हरियाणा के श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की उसके नागरिकों की मेहनत से मापी जाती है और जब देश की आर्थिक व व्यावसायिक मजबूती की बात आती है तो इसमें सबसे पहला नाम हमारे श्रमिकों का आता है। पूरे देश में हरियाणा एक ऐसा प्रदेश है जहां का युवा पूरे देश में ही नहीं पूरे विश्व में प्रदेश का नाम चमका रहा है। इस मौके पर श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा और वित्त मंत्री जेपी दलाल ने एक बटन दबाकर बहल, सिवानी और लोहारू के 2006 पंजीकृत श्रमिकों के खाते में पौने तीन करोड़ रुपये की राशि डाली।
श्रम मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने श्रमिक परिवारों और उनके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं, इससे श्रमिक परिवारों का जीवन स्तर ऊपर उठा है। सरकार का हर संभव प्रयास है कि पंजीकृत श्रमिकों को उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजना का लाभ हर हाल में मिले।
उन्होंने कहा कि यह सरकार की पारदर्शी व गरीब हितैषी योजना का ही परिणाम है कि आज गरीब घरों के बच्चे मेरिट के आधार पर बड़े-बड़े पदों पर नौकरी पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सोच है कि गरीब एवं पात्र जरूरतमंद लोगों को उनका हक दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज पंजीकरण के साथ ही श्रमिकों के खाते में 48 घंटे के अंदर है 1100 रुपये आते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना के तहत श्रम विभाग द्वारा प्रदेश में अब तक सवा आठ लाख श्रमिकों का पंजीकरण किया जा चुका है, जिसमें हरियाणा पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।
इस मौके पर वित्त मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि श्रमिक जागरूकता सम्मेलन आयोजित करने का मुख्य मकसद श्रमिकों को उनके अधिकारों और योजनाओं के बारे में जागरूक व जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि लोहारू, सिवानी और बहल में मजदूर को सीएससी सेंटर पर पैसे देने की जरूरत नहीं है, उनके द्वारा मजदूरों और गरीब आदमियों के लिए निशुल्क सीएससी सेंटर खोले गए हैं, गरीब आदमी किसी भी सेंटर पर जाकर अपना कार्य करवा सकते हैं।
उन्होंने मंच पर उन्होंने मंच पर भी 18 लाभार्थियों को एक प्रतीक के रूप पर विभिन्न योजनाओं के तहत चेक प्रदान किए।