Chhatrapati Shivaji Maharaj की मूर्ति के ढहने पर नई UPDATE

Chhatrapati Shivaji Maharaj : महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में 26 अगस्त को हुए एक विवादास्पद घटना ने पूरे राज्य में तूफान मचा दिया है।

फोर्ट राजकोट पर स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य मूर्ति अचानक ढह गई, जिससे पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया।

इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को आहत किया,

बल्कि राज्य सरकार और विपक्ष के बीच तीखी राजनीति की शुरुआत कर दी है।

इस घटना के बाद, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नामित इंजीनियर चेतन पाटिल के खिलाफ FIR दर्ज की।

पाटिल ने दावा किया है कि उनका काम केवल मूर्ति के प्लेटफॉर्म का डिजाइन देना था,

मूर्ति से संबंधित काम एक थाणे की कंपनी ने किया था। पाटिल का कहना है कि उन्हें केवल प्लेटफॉर्म तक सीमित किया गया था,

और मूर्ति का निर्माण और स्थापना संबंधित कंपनी द्वारा किया गया था।

हालांकि, इस दावे के बावजूद, घटनास्थल पर हुए नुकसान को लेकर सवाल उठ रहे हैं और

कई राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे पर जोरदार प्रतिक्रिया दी है।

राज्य सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है।

उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस्तीफा देने की मांग की है, यह कहते हुए कि

Chhatrapati Shivaji Maharaj के प्रति एक गंभीर अपमान

मूर्ति का ढहना 17वीं सदी के मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति एक गंभीर अपमान है।

विपक्षी दलों का कहना है कि इस घटना ने न केवल छत्रपति शिवाजी महाराज की श्रद्धांजलि को प्रभावित किया है,

बल्कि यह राज्य सरकार की असमर्थता को भी उजागर करता है।

इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता K C Venugopal ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है कि क्या वे इस घटना पर माफी मांगेंगे।

उन्होंने X पर एक ट्वीट करते हुए कहा, “सच्चे मोदी अंदाज में, प्राथमिकता 3 महीने के नोटिस पर जल्दबाजी में एक मूर्ति बनाने की थी,

ताकि चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन कर सकें। इतना ही नहीं, इस घटिया काम पर 236 करोड़ रुपये खर्च हुए!

क्या प्रधानमंत्री मोदी छत्रपति शिवाजी महाराज से अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को महाराज की विरासत से ऊपर रखने के लिए माफ़ी मांगेंगे?

क्या प्रधानमंत्री 2024 के चुनावों से पहले जल्दबाजी में किए गए उद्घाटनों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सफाई देंगे?

प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा द्वारा चुनावी उद्देश्यों

प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा द्वारा चुनावी उद्देश्यों के लिए उद्घाटन किए गए सभी काम अब ढह रहे हैं।”

वहीं, कांग्रेस के जयराम रमेश ने X पर एक वीडियो साझा किया

जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू 1957 में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का उद्घाटन करते हुए दिखाए गए हैं।

इस वीडियो के माध्यम से उन्होंने वर्तमान सरकार पर एक तीखा तंज कसा और यह दिखाया कि

कैसे तत्कालीन नेतृत्व ने भी शिवाजी महाराज की मूर्ति का उद्घाटन किया था, लेकिन आज के नेता इस पर नजरअंदाज कर रहे हैं।

इस मुद्दे ने केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल नहीं मचाई है, बल्कि आम जनता में भी नाराजगी और असंतोष पैदा कर दिया है।

लोगों का कहना है कि इस घटना ने न केवल छत्रपति शिवाजी महाराज के सम्मान को ठेस पहुंचाई है,

बल्कि यह सरकारी ठेकेदारों और नेताओं की कार्यशैली की भी पोल खोल दी है।

इस पूरे मामले ने राज्य और केंद्र सरकार के बीच एक नई राजनीतिक लड़ाई को जन्म दे दिया है,

जिसमें आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।

क्या यह विवाद सुलझेगा या यह एक नई राजनीतिक उथल-पुथल का रूप लेगा, यह देखने वाली बात होगी।

skill development camp: महिलाओं के लिए पंजाब में जॉब स्किल कैंप

skill development camp: अब महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए व्यापक जॉब स्किल कैंप शुरू होंगे!

पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक ऐतिहासिक और दूरदर्शी कदम उठाया है।

राज्य सरकार ने फैसला किया है कि जल्द ही सभी जिलों में जॉब स्किल कैंप (skill development camp) शुरू किए जाएंगे,

जो महिलाओं के रोजगार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से होंगे।

यह पहल पंजाब की महिलाओं को नए अवसर प्रदान करने और उनके आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने महिला एवं बाल विकास की दी  जानकारी

सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने इस पहल की जानकारी देते हुए बताया

कि 10 सितंबर को ज़िला श्री मुक्तसर साहिब में पहले कैंप की शुरुआत की जाएगी।

इस कैंप को लेकर खास तैयारियाँ की गई हैं और यह एक बड़ी शुरुआत का प्रतीक है। इ

स पहल का लक्ष्य महिलाओं को कौशल, प्रशिक्षण और संसाधनों से लैस करना है

ताकि वे विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर संवार सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

पंजाब सरकार महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने (skill development camp)

डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने और

उनके आर्थिक सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

इन जॉब स्किल कैंपों का उद्देश्य महिलाओं को रोजगार की नई संभावनाओं से परिचित कराना और उन्हें आवश्यक कौशल सिखाना है।

ये कैंप रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण विभाग के सहयोग से शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित किए जाएंगे।

मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि इन कैंपों का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित असमानताओं को समाप्त करना,

महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार करना और उनमें आत्मविश्वास पैदा करना है। उन्होंने बताया कि

आज के समय में महिलाओं के कौशल को विकसित करना और उन्हें रोजगार के समान अवसर प्रदान करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।

यह पहल महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने के सपने को साकार करने में सहायक होगी।

कैबिनेट मंत्री ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर

कैबिनेट मंत्री ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए पंजाब सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्यभर में महिलाओं के समग्र विकास के लिए कई पहलें लागू की जा रही हैं।

इन जॉब स्किल कैंपों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य न केवल महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है,

बल्कि उनके आत्म-संवर्धन को भी बढ़ावा देना है।

इस पहल के तहत, महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में काम के लिए तैयार किया जाएगा,

जिससे वे रोजगार बाजार में प्रतिस्पर्धी बन सकें। यह कदम महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद और अवसर लेकर आया है,

जो उन्हें अपने सपनों को पूरा करने में मदद करेगा और समाज में उनकी स्थिति को मजबूत करेगा।

पंजाब सरकार की यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक बदलाव का संकेत है।

इस ऐतिहासिक पहल के साथ, पंजाब सरकार ने दिखाया है कि वह महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके समग्र विकास के प्रति कितनी गंभीर है।

इस पहल से न केवल महिलाओं की व्यक्तिगत और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा,

बल्कि समाज में समानता और न्याय की भावना को भी बढ़ावा मिलेगा।

Tarn Taran में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य को सुरक्षित बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत, Tarn Taran पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है।

पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान आधारित हथियार तस्करी मॉड्यूल के दो मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने दी।

Tarn Taran: इस ऑपरेशन के दौरान DGP गौरव यादव ने प्रेस को बताया

डी जी पी गौरव यादव ने आज प्रेस को बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान तरनतारन के शेरों क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए

आरोपियों के पास से चार आधुनिक ग्लॉक-19 पिस्टल, चार मैगज़ीन और सात जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।

इनमें से एक पिस्टल पर ‘मेड फॉर नाटो आर्मी’ लिखा हुआ था, जो इसके उच्च गुणवत्ता वाले होने का संकेत है।

इसके अलावा, पुलिस ने 4.8 लाख रुपये की हवाला राशि भी जब्त की है।

पुलिस ने मारुति स्विफ्ट कार को भी जब्त किया, जिसमें आरोपी यात्रा कर रहे थे।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, जो चप्पा राम सिंह, जंडियाला गुरु का निवासी है,

और लवप्रीत सिंह, जो बासरके, खालरा का निवासी है, के रूप में हुई है।

इन दोनों आरोपियों पर पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं,

और इनकी आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण यह गिरफ्तारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

डीजीपी यादव ने बताया कि आरोपी हरप्रीत सिंह पाकिस्तान आधारित तस्कर के सीधे संपर्क में था,

जो ड्रोन के माध्यम से सीमा पार नशीले पदार्थ और हथियारों की खेप भेजता था।

उन्होंने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि इसके अन्य संबंधों का भी पता लगाया जा सके।

यह जांच इस बात को सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि क्या इस तस्करी के पीछे और भी बड़े नेटवर्क या अपराधी शामिल हैं।

Tarn Taran: SSP गौरव तूरा ने बताया

इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी देते हुए, तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव तूरा ने बताया कि

