Kharar में 8 ट्यूबवेल परियोजनाओं का शिलान्यास: पानी की समस्या का स्थायी समाधान

खरड़ की विधायक श्रीमती Anmol Gagan Maan ने आज शहर के आठ वार्डों में पानी की समस्या को दूर करने के लिए 3 करोड़ रुपये की लागत से ट्यूबवेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

यह कार्यक्रम वार्ड 12 में एक सार्वजनिक सभा के दौरान आयोजित किया गया।

Anmol Gagan Maan: खरड़ में 4.25 करोड़ रुपये की लागत से 12 ट्यूबवेल

इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पहले भी खरड़ में 4.25 करोड़ रुपये की लागत से 12 ट्यूबवेल लगाए जा चुके हैं और भविष्य में और ट्यूबवेल लगाने की योजना है।

विधायक ने बताया कि शहर में पीने के पानी और सीवरेज की समस्याओं के समाधान के लिए 158 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।

इनमें खूनीमाजरा में 17 करोड़ रुपये की परियोजना और 30 करोड़ रुपये की दो सीवेज परियोजनाएं शामिल हैं।

ये परियोजनाएं शहर के ओवरफ्लो होने वाले सीवेज की समस्या का स्थायी समाधान प्रदान करेंगी, जो कि निवासियों की लंबे समय से मांग रही है।

अनमोल गगन मान : पेयजल प्रोजेक्ट का भी जिक्र

अनमोल गगन मान ने पेयजल प्रोजेक्ट का भी जिक्र किया, जिसकी लागत 117 करोड़ रुपये है।

इस परियोजना का टेंडर जल्द ही लगने वाला है और यह कजौली वाटर वर्क्स से जलापूर्ति करेगा।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने तक ट्यूबवेलों के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।

यह प्रोजेक्ट खरड़ की भविष्य की जल आपूर्ति जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।

उन्होंने सरकार के विकास कार्यों पर भी जोर दिया,

यह कहते हुए कि पिछली सरकारों ने शहर के लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज किया।

अब भगवंत मान सरकार की जिम्मेदारी है कि वह खरड़ की सभी आवश्यकताओं को पूरा करे।

उन्होंने अवैध निर्माणों के कारण पानी के प्राकृतिक प्रवाह में आई बाधाओं का भी जिक्र किया,

जिससे बारिश का पानी जमा हो जाता है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए कार्य किए जाएंगे।

विधायक ने आगे कहा कि अगले एक साल के भीतर खरड़ की सभी सड़कों की मरम्मत,

स्ट्रीट लाइट, सीवरेज और पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।

इस अवसर पर उन्होंने पंजाबी युवाओं के हिमाचल प्रदेश जाने को लेकर सांसद कंगना रनौत की टिप्पणियों पर भी प्रतिक्रिया दी।

उन्होंने कहा कि यह प्रयास पंजाब के युवाओं को बदनाम करने का है, जो कि बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।

इन योजनाओं के माध्यम से अनमोल गगन मान ने खरड़ के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।

इस प्रकार, खरड़ शहर के निवासियों के लिए आने वाले दिनों में विकास की नई राहें खुलने की उम्मीद है।

पंजाब ने रक्तदान में मारी बाजी: देश में तीसरा स्थान हासिल!

पंजाब ने मानवता की सेवा में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जब राज्य ने स्वैच्छिक सेवा और Blood Donation के क्षेत्र में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तीसरा स्थान हासिल किया।

यह मान्यता 1 अक्टूबर, 2024 को जयपुर, राजस्थान में आयोजित

‘इंडिया ब्लड डोनेशन एनजीओ कॉन्क्लेव’ के दौरान भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेवाओं (बीटीएस) द्वारा दी गई।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने इस उपलब्धि के लिए स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल, पंजाब को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि यह सम्मान वर्ष 2023-24 के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।

इस अवधि में काउंसिल ने 11,109 रक्तदान शिविर आयोजित किए

और भारत सरकार के 460,000 यूनिट रक्त के लक्ष्य को पार करते हुए कुल 493,000 यूनिट रक्त एकत्र किया।

Blood Donation : सम्मान की प्राप्ति

यह पुरस्कार बीटीएस/पीएसबीटीसी के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनीता देवी और श्री सुरिंदर सिंह ने पंजाब की ओर से प्राप्त किया।

