चारों आतं*कियों की तस्वीरें आईं सामने, TRF की बर्बर साजिश पर सुरक्षाबलों का पलटवार शुरू!

चंडीगढ़, 23 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर के दिलकश पहलगाम में जो कुछ हुआ, उसने भारत की आत्मा को झकझोर दिया। सैलानियों की भीड़, प्राकृतिक सुंदरता और अमन की उम्मीदों के बीच, आतंक के साए ने 26 बेगुनाहों की जिंदगी छीन ली। ये हमला सिर्फ गोलियों की बौछार नहीं थी, बल्कि ये इंसानियत के खिलाफ एक खुला ऐलान था।

अब इस वीभत्स हमले के 24 घंटे बाद, चारों आतंकियों की ग्रुप फोटो सामने आ चुकी है। ये फोटो उन चेहरों की है, जिन्होंने निर्दोषों को सिर्फ उनकी पहचान पूछकर मौत के घाट उतार दिया।

लश्कर के गुर्गे, TRF का मुखौटा: अब सामने आए चेहरे

जैसे ही यह खबर सामने आई कि इस हमले की ज़िम्मेदारी TRF (The Resistance Front) ने ली है — सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत हरकत में आकर जांच तेज कर दी।
TRF, लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया रूप है, जो दुनिया को भ्रम में रखने के लिए बनाया गया। अब तक की जानकारी के अनुसार:

  • चारों आतंकियों में कम से कम दो विदेशी हैं।

  • ये सभी पेशेवर ट्रेनिंग प्राप्त और लंबे वक्त से घाटी में सक्रिय थे।

  • घाटी में छिपे सहयोगियों की भी तलाश शुरू हो गई है।

सुरक्षा एजेंसियां एक्शन में, ऑपरेशन ‘ट्रैक एंड टारगेट’ शुरू

सेना, CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस और रॉ मिलकर अब एक साझा अभियान में जुट गई हैं।

  • पहलगाम और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।

  • ड्रोन, थर्मल इमेजिंग, और स्थानीय खुफिया तंत्र की मदद से घेराबंदी हो रही है

  • संदिग्धों की डिजिटल मॉनिटरिंग, कॉल ट्रेसिंग और LOC पर कड़ी चौकसी की जा रही है।

सरकार का सख्त संदेश: “आतंक के हर सरगना तक पहुंचेंगे”

हमले के तुरंत बाद, गृहमंत्री अमित शाह खुद कश्मीर पहुंचे
उन्होंने:

  • उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राज्य प्रशासन के साथ आपात बैठक की,

  • घायलों से मुलाकात की और

  • शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में ही रद्द कर दी और वापस लौटते ही कड़ा संदेश दिया:

“इस कायरतापूर्ण हमले के पीछे जो भी हैं, वे बख्शे नहीं जाएंगे। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई और भी दृढ़ होगी।”

श्रद्धांजलि में उमड़ा देश, हर आंख नम, हर चेहरा ग़ुस्से में

देश भर में इन शहीदों के पार्थिव शरीर जब अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे, तो हजारों लोगों की भीड़ श्रद्धांजलि देने पहुंची।
हर शहर, हर गांव में मोमबत्तियों की रोशनी और देशभक्ति के नारों ने माहौल को भावुक कर दिया।

  • स्कूलों में दो मिनट का मौन,

  • कॉलेजों में श्रद्धांजलि सभाएं,

  • सोशल मीडिया पर #JusticeForTourists ट्रेंड कर रहा है।

राहत के प्रयास: फंसे पर्यटकों को निकालने की कोशिश

गृह मंत्रालय के निर्देश पर:

  • एयरलाइंस को किराया कम करने को कहा गया है,

  • घायलों को एयरलिफ्ट कर इलाज दिया जा रहा है,

  • और स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित निकासी कराई जा रही है।

धर्म पूछकर गोली मारना – यह कैसी इंसानियत?

हमले से बच निकले एक युवक ने बताया:

“आतंकी बोले – ‘धर्म बताओ’। जो लोग ‘कलमा’ नहीं पढ़ पाए, उन्हें वहीं गोली मार दी गई।”

यह सुनते ही देशभर में सिर्फ ग़ुस्सा नहीं, बल्कि एक झटका सा महसूस हुआ। क्या 21वीं सदी में भी इंसान की पहचान उसके धर्म से तय होगी?

देशभर में हाई अलर्ट, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क

दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
एजेंसियों को अंदेशा है कि इस हमले के बाद और हमले भी प्लान किए जा सकते हैं।
रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट्स, धार्मिक स्थलों और टूरिस्ट हॉटस्पॉट्स पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।