Randeep Surjewala ने अपने भाई उदय सिंह किला के साथ कैथल में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया।
नामांकन भरने से पहले आयोजित इस सभा में गांवों और शहरों से आए हजारों समर्थक उत्साह के साथ जुटे।
मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर, बस, और गाड़ियों के माध्यम से 30,000 से अधिक लोगों ने जनसभा में भाग लिया।
युवाओं का जोश देखते ही बनता था, और कार्यकर्ताओं ने “आदित्य – रणदीप तुम आगे बढ़ो,
हम तुम्हारे साथ हैं” के नारों से माहौल को गरमा दिया।
Randeep Surjewala ने सभा में लोगों से भावुक अपील करते हुए कहा
रणदीप सुरजेवाला ने सभा में लोगों से भावुक अपील करते हुए कहा
कि कैथल के लोगों का प्यार और आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहा है।
उन्होंने वादा किया कि जहां भी लोगों का पसीना बहाएंगे, हां विकास के नए रास्ते खोलेंगे।
सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने पिछले दस वर्षों में कैथल को मंदिर की तरह सजाया है और इसे हर तरीके से संवारा है।
हालांकि, भाजपा के शासन में कैथल की हालत खराब हो गई है, और यह उन्हें गहरा दुख देता है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि कैथल की खोई हुई खूबसूरती को फिर से नई पहचान दिलाएंगे और
इसे हरियाणा और देश में एक चमकदार शहर बनाएंगे।
सुरजेवाला ने अपने राजनीतिक सफर के बारे में बताते हुए कहा
कि 1987 से 2024 तक के अपने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।
उन्होंने चुनाव हारे और जीते, लेकिन कभी मायूसी का सामना नहीं किया।
उन्होंने संघर्ष और साहस के साथ विरोधियों से लड़ा, जेल गए, पुलिस की लाठियाँ खाईं, लेकिन कभी डरे या झुके नहीं।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और डॉ. मनमोहन सिंह के साथ
उनके कार्यकाल की सराहना की और कांग्रेस पार्टी की नीतियों को जनता की सेवा में निभाने की बात की।
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चुनाव पूरी ताकत और जोश के साथ लड़ना
सुरजेवाला ने कहा कि यह चुनाव पूरी ताकत और जोश के साथ लड़ना है, क्योंकि विरोधी अपनी हार मान चुके हैं।
भाजपा ने कैथल के लिए कुछ नहीं किया है और अब वे झूठ फैलाएंगे और लड़ाई के लिए उकसाएंगे।
हमें संयम और मर्यादा के साथ उनका जवाब देना है और भारी मतों से जीत हासिल करनी है।
आदित्य सुरजेवाला ने भी जनसभा में उत्साह भरा संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि वे अपने दादा स्व. शमशेर सुरजेवाला और पिता रणदीप सुरजेवाला के दिखाए मार्ग पर चलकर कैथल में विकास और तरक्की की नई राहें बनाएंगे।
भाजपा की दस वर्षों की नाकामी की निंदा करते हुए उन्होंने कहा
कि उनके दादा और पिता ने कैथल को एक मंदिर की तरह सजाया था और अब वे इसे फिर से सजाने का वादा कर रहे हैं।
आदित्य ने जोर देते हुए कहा कि यह चुनाव लोगों की समस्याओं, कैथल की दुर्गति,
बढ़ती बेरोजगारी, और अधूरे पड़े प्रोजेक्ट्स को संवारने का चुनाव है।
कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी और वे एक नए जोश के साथ चुनाव जीतेंगे।
भाजपा जाति और धर्म की राजनीति करती है, जबकि कांग्रेस काम की राजनीति करती है।
आदित्य ने सभी बिरादरी, गांव, और युवाओं के हित में नए आयाम स्थापित करने की बात की और लोगों के आशीर्वाद और समर्थन की अपील की।