डॉ. बलबीर सिंह ने स्वास्थ्य और रक्त संचार टीमों की निरंतर मेहनत की सराहना की,

जो सुरक्षित रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित करने में जुटी हुई हैं।

उन्होंने परियोजना निदेशक पीएसएसीएस-कम-निदेशक, पीएसबीटीसी, वरिंदर कुमार शर्मा के नेतृत्व

और समर्थन की भी प्रशंसा की, जो लोकहितकारी पहलों को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।

पंजाब का रक्त सेंटर नेटवर्क

डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि पंजाब में 182 लाइसेंस प्राप्त ब्लड सेंटरों का एक मजबूत नेटवर्क मौजूद है,

जिसमें 49 सरकारी ब्लड सेंटर शामिल हैं। ये सेंटर जरूरतमंद मरीजों के लिए व्यापक रक्त कवरेज सुनिश्चित करते हैं।

इनमें से 83 लाइसेंस प्राप्त ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट्स (बीसीएसयू) हैं,

जिनमें 26 सरकारी यूनिट्स हैं। ये यूनिट्स प्लेटलेट्स और प्लाज्मा जैसे महत्वपूर्ण रक्त घटकों की उपलब्धता सुनिश्चित करती हैं,

जिससे मरीजों की देखभाल में सुधार होता है।

मुफ्त रक्त उपलब्धता

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब के सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों, जैसे जिला अस्पताल, उप-जिला अस्पताल,

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीज़ों के लिए मुफ्त रक्त उपलब्ध है।

इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति इस जीवन रक्षक संसाधन से वंचित न रहे।

इस प्रकार, पंजाब ने रक्तदान और मानवता की सेवा में एक नया अध्याय लिखा है।

अब, यह सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है कि किस प्रकार एकजुट होकर हम समाज में बदलाव ला सकते हैं।

राज्य के रक्तदान प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए,

पंजाब ने एक बार फिर से अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने का उदाहरण पेश किया है।

पंजाब में तकनीकी शिक्षा को नया रूप: 6 ITI संस्थानों का MOU Sign!

पंजाब के तकनीकी शिक्षा Minister Harjot Bains के प्रयासों से राज्य के छह ITI संस्थानों को राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी द्वारा अपनाने संबंधी एक महत्वपूर्ण एम.ओ.यू. आज साइन किया गया।

यह कदम पंजाब के युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

Minister Harjot Bains: ITI  संस्थानों में नवीनतम शिक्षा की कमी महसूस

हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग लगातार प्रयास कर रहा है,

लेकिन तकनीकी प्रगति के चलते आई.टी.आई. संस्थानों में नवीनतम शिक्षा की कमी महसूस हो रही थी।

इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने विक्रमजीत सिंह साहनी से मदद मांगी, जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया।

इस एम.ओ.यू. के तहत, डॉ. साहनी छह आई.टी.आई. संस्थानों के अपग्रेडेशन के लिए 11 करोड़ रुपये खर्च करेंगे।

इनमें शामिल हैं आई.टी.आई. लुधियाना, आई.टी.आई. पटियाला, आई.टी.आई. मानकपुर शरीफ, आई.टी.आई. सुनाम,

आई.टी.आई. लालड़ू, और आई.टी.आई. साहिबजादा अजीत सिंह नगर।

हरजोत सिंह बैंस : ITI संस्थानों को स्थानीय उद्योगों से जोड़ा जाएगा

हरजोत सिंह बैंस ने यह भी बताया कि इन आई.टी.आई. संस्थानों को स्थानीय उद्योगों से जोड़ा जाएगा।

इससे आई.टी.आई. के छात्रों के लिए प्लेसमेंट और अप्रेंटिसशिप के अवसर मजबूत होंगे।

इसके तहत मोहाली आई.टी.आई. में महिला सशक्तिकरण के लिए एयर होस्टेस, ब्यूटी वेलनेस, और यूनियर नर्स के कोर्स शुरू किए जाएंगे।

इन प्रयासों से लगभग 10,000 युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

इसके अलावा, लालड़ू और मानकपुर शरीफ आई.टी.आई. को ड्रोन अकादमी के रूप में विकसित किया जाएगा,

