प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को तमिलनाडु के विभिन्न इलाकों में ड्रग्स तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की है। इस मामले में पूर्व डीएमके नेता जाफर सादिक और अन्य लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है।
पूर्व डीएमके नेता के परिसर में छापेमारी
चेन्नई, मदुरै और तिरुचिरापल्ली के 25 परिसरों में ईडी ने तलाशी ली। एजेंसी ने धन शोधन अधिनियम (पीएमएलए) प्रावधानों के तहत केंद्रीय अर्धसैनिक बल के साथ मिलकर छापेमारी की। पूर्व डीएमके नेता सादिक तमिल फिल्म निर्माता भी हैं। छापेमारी के दौरान सादिक के अलावा तमिल फिल्मों के निर्देशक आमीर और अन्य लोगों के परिसरों में तलाशी ली गई है।
पिछले महीने ही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 36 वर्षीय सादिक को गिरफ्तार किया था। उनपर 3,500 किलो स्यूडोएफेड्रिन, बाजार में जिसकी कीमत 2,000 करोड़ रुपये से भी अधिक है, की तस्करी करने का आरोप है। ईडी ने सादिक और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने के लिए एनसीबी मामले और अन्य एफआईआर का संज्ञान लिया था।
एनसीबी ने बताया कि सादिक के तमिल और हिंदी फिल्म फाइनेंसरों के साथ लिंक, कुछ हाई प्रोफाइल लोग और राजनीतिक फंडिंग उनके जांच के दायरे में थे। ड्रग्स तस्करी में सादिक का नाम आने पर फरवरी में ही उन्हें डीएमके से निष्कासित कर दिया गया था।