पंजाब Vigilance Bureau (वी. बी.) ने अमृतसर जिले में हुए बहु-करोड़पति धान घोटाले में वांछित भगौड़े (पी. ओ.) Gulshan Jain को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
अदालत ने गुलशन जैन को वर्ष 2019 में भगौड़ा घोषित किया था।
Vigilance Bureau : गिरफ़्तारी की जानकारी
विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि गुलशन जैन को एफ. आई. आर. संख्या 44, दिनांक 05.04.2018 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
यह मामला पुलिस थाना जंडियाला गुरु (अमृतसर ग्रामीण) में भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया है,
जिसमें 406, 409, 420, 467, 468, 471, और 120-बी शामिल हैं।
इसके अलावा, भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम 1988 की धारा 13 (1) (डी) और 13 (2) के तहत भी मामला दर्ज है।
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घोटाले की विस्तृत जानकारी
जांच में सामने आया है कि वीरू मल्ल मुल्क राज राइस मिल के निदेशकों/मालिकों, जो गुलशन जैन के परिवारिक सदस्य हैं,
समेत कुल 10 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
आरोप है कि इन लोगों ने राज्य सरकार की खरीद एजेंसियों से लगभग 33.6 करोड़ रुपये की कीमत के धान में हेराफेरी और गबन किया।
प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में कई खाद्य, सिविल सप्लाई
और उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है
और उनके खिलाफ अदालत में चालान पेश किया गया है।
उच्च न्यायालय के निर्देश
Gulshan Jain समेत पांच आरोपियों को साल 2019 में भगौड़ा करार दिया गया था।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने 03.07.2024 को जैन को 30.09.2024 तक संबंधित अदालत में समर्पण करने का आदेश दिया था।
इस आदेश के अनुसार, ए. आई. जी., आर्थिक अपराध विंग ने इमीग्रेशन ब्यूरो को सूचित किया था।
Gulshan Jain : गिरफ्तारी की प्रक्रिया
गुलशन जैन को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, नई दिल्ली से सी. बी. आई. द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
विजीलैंस ब्यूरो ने उसका प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के बाद इस मामले में गुरुवार को उसे गिरफ्तार किया है।
अदालत ने आरोपी का 5 दिन का पुलिस रिमांड दिया है,
जिसके अंतर्गत आगे की जांच की जाएगी।