जो ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रमुख संस्थानों में से एक होगी।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि नवंबर महीने में लुधियाना में आई.टी.आई. एक्सीलेंस सेंटर लॉन्च किया जाएगा,

जो तकनीकी शिक्षा में एक नई मिसाल बनेगा।

शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मुख्यमंत्री भगवंत मान जी के नेतृत्व में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

इसके चलते आई.टी.आई. संस्थानों में सीटों की संख्या 28,000 से बढ़ाकर 35,000 कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि इससे न केवल औद्योगिक इकाइयों को प्रशिक्षित कर्मी मिलेंगे,

बल्कि यह बेरोजगारी को कम करने और नशे की समस्या से निपटने में भी मदद करेगा।

इस पहल के माध्यम से पंजाब के युवाओं को नई दिशा मिलेगी और उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

यह कदम तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।

Punjab में फैला खतरनाक VIRUS, तेजी से बढ़ रहे मरीजों की संख्या, रहें सतर्क!

मौसम में हो रहे बदलाव के कारण अब influenza virus सक्रिय हो गया है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं।

खासकर बच्चों और बुजुर्गों में इस वायरस के लक्षण तेजी से नजर आ रहे हैं।

हालांकि, यह वायरस आमतौर पर एक सप्ताह में खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है,

लेकिन बच्चों और बुजुर्गों को दवा की जरूरत पड़ती है। इसे कोरोना का निचला रूप भी कहा जाता है।

influenza virus के लक्षण:

इन्फ्लूएंजा, जिसे फ्लू भी कहा जाता है, के लक्षण में बुखार, ठंड लगना, शरीर में दर्द, खांसी, सिरदर्द, गला खराब होना, नाक बहना, थकान, कमजोरी, दस्त या उल्टी शामिल हैं। यह वायरस खांसने, छींकने या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।

फैलने का तरीका:

इन्फ्लूएंजा वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।

खांसी, छींक, या बात करने से वायरस हवा में फैल सकता है,

जिससे आसपास के लोगों को संक्रमित करने का खतरा बढ़ता है।

इसके अलावा, संक्रमित सतहों को छूने से भी यह फैल सकता है।

बचाव और उपचार:

डॉक्टरों के अनुसार, फ्लू से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका टीकाकरण है।

खासकर बच्चों, बुजुर्गों और जिन लोगों को अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं,

उन्हें इस वायरस से बचाव के लिए दवाओं की जरूरत पड़ती है।

अमृतसर में भी इस वायरस के मरीज बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं, और अस्पतालों में दवा लेने के लिए लोग पहुंच रहे हैं।

मौसम के बदलाव के साथ इस वायरस के फैलने का खतरा बढ़ गया है, इसलिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।

इन्फ्लूएंजा वायरस का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलना

इन्फ्लूएंजा वायरस आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।

संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने, या बातचीत करने से यह वायरस हवा में फैल सकता है,

जिससे आसपास के लोग संक्रमित हो सकते हैं। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति की बूंदों के जरिए आपके हाथों पर आ सकता है,

या सीधे आपके नाक और मुंह में जा सकता है, जिससे फेफड़ों तक पहुंच सकता है।

इसके अलावा, दूषित सतहों को छूने के बाद अगर आप अपने चेहरे, नाक, मुंह या आंखों को छूते हैं, तो वायरस फैल सकता है।

ऐसे सतहों में दरवाजों के नॉब, डेस्क, कंप्यूटर और फोन जैसी चीजें शामिल हैं।

किसी संक्रमित व्यक्ति के हाथ या चेहरे को छूने के बाद अगर आप अपने चेहरे को छूते हैं,

तो यह संक्रमण फैलने का बड़ा कारण बन सकता है।

इसलिए, फ्लू से बचने के लिए हाथों की सफाई और सतहों को नियमित रूप से साफ करना बेहद जरूरी है।

Breaking: मानसा में AAP कार्यकर्ता की हत्या, चुनावी माहौल में दहशत

PUNJAB  के Mansa जिले के गांव खैरा खुर्द (Khaira Khurd) में पंचायती चुनाव के बीच एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है,

जहां आम आदमी पार्टी (AAP) (PUNJAB) के कार्यकर्ता राधे श्याम (38) की हत्या कर दी गई।