पुलिस टीम संदिग्ध वाहनों की जांच कर रही थी। तभी एक तेज गति से आती हुई मारुति स्विफ्ट कार को रुकने का संकेत दिया गया।

लेकिन कार सवारों ने भागने की कोशिश की, और उनकी कार नाके पर लगे बैरिकेड्स से टकरा गई।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कार में बैठे दो व्यक्तियों को घेर लिया और

तलाशी के दौरान उनके पास से हथियार और हवाला राशि बरामद की।

एसएसपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि

हरप्रीत सिंह ने फरीदकोट जेल में रहते हुए कुछ तस्करों के संपर्क में आया था।

इन तस्करों ने उसे पाकिस्तान आधारित नशा तस्कर से मिलवाया था।

जांच के दौरान यह भी पता चला कि हरप्रीत सिंह ने कई बार हथियार अपराधी तत्वों तक पहुंचाए थे।

इस मामले में एफआईआर

इस मामले में एफआईआर नं. 114 दिनांक 29.08.2024 को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 111, शस्त्र अधिनियम की धारा 25(6) और 25(7) और

एनडीपीएस अधिनियम की धारा 27ए के तहत थाना सरहाली, तरनतारन में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस की यह बड़ी सफलता न केवल राज्य की सुरक्षा को बढ़ाएगी,

बल्कि क्षेत्र में अपराध और तस्करी की गतिविधियों पर भी प्रभावी नियंत्रण स्थापित करेगी।

J. P. Nadda के निवास पर पंजाब प्रतिनिधिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक

भारतीय राजनीति और कृषि की दुनिया में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर, केंद्रीय फर्टिलाइजर्स मंत्री जेपी नड्डा (J. P. Nadda) के निवास पर पंजाब का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल जुटा।

इस प्रतिनिधिमंडल में पंजाब के सीनियर अधिकारी केएपी सिन्हा और जीएस ब्रार, जॉइंट डायरेक्टर (इनपुट्स) शामिल थे।

बैठक के दौरान पंजाब के किसानों की समस्याओं पर गंभीर चर्चा हुई और कुछ बेहद महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

इस बैठक का महत्व सिर्फ इस बात में नहीं है कि फर्टिलाइजर्स की आपूर्ति पर चर्चा हुई,

बल्कि इसमें पंजाब के कृषि क्षेत्र के भविष्य की दिशा तय की गई।

पंजाब, जिसे भारत का ‘खाद्य कटोरा’ भी कहा जाता है

पंजाब, जिसे भारत का ‘खाद्य कटोरा’ भी कहा जाता है, के किसानों को फर्टिलाइजर्स की अनुपलब्धता का सामना करना पड़ रहा था।

मंत्री J. P. Nadda ने  मुद्दे की गंभीरता को समझा

इस गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्रीय फर्टिलाइजर्स मंत्री जेपी नड्डा ने व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे की गंभीरता को समझा और एक प्रभावी समाधान की दिशा में कदम बढ़ाए।

बैठक में केंद्रीय फर्टिलाइजर्स सचिव राजत मिश्रा और डायरेक्टर मूवमेंट हरविंदर सिंह भी उपस्थित थे।

इन अधिकारियों की उपस्थिति ने बैठक की गंभीरता को और भी बढ़ा दिया। मंत्री नड्डा ने बैठक के दौरान जोर देकर कहा

कि पंजाब की स्थिति को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा और किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी।

उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले दो महीनों में डीएपी (डायअमोनियम फास्फेट) की भरपूर आपूर्ति की जाएगी,

जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की कमी का सामना न करना पड़े।

 मंगलवार को  मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्रीय मंत्रीJ. P. Nadda से की थी बातचीत

इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से टेलीफोन पर बातचीत की थी।

मुख्यमंत्री मान ने डीएपी की आपूर्ति को लेकर तत्काल कार्रवाई की अपील की थी,

जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल को केंद्रीय फर्टिलाइजर्स मंत्रालय में भेजा गया।

मुख्यमंत्री की यह पहल और उनकी सक्रियता ने इस मुद्दे की तात्कालिकता को स्पष्ट कर दिया

और सरकार को एक ठोस निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया।

केएपी सिन्हा और जीएस ब्रार ने सचिव फर्टिलाइजर्स से मिलकर

बुधवार को, केएपी सिन्हा और जीएस ब्रार ने सचिव फर्टिलाइजर्स से मिलकर सितंबर 2024 के लिए डीएपी की बढ़ी हुई आवंटन की मांग की।

उन्होंने जोर दिया कि पंजाब के कृषि क्षेत्र की स्थिरता और किसानों की भलाई के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

