: 7.5°C की गिरावट
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बिलासपुर व हमीरपुर: 6°C की गिरावट
इसके बावजूद ऊना में अधिकतम तापमान 32.8°C दर्ज किया गया, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक रहा। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है, जिससे रातें अधिक ठंडी महसूस हो रही हैं।
प्रशासन और नागरिकों के लिए चेतावनी
इस मौसम परिवर्तन ने जहां एक ओर किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है, वहीं दूसरी ओर शहरी इलाकों में जल निकासी और आपात सेवाओं की कमी ने प्रशासन को भी चुनौती में डाल दिया है।
स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से समय रहते निपटा जा सके। साथ ही, पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त करें।