पंजाब: स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कल्याण योजनाओं की समीक्षा

इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।

स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

मृतक के परिजनों और गांव वालों में शोक और आक्रोश का माहौल है।

घटनास्थल पर पुलिस की टीम जुटी हुई है और आरोपियों की तलाश जारी है।

इस हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है।

चुनाव 2024 की तैयारी: सामान्य ऑब्जर्वर ने की व्यवस्था की जांच

इस घटना ने चुनावी माहौल को भी प्रभावित किया है, और लोग अपने सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द न्याय की उम्मीद की जा रही है।

PUNJAB  के Mansa जिले के गांव खैरा खुर्द (Khaira Khurd) में पंचायती चुनाव के बीच एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है,

जहां आम आदमी पार्टी (AAP) (PUNJAB) के कार्यकर्ता राधे श्याम (38) की हत्या कर दी गई।

इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।

स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

मृतक के परिजनों और गांव वालों में शोक और आक्रोश का माहौल है।

घटनास्थल पर पुलिस की टीम जुटी हुई है और आरोपियों की तलाश जारी है।

इस हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है।

 

 

पंजाब: स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कल्याण योजनाओं की समीक्षा

pension plan: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों के सम्मान और सहायता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।

इसी कड़ी में, स्वतंत्रता सेनानी मंत्री महिंदर भगत ने चंडीगढ़ में एक समीक्षा बैठक आयोजित की।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के लिए उपलब्ध कल्याणकारी योजनाओं का अवलोकन करना

और स्वतंत्रता सेनानी विभाग की वर्तमान गतिविधियों का मूल्यांकन करना था।

pension plan: सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के लिए सुविधाएं

बैठक में स्वतंत्रता सेनानी विभाग की विशेष मुख्य सचिव, श्रीमती राजी पी. श्रीवास्तव ने मंत्री भगत को मौजूदा कार्यक्रमों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के लिए कई महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करा रही है,

जिनमें पेंशन, स्वास्थ्य सहायता, शिक्षा में आरक्षण और रोजगार सहायता शामिल हैं।

मेडिकल और तकनीकी कॉलेजों में 1 प्रतिशत आरक्षण

श्रीमती श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों के अविवाहित और बेरोजगार पुत्रों और पुत्रियों के लिए विशेष पेंशन लाभ की व्यवस्था की है।

इसके अलावा, राज्य के मेडिकल और तकनीकी कॉलेजों में 1 प्रतिशत आरक्षण और सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए विशेष अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।

मंत्री महिंदर भगत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वतंत्रता दिवस

और गणतंत्र दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों को उचित सम्मान और आदर दिया जाए।

उन्होंने कहा कि आज़ादी के सेनानियों के परिवारों की समस्याओं का समय पर समाधान होना आवश्यक है,

ताकि उन्हें अधिकतम सहायता मिल सके।

बैठक में मंत्री ने मौजूदा कल्याणकारी योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया।

उनका कहना था कि राज्य सरकार स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत को संजोने

और उनके परिवारों को सम्मान देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

बैठक में स्वतंत्रता सेनानी विभाग की संयुक्त सचिव श्रीमती लवजीत कलसी और वरिष्ठ सहायक श्री गुरविंदर सिंह भी उपस्थित थे।

उन्होंने सभी योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की और अगले कदमों पर चर्चा की।

इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि पंजाब सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों के कल्याण के प्रति गंभीर है

और उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

ऐसे कदम आज़ादी के सेनानियों की सम्माननीय सेवा को मान्यता देते हैं और उनके योगदान को याद करते हैं।

विपक्ष ने पंजाब सरकार पर लगाए चुनावी हेरफेर के आरोप

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता Pratap Singh Bajwa ने आगामी 15 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने कहा कि आप सरकार विपक्षी उम्मीदवारों को डराने और चुनाव में हेरफेर करने की कोशिश कर रही है।

बाजवा ने आरोप लगाया कि आप के विधायक और नेता मतदाताओं को चुनाव में भाग लेने से रोकने के लिए धमकी देने का काम कर रहे हैं।

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Pratap Singh Bajwa: नामांकन पत्र दाखिल करने में बाधा डालने के कई मामले