उनकी इस अपील को गंभीरता से लिया गया और मंत्रालय ने जल्द ही इस पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया।

इस बैठक ने पंजाब के किसानों के लिए एक नई उम्मीद का संचार किया है।

केंद्र सरकार की तत्परता और संजीवनी प्रयासों से किसानों को मिलने वाली राहत और कृषि क्षेत्र में स्थिरता की उम्मीद जगी है।

यह बैठक इस बात का स्पष्ट संकेत है कि जब मुद्दे गंभीर होते हैं और किसानों की भलाई की बात आती है,

तो सरकार पूरी सक्रियता और प्रतिबद्धता के साथ समाधान के लिए तत्पर रहती है।

कृषि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान संभव

यह बैठक इस बात का उदाहरण है कि प्रभावी संवाद और त्वरित कार्रवाई से कृषि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान संभव है।

इस बैठक ने साबित कर दिया कि सकारात्मक संवाद और त्वरित निर्णय लेने की प्रक्रिया से समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है।

इस मामले में भी, सरकार और किसानों के बीच सहयोग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाने में मदद की,

जिससे पंजाब के कृषि क्षेत्र को नया जीवन मिला और किसानों की समस्याओं का समाधान हुआ।

Dr. Yash Garg ने जारी की मतदाता सूची, तैयार हैं 4,33,369 वोटर

Dr. Yash Garg : जिले की राजनीति में एक नई हलचल शुरू हो गई है।

उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी Dr. Yash Garg ने आज जिला की दोनों विधानसभाओं की

नई मतदाता सूची का शानदार अनावरण किया है। इस घोषणा के साथ ही, जिले में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है।

अब, जिले की दोनों विधानसभाओं में कुल 4,33,369 वोटर रजिस्टर्ड हैं,

जो कि किसी भी चुनावी परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है।

इनमें से 2,27,053 पुरुष वोटर, 2,06,290 महिला वोटर और 26 थर्ड जेंडर वोटर शामिल हैं।

यह आंकड़ा दर्शाता है कि जिले में चुनावी प्रक्रिया के प्रति लोगों का उत्साह कितना प्रबल है।

Dr. Yash Garg ने दी महत्वपूर्ण अवसर पर जानकारी

डॉ. यश गर्ग ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर जानकारी दी कि 01-कालका विधानसभा में कुल 2,00,297 वोटर पंजीकृत हैं।

इसमें 1,04,426 पुरुष, 95,853 महिलाएं और 18 थर्ड जेंडर वोटर शामिल हैं।

दूसरी ओर, 02-पंचकूला विधानसभा में कुल 2,33,072 वोटर रजिस्टर्ड हैं,

जिनमें 1,22,627 पुरुष, 1,10,437 महिलाएं और आठ थर्ड जेंडर वोटर शामिल हैं।

यह आंकड़े केवल संख्या नहीं हैं, बल्कि यह जिले के हर एक नागरिक की लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी का प्रतीक हैं।

डॉ. गर्ग ने बताया कि 2 सितंबर तक नए वोटर कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है।

इस तारीख तक, जिले का कोई भी नागरिक नया वोटर कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर सकता है।

यह एक सुनहरा अवसर है, जो किसी भी व्यक्ति को मतदान प्रक्रिया में शामिल होने का मौका देता है।

आयुवर्ग के अनुसार वोटरों की संख्या की जानकारी भी पेश की गई:

  • 18-19 वर्ष आयुवर्ग: इस आयुवर्ग में कुल 10,132 वोटर हैं, जिनमें कालका में 4,859 और पंचकूला में 5,273 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 1,032 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह युवाओं की लोकतांत्रिक सक्रियता को दर्शाता है।

  • 20-29 वर्ष आयुवर्ग: कुल 77,931 वोटर हैं, जिसमें कालका में 39,270 और पंचकूला में 38,661 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 1,687 नए वोटर जुड़े हैं। यह युवा शक्ति के चुनावी महत्व को रेखांकित करता है।

  • 30-39 वर्ष आयुवर्ग: कुल 99,891 वोटर हैं, जिसमें कालका में 48,323 और पंचकूला में 51,568 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 409 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह आयुवर्ग चुनावी प्रक्रिया में स्थिरता और अनुभव का प्रतिनिधित्व करता है।

  • 40-49 वर्ष आयुवर्ग: कुल 90,190 वोटर हैं, जिसमें कालका में 40,724 और पंचकूला में 49,466 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 224 वोटर कम हुए हैं, जो बदलती जनसंख्या संरचना को दर्शाता है।

