हरियाणा सरकार ने भूजल व्यवस्था में सुधार और सुदृढीकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विभिन्न गांवों के लिए जल भंडार निर्माण के लिए तैयारी कर रही है। हरियाणा के सिंचाई व जल संसाधन मंत्री डॉ अभय सिंह यादव ने इस बड़े कदम की घोषणा की, जिसका उद्देश्य महेंद्रगढ़ जिले में भूजल सुधार कार्यक्रम के अंतिम चरण को पूरा करना है। यह योजना पश्चिमी यमुना नहर के साथ हाथिनी कुण्ड से लेकर नारनौल तक कवर करती है।
मंत्री ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत नदियों को नहर से जोड़कर जल संसाधन को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने खाका किया कि इस परियोजना के तहत राता कला और मानपुरा के पास दो बड़ी पाइप लाइन 50 क्यूसेक क्षमता के साथ मंजूर की गई हैं, जो वर्षा ऋतु में उपलब्ध होने वाले पानी को नदियों में छोड़ेंगी।
इसके अतिरिक्त, सरकार ने विभिन्न गांवों में जल भंडार के लिए टेंडर मंजूर किए हैं, जिनमें भूंगारका, सिरोही बहाली, बनिहाड़ी, गोठड़ी, ढाणी बिशना, गोद और बलाह कलां गांव शामिल हैं। इन गांवों में बनने वाले जल भंडार रबी की फसलों की सिंचाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मंत्री ने इस प्रक्रिया के तहत टेंडर की मंजूरी के तुरंत बाद इन परियोजनाओं पर काम शुरू होने का आश्वासन दिया है। वे स्पष्ट कर चुके हैं कि इन कदमों से न केवल जल संसाधन में सुधार होगा, बल्कि सरकार की “सबका साथ, सबका विकास” की नीति को भी पूरा किया जा रहा है।
इस समर्थन में, सरकार ने कमानियां और नांगल काठा गांवों में भी जल भंडार निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत की है, जिससे इन क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाएं विकसित की जा सकें। ये योजनाएं हरियाणा के गांवों में जल संसाधन के स्तर को मजबूत करने में मदद करेंगी और कृषि उत्पादन में वृद्धि लाएंगी।