बाजवा ने कहा, “विपक्षी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने में बाधा डालने के कई मामले सामने आए हैं।

” उन्होंने जैतो विधायक अमोलक सिंह के एक वायरल वीडियो का जिक्र किया,

जिसमें विधायक एक गांव में मतदाताओं को खुलकर धमकी देते नजर आ रहे हैं।

इसके अलावा, उन्होंने फिरोजपुर जिले की एक गंभीर घटना का भी उल्लेख किया,

जहां एक आप नेता ने विपक्षी उम्मीदवारों को डराने के लिए गोलियां चलाईं।

उनका कहना है कि जालंधर जिले में भी विपक्षी उम्मीदवारों को पंचायत सचिवों

और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों (बीडीपीओ) के हाथों उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।

बाजवा ने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों पर आप विधायकों और स्थानीय नेताओं का दबाव है,

जिससे आप समर्थित उम्मीदवारों के लिए एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) तेजी से जारी की जा रही है,

जबकि अन्य उम्मीदवारों को लंबी देरी का सामना करना पड़ रहा है।

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में आप प्रतिनिधिमंडल

बाजवा ने पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में आप प्रतिनिधिमंडल द्वारा पंजाब राज्य चुनाव आयोग (पीएसईसी) के साथ आयोजित की गई बैठक की भी आलोचना की।

उन्होंने इसे मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए “मंचित” प्रयास करार दिया।

बाजवा ने स्पष्ट किया, “हास्यास्पद बैठकों के बजाय,

आप सरकार को अपने विधायकों और नेताओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए

जो चुनावी प्रक्रिया को कमजोर कर रहे हैं।” उन्होंने पीएसईसी से इन धमकाने की घटनाओं के खिलाफ तुरंत और कठोर कार्रवाई करने की अपील की।

कांग्रेस नेता के ये आरोप पंजाब में चुनावी माहौल को और गरमा सकते हैं,

जहां चुनावी प्रक्रिया को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस समय राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।

बाजवा के बयान ने आप सरकार की चुनावी रणनीतियों पर सवाल उठाए हैं

और इससे चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर संदेह पैदा हुआ है।

बाजवा ने कहा कि यदि ऐसे ही हालात बने रहे, तो लोकतंत्र की मूल भावना को खतरा होगा।

उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए सभी पक्षों को सहयोग करना चाहिए।

विपक्षी नेता ने चुनाव आयोग से भी आग्रह किया कि वह सुनिश्चित करे कि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले

और चुनावी प्रक्रिया में कोई भी हेरफेर न हो।

उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोकतंत्र की आवाज को दबाया न जाए और सभी उम्मीदवार अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।”

इस तरह, बाजवा का यह बयान आगामी पंचायत चुनावों में राजनीतिक तापमान को बढ़ाने का संकेत दे रहा है।

अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग और पंजाब सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं और क्या चुनावी प्रक्रिया में सुधार होता है।

Ayushman Bharat Scheme पर पंजाब सरकार की स्पष्टता

पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में Ayushman Bharat Scheme मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना(AB-MMSBY) को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के फंड का कोई दुरुपयोग नहीं हुआ है

और पंजाब को अभी भी 249 करोड़ रुपये का बकाया मिलना बाकी है।

डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि यह योजना 20 अगस्त, 2019 को शुरू की गई थी,

जिसका उद्देश्य हर परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का नकद रहित स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करना है।

पंजाब में इस योजना के तहत 44.99 लाख परिवारों को कवर किया गया है और 772 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है,

जिनमें 210 सरकारी और 556 निजी अस्पताल शामिल हैं।

Ayushman Bharat Scheme: 28 लाख परिवारों का बोझ राज्य सरकार उठाती

इस योजना का बजट केंद्र और राज्य सरकार के बीच 60:40 के अनुपात में है,

जिसमें 16.65 लाख सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एस.ई.सी.सी.) परिवारों के लिए केंद्र सरकार का योगदान होता है।

बाकी 28 लाख परिवारों का बोझ राज्य सरकार उठाती है।

मंत्री ने कहा कि पिछले शासन में इस योजना को बीमा मोड में चलाया जा रहा था,

जिसमें प्रीमियम का भुगतान किया जाता था।

लेकिन 29 दिसंबर 2021 को बीमा कंपनी के साथ हुए अनुबंध को अचानक रद्द कर दिया गया, जिससे प्रणाली में विघटन आया।