  • 50-59 वर्ष आयुवर्ग: कुल 69,042 वोटर हैं, जिसमें कालका में 30,871 और पंचकूला में 38,171 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 611 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह वरिष्ठ नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है।

  • 60-69 वर्ष आयुवर्ग: कुल 48,641 वोटर हैं, जिसमें कालका में 21,465 और पंचकूला में 27,176 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 939 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह वरिष्ठ जनसंख्या की स्थिरता को दर्शाता है।

  • 70-79 वर्ष आयुवर्ग: कुल 26,105 वोटर हैं, जिसमें कालका में 10,364 और पंचकूला में 15,741 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 1,197 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह वृद्धजन की लोकतांत्रिक भागीदारी को प्रकट करता है।

  • 80 वर्ष से अधिक आयुवर्ग: कुल 11,437 वोटर हैं, जिसमें कालका में 4,421 और पंचकूला में 7,016 वोटर शामिल हैं।

    इस वर्ग में 1,497 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह दर्शाता है कि उम्र के साथ भी नागरिकों की लोकतांत्रिक भागीदारी कायम है।

    इन आंकड़ों से साफ है डॉ. यश गर्ग

डॉ. यश गर्ग ने इस विशेष अवसर पर कहा कि इन आंकड़ों से साफ है

कि जिले में लोकतंत्र के प्रति गहरी निष्ठा और भागीदारी है। यह एक महत्वपूर्ण संकेत है

कि आने वाले चुनावों में मतदान का प्रतिशत उच्च रहेगा और सभी वर्गों के लोग सक्रिय रूप से चुनावी प्रक्रिया में भाग लेंगे।

Minister Dr. Baljeet Kaur: पंजाब सरकार ने 10 CDPO को बनाया DPO

Minister Dr. Baljeet Kaur: पंजाब सरकार ने हाल ही में एक ऐसा कदम उठाया है जिसने सरकारी कर्मचारियों के दिलों में खुशी की लहर दौड़ा दी है।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग के

10 बाल विकास परियोजना अधिकारियों (CDPO) को जिला कार्यक्रम अधिकारियों (DPO) के पद पर पदोन्नत कर दिया है।

यह फैसला उस समय आया है जब CDPO अपनी पदोन्नति की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत थे।

Minister Dr. Baljeet Kaur ने इस महत्वपूर्ण घोषणा

सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास Minister Dr. Baljeet Kaur ने इस महत्वपूर्ण घोषणा के साथ ही

कर्मचारियों के मनोबल को ऊंचा उठाने का काम किया।

उन्होंने बताया, “मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, पंजाब सरकार ने कर्मचारियों की भलाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

यह पदोन्नति सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि हमारे कर्मचारियों के प्रति हमारी संवेदनशीलता

और उनके समर्पण को मान्यता देने का एक तरीका है।”

10 CDPO को खुशी की लहर

इस कदम ने न केवल पदोन्नति पाने वाले 10 सी.डी.पी.ओ. को खुशी की लहर में डुबो दिया,

बल्कि पूरे सरकारी कर्मचारी वर्ग में एक नई ऊर्जा भर दी है।

पदोन्नति पाने वाले अधिकारियों में से एक अनुसूचित जाति से संबंधित है,

जो राज्य सरकार की समान अवसर और सामाजिक न्याय की नीति को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।

यह कदम एक महत्वपूर्ण संकेत है कि पंजाब सरकार हर वर्ग के विकास और उत्थान के प्रति संजीदा है।

Minister Dr. Baljeet Kaur ने जिला कार्यक्रम अधिकारियों को दी बधाई

डॉ. बलजीत कौर ने इस मौके पर पदोन्नत जिला कार्यक्रम अधिकारियों को बधाई दी और

उन्हें एक नई जिम्मेदारी के साथ उन्नति की दिशा में प्रेरित किया।

उन्होंने कहा, “आपका काम समाज के सबसे कमजोर और जरूरतमंद वर्गों की भलाई के लिए है।

ईमानदारी और समर्पण के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं

आपकी नई भूमिका में आपसे यह उम्मीद की जाती है कि आप ईमानदारी और समर्पण के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं।

याद रखें, समाज के लिए आपकी सेवा ही आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।”

यह कदम सिर्फ एक कर्मचारी की व्यक्तिगत उन्नति नहीं है, बल्कि यह पूरे सरकारी तंत्र के लिए एक प्रेरणा है। यह बताता है

कि सरकार अपने कर्मचारियों की मेहनत को मान्यता देती है और उनके विकास में विश्वास रखती है।

