टेक्नोवेट 2025 में जी.पी.सी. खुनीमाजरा का कमाल – इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग ने मारी बाज़ी!

चंडीगढ़, 29 अप्रैल: राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, खुनीमाजरा में “टेक्नोवेट 2025” नाम से एक टेक्निकल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपने प्रोजेक्ट और रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए। यह कार्यक्रम कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती रक्षा किरण की देखरेख में हुआ और इसे सफल बनाने में डॉ. अंशु शर्मा, डॉ. अनु बाला, डॉ. रविंदर कुमार और डॉ. सरबजीत कौर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस प्रतियोगिता में 120 से ज़्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया।

पेपर प्रेजेंटेशन के नतीजे

इस प्रतियोगिता में छात्रों ने अलग-अलग विषयों पर रिसर्च पेपर पेश किए:

  • वैभव घोष और यशस्वी जलंधरा (सीएसई, सेमेस्टर 2) ने “साइबर सुरक्षा” पर पेपर पेश किया और पहला पुरस्कार जीता।

  • हरमनप्रीत शर्मा और मनिंदर सिंह (इलेक्ट्रिकल) ने जस्मीन कौर और लवप्रीत कौर (एमएलटी) के साथ दूसरा पुरस्कार साझा किया।

  • नितिन निराला और दविंदर कुमार (सिविल इंजीनियरिंग) को “ग्रीन बिल्डिंग” विषय पर पेपर के लिए तीसरा पुरस्कार मिला।

प्रोजेक्ट डिस्प्ले के नतीजे

छात्रों ने अपने बनाए हुए प्रोजेक्ट्स भी प्रदर्शित किए:

  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग ने “थ्री फेज फॉल्ट डिटेक्शन एंड मॉनिटरिंग सिस्टम” से पहला स्थान और “ऑटोमैटिक कैटल फीडिंग सिस्टम” से दूसरा स्थान जीता।

  • सीएसई विभाग का “टिक टैक टो गेम” भी दूसरे स्थान पर रहा।

  • मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल विभाग ने मिलकर “स्मार्ट कार पार्किंग” और “एग्रो गार्ड प्रो” से तीसरा स्थान साझा किया।

सांत्वना पुरस्कार

  • सिविल इंजीनियरिंग के भूकंप रोधी भवन प्रोजेक्ट और

  • ईसीई के होम ऑटोमेशन प्रोजेक्ट को दिया गया।

कुल विजेता और उपविजेता

  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग को कुल विजेता घोषित किया गया।

  • कंप्यूटर साइंस (CSE) और अप्लाइड साइंस विभाग संयुक्त उपविजेता बने।

डॉ. अंशु शर्मा ने इलेक्ट्रिकल विभाग के सभी प्रोजेक्ट्स और पेपर की ज़िम्मेदारी संभाली थी।

सम्मान और धन्यवाद

कार्यक्रम के अंत में डॉ. परवीन कौर (हेड, MOP) ने विजेताओं को पुरस्कार दिए और सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।

सभी विभागों के शिक्षकों जैसे
श्री रविंदर वालिया (CSE),
श्रीमती कविता मोंगा (Applied Science),
श्री गुरमेल सिंह (ECE),
श्री संजीव जिंदल (Mechanical) और
श्री गुरबक्शीश सिंह (Civil) के सहयोग की सराहना की गई।

आयोजकों ने सभी समितियों और छात्रों को धन्यवाद दिया, जिनके योगदान से यह कार्यक्रम सफल रहा।