नगर निगम पंचकूला के समाधान शिविर में 5 में से 4 शिकायतों का मौके पर निपटान

Panchkula News : उपायुक्त डॉ. यश गर्ग के मार्गदर्शन में आज नगर निगम पंचकूला के कार्यालय और नगर परिषद कालका में समाधान शिविर का आयोजन किया गया।

इस शिविर में शहरवासियों ने कुल पांच शिकायतें अधिकारियों के सामने रखीं,

जिनमें से चार शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया गया।

श्रीमती सिमरनजीत कौर  : शिविर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं आईं

नगर निगम की जॉइंट कमीशनर श्रीमती सिमरनजीत कौर ने बताया कि शिविर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं आईं,

जिनमें से प्रॉपर्टी आईडी से संबंधित चार शिकायतों का तुरंत निपटान किया गया।

इनमें से कुछ प्रमुख शिकायतों में अक्षय मनी अग्रवाल ने अपने खाली प्लॉट के प्रॉपर्टी टैक्स में सुधार की मांग की,

जबकि बुढ़नपुर पंचकूला की निवासी राज बाला ने अपने दोनों बेटों के नाम पर प्रॉपर्टी आईडी बनाने की शिकायत की।

इसके अलावा, शहरवासी जितेन्द्र ने नो ड्यूज सर्टिफिकेट के लिए अपील की

और सेक्टर-19 निवासी गोपाल दास ने अपनी ज्वाइंट प्रॉपर्टी आईडी में दूसरे सदस्य का नाम जोड़ने की मांग की।

वहीं, सेक्टर-28 निवासी दर्शन रानी ने अपनी प्रॉपर्टी आईडी में मोबाइल नंबर जोड़ने की अपील की।

Panchkula News : शिकायतों का समाधान मौके पर ही

सभी शिकायतों का समाधान मौके पर ही किया गया, जिससे शहरवासियों को बड़ी राहत मिली।

श्रीमती सिमरनजीत कौर ने बताया कि समाधान शिविर अब हर कार्यदिवस में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक नगर निगम पंचकूला के कार्यालय

और नगर परिषद कालका परिसर में आयोजित किए जाएंगे।

शहरवासियों को एक बार फिर से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यदि किसी को नगर निगम से संबंधित कोई भी समस्या या शिकायत हो,

तो वे इस समय के दौरान समाधान शिविर में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं,

जिससे उसका जल्द समाधान किया जा सके।

इस पहल से शहरवासियों को प्रशासन से सीधा संपर्क स्थापित करने का अवसर मिला है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है

कि समस्याओं का त्वरित समाधान हो।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में किया तृतीय पुस्तक मेले का शुभारंभ

Panchkula Book Fair : हरियाणा के CM Saini ने पंचकूला में आयोजित तृतीय पुस्तक मेले का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुरुक्षेत्र, करनाल और झज्जर में बने तीन नए सरदार पटेल पुस्तकालयों का उद्घाटन भी किया।

मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेले का अवलोकन किया और कई नई पुस्तकों का लोकार्पण किया।

Panchkula Book Fair : स्कृति और धरोहर किताबों में ही समाहित

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति और धरोहर किताबों में ही समाहित है और ज्ञान के बिना जीवन में अंधकार का निवारण नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा, “ज्ञान की रोशनी से ही हम जीवन के अंधकार को दूर कर सकते हैं।

” उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह उद्धरण “जहां अंधेरा घना है,

वहां दीप जलाना कहां मना है” आज इस पुस्तक मेले में साकार हो रहा है,

क्योंकि एक किताब भी दीपक जलाने का काम करती है।

पुस्तक मेले में विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध

मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेले में विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध हजारों पुस्तकों की सराहना की और कहा कि इस मेले का उद्देश्य लोगों में ज्ञान की प्यास को जागृत करना है।

उन्होंने कहा कि यहाँ आने वाले लोग अपनी रुचि के अनुसार किसी भी विषय पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

यह मेले समाज में किताबों की अहमियत और ज्ञान के महत्व को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

साथ ही, उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा सरकार ने कई सकारात्मक कदम उठाए हैं।

ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा शिक्षा संस्थानों और पुस्तकालयों में होती है, और इन्हीं स्थानों से हम अपने विषयों की गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने सीएसआर योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में 25 से अधिक पुस्तकालय खोले हैं,

जो समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार में सहायक साबित हो रहे हैं।

युवाओं के लिए की गई सरकार की पहल

मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए की गई सरकार की पहल का भी जिक्र किया, जिसमें भाजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं के लिए 2 लाख नौकरियों का वादा किया है।

उन्होंने कहा कि पुस्तकालयों की भूमिका इन भर्तियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में बेहद अहम है।

इसके अलावा, सरकार ने जिला मुख्यालयों और कॉलेजों में डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था भी शुरू की है,

ताकि युवा इंटरनेट और ई-बुक्स के माध्यम से अपनी पढ़ाई में और भी अधिक मदद पा सकें।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों से हरियाणा के युवाओं को बिना किसी खर्च के नौकरियां मिल रही हैं,

जो प्रदेश के युवाओं के लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आई हैं।

मुख्यमंत्री ने राज्य में “म्हारा गांव- जगमग गांव” योजना की सफलता का भी उल्लेख किया,

जिसके तहत 86 प्रतिशत गांवों को 24 घंटे बिजली प्रदान की जा रही है।

उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत 200 से अधिक गांवों को आदर्श गांव बनाने का कार्य जारी है।

लाइब्रेरियों में कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सरदार पटेल पुस्तकालयों के निर्माण में 20-20 लाख रुपये की लागत आई है

और इन लाइब्रेरियों में कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधाएं प्रदान की गई हैं।

इससे आसपास के गांवों के युवाओं को लाभ होगा और वे अपनी पढ़ाई में अधिक उन्नति कर सकेंगे।

इस अवसर पर कालका की विधायक श्रीमती शक्तिरानी शर्मा, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए के सिंह,

एसईआईएए के चेयरमैन श्री पीके दास, यूएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक डॉ. साकेत कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री का संदेश: “ज्ञान की शक्ति से ही हम अंधकार से उबर सकते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

पुस्तकें ही हैं जो हमें ज्ञान की दिशा दिखाती हैं।”

Exit mobile version