भारत में बन रहे 15 नए एक्सप्रेसवे: यात्रा होगी तेज, कनेक्टिविटी बेहतर!

चंडीगढ़, 3 मार्च: भारत में तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत सरकार 15 प्रमुख एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है, जिससे देश के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय घटेगा और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। ये हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे उत्तर भारत, दक्षिण भारत, पश्चिमी और पूर्वी भारत को आपस में जोड़ेंगे।

आइए जानते हैं इन 15 प्रमुख एक्सप्रेसवे के बारे में, जो जल्द ही वाहनों के लिए खुलने वाले हैं।

15 प्रमुख एक्सप्रेसवे और उनकी वर्तमान स्थिति

1. दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 650 किमी | लेन: 4
स्थिति: आंशिक रूप से खुला, शेष निर्माण जारी
फायदा: दिल्ली से कटरा की यात्रा 12 घंटे से घटकर 6 घंटे होगी।

2. अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 109 किमी | लेन: 4
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन (SIR) को तेजी से जोड़ेगा।

3. अहमदाबाद-थराद एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 214 किमी | लेन: 6
स्थिति: भूमि अधिग्रहण जारी
फायदा: गुजरात के औद्योगिक क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी।

4. गंगा एक्सप्रेसवे (मेरठ-प्रयागराज) (UPEIDA)

लंबाई: 594 किमी | लेन: 6
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: यूपी के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों को जोड़ेगा।

5. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (UPEIDA)

लंबाई: 91 किमी | लेन: 4
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से गोरखपुर को जोड़ेगा।

6. बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 261 किमी | लेन: 4
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: बैंगलोर से चेन्नई तक का सफर 7 घंटे से घटकर 4 घंटे होगा।

7. चित्तूर-थैचूर एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 116 किमी | लेन: 6
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

8. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 210 किमी | लेन: 6
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: दिल्ली से देहरादून की यात्रा 6 घंटे से घटकर 2.5 घंटे होगी।

9. रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 465 किमी | लेन: 6
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच संपर्क मजबूत होगा।

10. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 519 किमी | लेन: 4
स्थिति: भूमि अधिग्रहण जारी
फायदा: यूपी और पश्चिम बंगाल के बीच कनेक्टिविटी सुधरेगी।

11. हरगिजपुर-मोरग्राम एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 230 किमी | लेन: 4
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: पश्चिम बंगाल और बिहार के बीच तेज यात्रा।

12. वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 610 किमी | लेन: 6
स्थिति: आंशिक निर्माण जारी
फायदा: यूपी और पश्चिम बंगाल के बीच यात्रा सुगम होगी।

13. बरेली-गोरखपुर एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 500 किमी | लेन: 6
स्थिति: डीपीआर तैयार
फायदा: पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच यात्रा आसान होगी।

14. शामली-बरेली एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 220 किमी | लेन: 6
स्थिति: डीपीआर तैयार
फायदा: यूपी और हरियाणा के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

15. अंबाला-शामली एक्सप्रेसवे (NHAI)

लंबाई: 122 किमी | लेन: 6
स्थिति: निर्माणाधीन
फायदा: हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड के लिए बेहतर कनेक्टिविटी।

भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति

इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि लॉजिस्टिक्स, व्यापार और औद्योगिक विकास को भी तेजी मिलेगी।

2025 तक:
✅ कई एक्सप्रेसवे पूरी तरह चालू हो जाएंगे।
✅ भारत का रोड नेटवर्क और मजबूत होगा।
✅ व्यापार और पर्यटन में बड़ा इज़ाफा होगा।