चंडीगढ़, 2 मई: भारत के मनोरंजन जगत के सबसे बड़े आयोजनों में शुमार ‘वेव्स समिट’ (World Audio-Visual and Entertainment Summit) के दूसरे दिन हरियाणा पवेलियन ने पूरी तरह से दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस चार दिवसीय आयोजन में हरियाणा की कला, संस्कृति, विरासत और फिल्म नीतियों का जीवंत प्रदर्शन लोगों को आकर्षित कर रहा है।
इस आयोजन में हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री केएम पांडुरंग के मार्गदर्शन में तैयार हरियाणा पवेलियन, देशी और विदेशी मेहमानों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन गया है। श्री पांडुरंग खुद भी अधिकारियों और कलाकारों के साथ मौजूद रहकर आगंतुकों का स्वागत कर रहे हैं, जो पवेलियन को और अधिक जीवंत बनाता है।
‘हरियाणवी दादी’ बनी स्टार, विदेशी मेहमान भी हुए मुरीद
पवेलियन की सबसे खास बात वह दृश्य है, जब हरियाणवी परंपरागत वेशभूषा में दो महिला कलाकार रिसेप्शन पर आगंतुकों का हाथ जोड़कर “राम-राम” के साथ स्वागत करती हैं। वहीं, प्रवेश द्वार पर बैठी ‘हरियाणवी दादी’ का जीवन्त स्टैच्यू — जो आशीर्वाद देने की मुद्रा में है — हर व्यक्ति को रुकने और तस्वीर खिंचवाने पर मजबूर कर देता है।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों और विदेशी मेहमानों तक, सभी ‘दादी’ के पास रुकते हैं, सेल्फी लेते हैं और सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा करते हुए हरियाणवी संस्कृति के सौंदर्य की तारीफ करते नहीं थकते।
फिल्म नीति बनी निर्माता-निर्देशकों की पसंद
हरियाणा पवेलियन में केवल संस्कृति ही नहीं, बल्कि राज्य की फिल्म नीति (Haryana Film Policy) भी चर्चा का विषय बनी रही। देशभर से आए फिल्म निर्माता और निर्देशक हरियाणा में शूटिंग को लेकर उत्साहित दिखे। उन्होंने पवेलियन में उपस्थित विभागीय अधिकारियों से फिल्म शूटिंग पर मिलने वाली सब्सिडी, अनुमतियों की प्रक्रिया, स्थानीय कलाकारों की भागीदारी और सहूलियत भरी नीति की जानकारी ली।
हरियाणा सरकार की यह नीति, न केवल राज्य को फिल्म निर्माण का नया केंद्र बना रही है, बल्कि स्थानीय युवाओं और कलाकारों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोल रही है।
पवेलियन में प्रदर्शित योजनाएं बनीं जागरूकता का माध्यम
हरियाणा पवेलियन की खास बात यह भी रही कि यहां केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का विस्तृत प्रदर्शन भी किया गया। शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, जल संरक्षण, खेल प्रोत्साहन और औद्योगिक निवेश जैसी योजनाओं को डिजिटल डिस्प्ले, वीडियो प्रेजेंटेशन और इनफोग्राफिक्स के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
हरियाणा ने रचा संस्कृति, संभावनाओं और संवाद का संगम
इस समिट के माध्यम से हरियाणा ने साबित किया है कि वह केवल कृषि और खेलों का प्रदेश नहीं, बल्कि कला, मीडिया और फिल्म निर्माण में भी उभरता हुआ केंद्र बन रहा है। पवेलियन में राज्य के लोक नृत्य, संगीत, और कला प्रदर्शन भी दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बने रहे।