जब एक कर्मचारी को उसकी मेहनत का उचित मूल्य मिलता है,

तो उसका मनोबल ऊंचा होता है, और वह अपनी ड्यूटी को और भी बेहतर तरीके से निभाने की कोशिश करता है।

सरकारी क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव

इस तरह की पहल सरकारी क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। यह दिखाता है कि सरकार न केवल अपने कर्मचारियों की भलाई की चिंता करती है,

बल्कि समाज की सेवा करने वाले हर व्यक्ति की कठिनाइयों और संघर्षों को भी समझती है।

जब सरकार अपने कर्मचारियों को सही अवसर और सम्मान देती है,

तो इसका प्रभाव सिर्फ उनके व्यक्तिगत जीवन पर ही नहीं, बल्कि समाज पर भी सकारात्मक होता है।

इस प्रकार की पदोन्नति और प्रोत्साहन समाज के अन्य वर्गों के लिए भी एक प्रेरणा का काम करती है। यह हमें सिखाती है कि

मेहनत और समर्पण के साथ किए गए काम को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

हर व्यक्ति को उसके योगदान के अनुसार मान्यता मिलनी चाहिए, और यही एक समृद्ध और स्वस्थ समाज की नींव होती है।

पंजाब सरकार का यह कदम निश्चित रूप से राज्य में एक सकारात्मक और प्रेरणादायक बदलाव की दिशा में एक कदम और बढ़ाएगा।

 

MP Kumari Selja: भाजपा की शहरी निकाय चुनावों में लापरवाही पर कांग्रेस

सिरसा से लोकसभा MP Kumari Selja ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए

इसे चुनावी धोखाधड़ी का खुलासा बताया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीतिक जमीन पूरी तरह से खिसक चुकी है,

और सत्ता में बैठे लोगों को इसकी गहरी अनुभूति हो चुकी है।

इस डर के चलते भाजपा ने जानबूझकर शहरी निकायों के चुनावों से बचने की कोशिश की है।

Kumari Selja ने जोर देकर कहा

कुमारी सैलजा ने जोर देकर कहा कि प्रदेश के 8 नगर निगम, 4 नगर परिषद और 21 नगर पालिकाओं के निवासी चुनाव के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।

लेकिन भाजपा सरकार ने इन चुनावों को टालने में पूरी तरह से नाकाम रही है।

कांग्रेस सत्ता में आते ही इन सभी लंबित चुनावों को प्राथमिकता पर आयोजित करेगी।

प्रदेश के 11 नगर निगमों में से केवल 3 नगर निगम – पंचकूला, अंबाला शहर और सोनीपत – वर्तमान में जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा चलाए जा रहे हैं।

मानेसर नगर निगम के चुनाव अब तक नहीं कराए गए हैं, जबकि गुड़गांव और फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल समाप्त हुए काफी समय हो चुका है।

हिसार, पानीपत, रोहतक, यमुनानगर और करनाल नगर निगमों का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है।

नगर परिषदों और नगर पालिकाओं के चुनाव वर्षों से लटके हुए हैं।

कई जगहों पर तो वार्डबंदी का काम अभी भी अधूरा पड़ा है,

जिससे स्थानीय लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

सैलजा ने भाजपा सरकार पर लगाया यह भी आरोप

सैलजा ने भाजपा सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह जनप्रतिनिधियों के बजाय अधिकारियों के माध्यम से शहरों और गांवों की छोटी सरकार चला रही है।

पंचायत चुनावों में 21 महीने की देरी की गई थी और चुनाव के बाद भी ग्राम पंचायतों के अधिकार ई-टेंडरिंग के बहाने छीनने का प्रयास किया गया।

कुमारी सैलजा ने कहा कि नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं में चुने हुए

प्रतिनिधियों के बिना विकास कार्य ठप हो जाते हैं

और बजट भी फाइनल नहीं हो पाता। अधिकारी अपनी मर्जी से काम करते हैं,

जबकि चुने हुए पार्षद स्थानीय लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्य करते हैं।

पार्षदों के बिना शहरों का विकास सही ढंग से नहीं हो सकता।

 पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सदी के विजन का भी किया उल्लेख

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सदी के विजन का भी उल्लेख किया।

राजीव गांधी ने पंचायती राज और नगर पालिका विधेयक के माध्यम से सत्ता के विकेंद्रीकरण का सपना देखा था।

उन्होंने लोक अदालतों के माध्यम से त्वरित न्याय दिलाने के प्रयासों को भी प्रमुखता से बढ़ावा दिया।

उनका मानना था कि सरकार में सहभागिता से समाज के वंचित और कमजोर वर्गों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।

