UPI का धमाका! लेन-देन का रिकॉर्ड टूटा, भारत बना डिजिटल पेमेंट्स का बादशाह!

चंडीगढ़, 2 अप्रैल: भारत में डिजिटल पेमेंट्स का जो क्रांति चल रही है, उसमें UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। मार्च 2025 के आंकड़े बताते हैं कि UPI के जरिए कुल 24.77 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है!

UPI की बढ़ती ताकत: आंकड़ों के साथ खुलासा

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, UPI ट्रांजैक्शंस का ग्रोथ रेट बेहद शानदार रहा है। पिछले 11 महीनों से हर महीने UPI के जरिए ₹20 लाख करोड़ से ज्यादा का लेन-देन हुआ है।

🔹 सालाना तुलना: मार्च 2024 के मुकाबले इस साल 25% की जबरदस्त वृद्धि हुई है।
🔹 लेन-देन की संख्या: 36% की बढ़ोतरी के साथ मार्च में कुल 18.3 बिलियन ट्रांजैक्शंस (यानी 1830 करोड़) दर्ज किए गए हैं।

तिमाही प्रदर्शन: रिकॉर्ड-ब्रेकिंग नंबर

जनवरी से मार्च 2025 के दौरान UPI ट्रांजैक्शंस का कुल मूल्य 70.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल की इसी अवधि से 24% ज्यादा है।

💡 दैनिक औसत लेन-देन: ₹79,903 करोड़, जो फरवरी के मुकाबले 1.9% अधिक है।
💡 लेन-देन की संख्या: 2.6% की बढ़ोतरी देखी गई है।
💡 प्रति ट्रांजैक्शन औसत मूल्य: ₹1,353.6, यह दर्शाता है कि लोग अब छोटे लेकिन बार-बार लेन-देन कर रहे हैं।

क्या UPI की यह बढ़त इसी तरह जारी रहेगी?

UPI की सफलता की कहानी यहां रुकने वाली नहीं है। सरकार, NPCI और फिनटेक कंपनियों के लगातार प्रयासों से आने वाले महीनों में यह आंकड़ा और भी ऊंचाई छू सकता है। भारत डिजिटल पेमेंट्स के मामले में जल्द ही वैश्विक बेंचमार्क सेट करने के लिए तैयार है।

तो तैयार हो जाइए, क्योंकि डिजिटल इंडिया का भविष्य और भी उज्ज्वल दिख रहा है!