डॉ. बलबीर ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस टूटी-फूटी प्रणाली को पुनर्स्थापित करने का कठिन कार्य किया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि 16.65 लाख एस.ई.सी.सी. परिवारों के लिए 585 करोड़ रुपये के क्लेम बनते थे,

जिसमें से केंद्र को लगभग 350.74 करोड़ रुपये का भुगतान करना था।

लेकिन अब तक सिर्फ 169.34 करोड़ रुपये ही पंजाब की स्वास्थ्य एजेंसी को प्राप्त हुए हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास अभी भी 249.81 करोड़ रुपये की राशि बकाया है,

जिसमें 51.34 करोड़ रुपये प्रशासनिक खर्च और 17.07 करोड़ रुपये पुराने बकाए शामिल हैं।

डॉ. बलबीर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से मुलाकात

डॉ. बलबीर ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य एजेंसी की एक टीम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से मुलाकात कर बकाया भुगतान की मांग की,

लेकिन अब तक इन प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार के फंडों का दुरुपयोग नहीं हुआ है

और सभी फंड का उपयोग सिर्फ जनहित के लिए किया जा रहा है।

मंत्री ने अस्पतालों को भुगतान में देरी के कारणों की जानकारी देते हुए बताया

कि फरवरी 2024 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी (एन.एच.ए.) द्वारा जारी किए गए नए सॉफ्टवेयर में तकनीकी समस्याएं आई हैं।

हालांकि, स्वास्थ्य एजेंसी ने इस समस्या का समाधान करने के लिए तात्कालिक कदम उठाए हैं।

डॉ. बलबीर ने बताया कि पंजाब सरकार सेवा प्रदान करने के इच्छुक निजी अस्पतालों को इस योजना के तहत इलाज करने के लिए अधिकृत करेगी।

यदि कोई निजी अस्पताल इस योजना के तहत इलाज करने में असमर्थ है,

तो उसे योजना से बाहर रहने का विकल्प दिया जाएगा।

उन्होंने अंत में कहा कि पंजाब सरकार हर पहलू, जैसे सुरक्षा और फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट की वैधता बढ़ाने में निजी अस्पतालों के साथ सहयोग कर रही है।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए डॉ. बलबीर सिंह ने योजना की पारदर्शिता को सुनिश्चित करने और लोगों को सही जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है।

पंजाब सरकार द्वारा छुट्टी का ऐलान, स्कूल और सरकारी दफ्तर रहेंगे बंद !

पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए सरकारी छुट्टियों के कैलेंडर के अनुसार, 2 October और 3 अक्टूबर को सरकारी दफ्तरों, स्कूलों, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी रहेगी।

2 October : महात्मा गांधी की जयंती

मशहूर इंडियन क्रिकेटर मुशीर खान का हुआ भयानक एक्सीडेंट! ईरानी कप से बाहर

2 अक्टूबर को देशभर में महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाती है,

इस अवसर पर सभी सरकारी संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की गयी है।

वहीं, 3 अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती के मौके पर छुट्टी होगी, खासकर पंजाब और राजस्थान राज्यों में।

इसके साथ ही, 3 अक्टूबर को नवरात्रि के शुभ अवसर पर कलश स्थापना भी की जाएगी,

जो हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। पूरे अक्टूबर के महीने में कई प्रमुख त्योहार आने वाले हैं,

जिनमें दशहरा, वाल्मीकि जयंती, करवा चौथ, और दिवाली जैसे बड़े त्योहार शामिल हैं।

इन त्योहारों के चलते अक्टूबर का महीना उत्सवों से भरा रहेगा।

इसलिए, इन दोनों दिनों के दौरान सरकारी कामकाज और बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ेगा।

पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए सरकारी छुट्टियों के कैलेंडर के अनुसार, 2 और 3 अक्टूबर को सरकारी दफ्तरों, स्कूलों, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी रहेगी।

2 अक्टूबर को देशभर में महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाती है,

इस अवसर पर सभी सरकारी संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की गयी है।