कुमारी सैलजा के बयान ने भाजपा सरकार की शहरी निकाय चुनावों में घोटालेबाजी और लापरवाही की ओर इशारा करते हुए

कांग्रेस की ओर से एक जोरदार हमला किया है। कांग्रेस का कहना है कि सत्ता में आने के बाद, वह शहरी निकायों के चुनावों को प्राथमिकता के आधार पर आयोजित करेगी

और विकास के रास्ते को पूरी तरह से साफ करेगी। भाजपा की नाकामी और लापरवाही के खिलाफ यह एक बड़ा आक्रोश है,

और कांग्रेस इसे आगामी चुनावों में एक प्रमुख मुद्दा बनाने का इरादा रखती है।

Divya Yoga Mandir ट्रस्ट को मिली NCVET की मान्यता

नई दिल्ली स्थित कौशल भवन में आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम में दिव्य योग मंदिर (Divya Yoga Mandir) ट्रस्ट को राष्ट्रीय व्यवसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) से दोहरी मान्यता प्राप्त हुई है।

यह मान्यता ट्रस्ट को “अवॉर्डिंग बॉडी” और “असेसमेंट बॉडी” दोनों के रूप में मान्यता देती है, जिससे अब ट्रस्ट कौशल मूल्यांकन और पुरस्कार प्रदान करने में सक्षम होगा।

Divya Yoga Mandir ट्रस्ट के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण

इस विशेष अवसर पर Divya Yoga Mandir ट्रस्ट के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने अपने संबोधन में कहा

कि इस मान्यता से ट्रस्ट को कौशल विकास, आत्मनिर्भर भारत और रोजगार सृजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिला है।

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि ट्रस्ट अब 60 से अधिक व्यवसायिक शिक्षा के कोर्सों की पेशकश करेगा, जिससे देश के नागरिकों को उन्नत कौशल प्राप्त होगा।

यह कदम रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करेगा और देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा।

आचार्य बालकृष्ण ने यह भी कहा

आचार्य बालकृष्ण ने यह भी कहा कि बदलते समय के साथ कौशल विकास की आवश्यकता और भी बढ़ गई है।

वर्तमान में, युवाओं को केवल शिक्षा प्राप्त करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उन्हें व्यावसायिक कौशल भी हासिल करना होगा।

इससे न केवल उनके लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे, बल्कि वे अपने आसपास के लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर प्रदान कर सकेंगे।

जब नागरिक सक्षम और आत्मनिर्भर होंगे, तो देश की समृद्धि सुनिश्चित होगी।

दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की मान्यता

कार्यक्रम की अध्यक्षता NCVET के चेयरमैन श्री अतुल तिवारी ने की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि

दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की मान्यता एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को खोलेगा।

उन्होंने ट्रस्ट की सराहना की और कहा कि यह मान्यता आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

इससे देश भर में रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और युवाओं को उनके कौशल के अनुसार अवसर प्राप्त होंगे।

Divya Yoga Mandir ट्रस्ट को मिली जिम्मेदारी

इस नई मान्यता से दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है।

ट्रस्ट अब पेशेवर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी भूमिका को और मजबूत करेगा।

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि ट्रस्ट इस मान्यता का उपयोग समाज के लिए बेहतर सेवाएं प्रदान करने में करेगा और

सभी को कौशल विकास के लाभ पहुंचाएगा।

यह मान्यता समाज को यह सिखाती है कि शिक्षा और कौशल विकास केवल व्यक्तिगत समृद्धि के लिए ही नहीं, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है।

एक शिक्षित और कुशल समाज ही देश की प्रगति की दिशा में ठोस कदम उठा सकता है।

जब लोग अपने कौशल को निखारते हैं और शिक्षा का सही उपयोग करते हैं,

तो वे न केवल अपने लिए बल्कि समाज के लिए भी योगदान देते हैं।

दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की इस उपलब्धि ने यह प्रमाणित किया है कि सही दिशा,

प्रयास और समर्पण से किसी भी संस्था को ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है।

यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे कौशल और शिक्षा का सही उपयोग समाज में बदलाव

और प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा केवल व्यक्तिगत सफलता ही नहीं, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति के लिए भी महत्वपूर्ण है।

एक सक्षम और शिक्षित समाज ही विकास की दिशा में ठोस कदम उठा सकता है।

CM Naib Saini: भाजपा का विजय रथ पूरी ताकत के साथ मैदान में

CM Naib Saini: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखें करीब आ रही हैं, और भाजपा ने अपनी जीत की राह पर तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं।

