महाकाल मंदिर में भीषण आग से मचा हड़कंप, गेट नंबर-1 के पास फैसिलिटी सेंटर की छत पर उठीं लपटें!

चंडीगढ़, 5 मई: भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर से सोमवार को एक अत्यंत चिंताजनक खबर सामने आई। मंदिर के गेट नंबर-1 के पास स्थित फैसिलिटी सेंटर की छत पर अचानक भीषण आग लग गई, जिससे पूरे परिसर में हड़कंप मच गया। यह घटना दोपहर लगभग 12 बजे हुई।

 अचानक उठीं आग की लपटें, मंदिर परिसर में मची अफरा-तफरी

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहले छत से गहरे काले धुएं का उठना देखा गया, और कुछ ही पलों में आग की लपटें तेज़ी से आसमान की ओर फैलने लगीं। इस फैसिलिटी सेंटर की छत पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कंट्रोल रूम बना हुआ है, जहां से आग भड़कने की आशंका जताई जा रही है।

घटना के बाद मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं और कर्मचारियों में घबराहट और भगदड़ का माहौल बन गया। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिससे किसी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई।

 दमकल और पुलिस की टीमों ने संभाला मोर्चा

आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां, पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। राहत कार्य तुरंत शुरू कर दिए गए। आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि छत पर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और केबलें आग को भड़का रही थीं।

 कलेक्टर और एसपी पहुंचे स्थल पर, हालात पर रखी नजर

घटना की गंभीरता को देखते हुए उज्जैन के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक स्वयं मौके पर पहुंचे। उन्होंने बचाव कार्य की निगरानी की और सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि रहे। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही स्थिति पूर्णतः सामान्य कर दी जाएगी।

 आग का कारण शॉर्ट सर्किट? जांच जारी

प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण माना जा रहा है, लेकिन इस बात की पुष्टि तकनीकी जांच के बाद ही की जाएगी। पुलिस और फोरेंसिक विशेषज्ञ मौके पर पहुंच चुके हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग पर अब तक लगभग नियंत्रण पा लिया गया है और परिसर में शांति का माहौल बहाल हो रहा है।

श्रद्धालुओं से की गई अपील – डरें नहीं, मंदिर पूरी तरह सुरक्षित

मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं। मंदिर की संरचना को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और दर्शन व्यवस्था सामान्य रूप से जारी है। घटनास्थल पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और हर दिशा से सतर्कता बरती जा रही है।

 हर दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं बाबा महाकाल के दरबार

महाकाल मंदिर न केवल मध्यप्रदेश बल्कि देशभर के लोगों की आस्था का केंद्र है। हर दिन हजारों श्रद्धालु यहां बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, खासकर सोमवार और श्रावण मास के समय यहां अपार भीड़ होती है। ऐसे में यह दुर्घटना अत्यंत संवेदनशील मानी जा रही है।

प्रदूषण नियंत्रण केंद्र में मौजूद महत्वपूर्ण दस्तावेज और उपकरण आग की चपेट में आए होने की आशंका है, लेकिन फिलहाल नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।