वहीं, 3 अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती के मौके पर छुट्टी होगी, खासकर पंजाब और राजस्थान राज्यों में।

इसके साथ ही, 3 अक्टूबर को नवरात्रि के शुभ अवसर पर कलश स्थापना भी की जाएगी,

जो हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। पूरे अक्टूबर के महीने में कई प्रमुख त्योहार आने वाले हैं,

जिनमें दशहरा, वाल्मीकि जयंती, करवा चौथ, और दिवाली जैसे बड़े त्योहार शामिल हैं।

इन त्योहारों के चलते अक्टूबर का महीना उत्सवों से भरा रहेगा।

इसलिए, इन दोनों दिनों के दौरान सरकारी कामकाज और बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ेगा।

पंजाब में सजोबा रैली 2024: ADVENTURE और CULTURE का अद्भुत संगम!

Sajoba Rally 2024: पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री, स. तरुनप्रीत सिंह सौंद ने शुक्रवार शाम को सेंट जॉन हाई स्कूल में 20वीं सजोबा टी.एस.डी. रैली 2024 का उद्घाटन किया।

यह रैली तीन दिनों तक चलने वाली है और इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से 46 टीमें हिस्सा ले रही हैं,

जैसे कोलकाता, मुंबई, शिलांग और उत्तराखंड।

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Sajoba Rally 2024:  कैबिनेट मंत्री ने इस Event के आयोजन

कैबिनेट मंत्री ने इस Event के आयोजन के लिए सेंट जॉन्स ओल्ड बॉयज एसोसिएशन (सजोबा) की सराहना की।

उन्होंने बताया कि यह रैली पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के विभाग द्वारा सह-प्रायोजित है।

रैली 28 और 29 सितंबर को होगी, जिसमें प्रतिदिन लगभग 250 किलोमीटर की यात्रा तय की जाएगी

और अंत में शाम 6 बजे सेंट जॉन्स हाई स्कूल में सभी टीमों का स्वागत किया जाएगा।

स. तरुनप्रीत सिंह ने कहा कि यह रैली पंजाब के खूबसूरत दृश्यों से गुजरेगी और राज्य को एडवेंचर टूरिज्म का हब बनाएगी।

रैली का मार्ग होशियारपुर, एस.बी.एस. नगर, रोपड़ और एस.ए.एस. नगर (मोहाली) से होकर गुजरेगा।

उन्होंने इसे उत्तर भारत के सबसे लंबे मोटरस्पोर्ट इवेंट में से एक बताया।

इस साल की रैली में विशेष जरूरतों वाले व्यक्तियों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की भागीदारी करने वाली 46 टीमें शामिल हैं।

इनमें से 3 टीमें विशेष जरूरतों वाले व्यक्तियों की हैं, 12 महिला टीमें, और 22 पेशेवर टीमें शामिल हैं।

मंत्री ने कहा कि यह रैली न सिर्फ मोटरस्पोर्ट प्रेमियों के उत्साह को बढ़ाएगी,

बल्कि पंजाब की अद्वितीय संस्कृति और सुंदरता को भी उजागर करेगी।

इस इवेंट के माध्यम से क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा

सचिव श्री मालविंदर सिंह जग्गी ने कहा कि पर्यटन विभाग इस इवेंट के माध्यम से क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि सजोबा टी.एस.डी. रैली पंजाब की समृद्ध विरासत को दर्शाते हुए

एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाने का लक्ष्य रखती है।

इस इवेंट में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों और दर्शकों के लिए यह एक बेहतरीन अनुभव साबित होने वाला है।

यह न केवल मोटरस्पोर्ट प्रशंसकों के लिए, बल्कि उन सभी लोगों के लिए एक रोमांचक अवसर है जो एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद लेते हैं।

सभी ने इस आयोजन के लिए सजोबा के अध्यक्ष हरपाल सिंह मलवई और अन्य प्रमुख हस्तियों को भी धन्यवाद दिया।

इस रैली के जरिए पंजाब के पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है,

जिससे राज्य एक बार फिर से एडवेंचर और स्पोर्ट्स का केंद्र बन सके।

आइए, इस रोमांचक सफर का हिस्सा बनें और पंजाब की सांस्कृतिक धरोहर का आनंद लें!

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