Arvind Kejriwal News: Delhi शराब नीति से जुड़े मामले में गिरफ्तार Arvind Kejriwal को जेल में इंसुलिन देने और नियमित जांच की मांग को लेकर ED ने कोर्ट से कहा कि डाइट चार्ट की रिपोर्ट आ रही है.
Kejriwal के वकील की याचिका पर कोर्ट ने ED को कल यानी शनिवार (20 अप्रैल 2024) को जवाब दाखिल करने को कहा है. कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसी के साथ-साथ जेल अथॉरिटी से भी जवाब देने को कहा है. राउज एवेन्यू कोर्ट ने Kejriwal की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस मामले में कोर्ट 22 अप्रैल को अपना फैसला सुनाएगी.
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal की याचिका की कॉपी देने का निर्देश दिया. कोर्ट ने आगे कहा कि हमें अभी तक नहीं पता कि Kejriwal की अर्जी में क्या मांग की गई है.
इसके जवाब में Kejriwal की ओर से पेश वकील Abhishek Manu Singhvi ने कहा कि हमने अर्जी की कॉपी ED को दे दी है. जेल अथॉरिटी ने बताया कि जब Kejriwal को जेल लाया गया तो वह इंसुलिन ले रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने खुद ही इसे बंद कर दिया था.
किसने क्या तर्क दिया?
Kejriwal के वकील सिंघवी ने कहा कि Kejriwal 22 साल से मधुमेह से पीड़ित हैं और वह हर दिन इंसुलिन लेते हैं। Kejriwal को उसी डॉक्टर से परामर्श लेने की अनुमति दी जानी चाहिए जो उनकी गिरफ्तारी से पहले उनका इलाज कर रहा था।
Abhishek Manu Singhvi ने कहा कि Arvind Kejriwal की नियमित जांच होनी चाहिए ताकि उनके खतरनाक ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सके. जेल में उन्होंने 48 बार घर का बना खाना खाया, जिसमें से केवल 3 बार आम भेजे गए।
Kejriwal के वकील ने आगे कहा, ”8 अप्रैल के बाद Kejriwal को खाने के लिए आम नहीं भेजा गया.” -नवरात्र भोजन में केवल एक बार पूड़ी खाई है।
तिहाड़ जेल प्रशासन ने क्या कहा?
जेल अथॉरिटी ने कहा कि केजरीवाल को घर का बना खाना देने में ऐसी कोई शर्त नहीं थी कि वह फल या कुछ भी खाएं, लेकिन वह डाइट का पालन नहीं कर रहे थे. हमें AIIMS से भी राय मिली कि Kejriwal को आम से परहेज करना चाहिए. अथॉरिटी ने कहा कि जेल मैनुअल के मुताबिक, कैदी को घर का बना खाना नहीं दिया जा सकता.
अथॉरिटी ने कहा कि हमारा सुझाव है कि घर का बना खाना AIIMS की रिपोर्ट के मुताबिक होना चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है तो मेरा सुझाव है कि मैनुअल के अनुसार घर का बना खाना न दिया जाये।