मुख्यमंत्री नायब सैनी (CM Naib Saini) और उनकी पूरी टीम ने चुनावी अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है।

सैनी ने बिना थके जन आशीर्वाद रैलियों का सिलसिला जारी रखा है।

हर दिन तीन-तीन विधानसभाओं में जाकर जनता से समर्थन प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है।

इन रैलियों में उमड़ी भारी भीड़ ने भाजपा के उत्साह को और बढ़ा दिया है।

भाजपा  ने विजय रथ के रूप में रोड शो की शुरुआत: CM Naib Saini

अब, भाजपा ने विजय रथ के रूप में रोड शो की शुरुआत की है। इस अभियान की शुरुआत नारायणगढ़ विधानसभा से की गई।

रोड शो के दौरान नारायणगढ़ के नागरिकों ने भारी संख्या में शामिल होकर भाजपा के प्रति अपनी निष्ठा जताई।

युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने मिलकर भारत माता के जयकारे लगाए और भाजपा के झंडे लहराए।

पूरा शहर भाजपा के झंडों से सज गया। जगह-जगह मुख्यमंत्री नायब सैनी का फूलों से स्वागत किया गया,

जो दर्शाता है कि नारायणगढ़ में भाजपा की लोकप्रियता कितनी बढ़ गई है।

मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, सुमन सैनी, धर्मवीर मिजार्पुर और अन्य नेता भी इस रोड शो का हिस्सा बने।

इन नेताओं ने भी लोगों के समर्थन को महसूस किया और भाजपा के प्रति आभार जताया।

रोड शो का जनसमर्थन: भाजपा की जीत की दिशा में एक बड़ा कदम

पूंडरी और नारायणगढ़ विधानसभाओं में रोड शो के दौरान भारी भीड़ देखने को मिली।

युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाजपा के प्रति समर्थन प्रकट किया।

लोगों ने माला पहनाकर और जोरदार जयकारे लगाकर मुख्यमंत्री नायब सैनी और

प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का स्वागत किया।

यह समर्थन साफ संकेत देता है कि हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने की संभावना मजबूत है।

क्रेन पर चढ़कर फूलों की बारिश (CM Naib Saini)

रोड शो के दौरान पूंडरी में युवाओं ने विशेष तैयारी की थी।

उन्होंने एक क्रेन का इंतजाम किया और उस पर चढ़कर मुख्यमंत्री नायब सैनी पर फूलों की बारिश की।

इस उत्साहपूर्ण स्वागत ने मुख्यमंत्री को भी प्रेरित किया।

उन्होंने भी इस मौके पर लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना।

कई लोगों ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र और धन्यवाद पत्र सौंपे, जिसमें भाजपा सरकार के प्रति आभार प्रकट किया गया।

ढोल की धुन और देशभक्ति का जोश

रोड शो के दौरान ढोल की धुन और देशभक्ति गानों ने माहौल को और उत्साहपूर्ण बना दिया।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जनता के इस अभूतपूर्व समर्थन के लिए धन्यवाद कहा।

उन्होंने भाजपा की नीतियों और विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी।

और विश्वास जताया कि एक अक्टूबर को होने वाले चुनावों में जनता भाजपा को पूरा समर्थन देगी।

उनका कहना है कि हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने से प्रदेश की समृद्धि और विकास की नई दिशा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे भाजपा के नेतृत्व में एक बार फिर हरियाणा के भविष्य को संवारने के लिए समर्थन दें।

उन्होंने चुनावी रणनीति के तहत किए गए विकास कार्यों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए।

आगामी चुनाव में भाजपा की जीत का पूरा विश्वास व्यक्त किया।

Hardeep Singh Dimpy Dhillon: पंजाब की राजनीति में सियासी तूफान

Hardeep Singh Dimpy Dhillon का अकाली दल से इस्तीफा, आम आदमी पार्टी में शामिल होने से मच गई हलचल

राजनीति के दृश्य पर एक नया और चौंकाने वाला मोड़ आया है। गिद्दड़बाहा के प्रमुख नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने

हाल ही में शिरोमणि अकाली दल (SAD) से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया है।

इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के चलते राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है और

मुख्यमंत्री भगवंत मान की उपस्थिति ने इसे और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।

Hardeep Singh Dimpy Dhillon की आम आदमी पार्टी में एंट्री

हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों की आम आदमी पार्टी में एंट्री ने पूरे राजनीतिक परिदृश्य को हिला कर रख दिया है।

उनकी इस नई पारी के साथ ही यह खबर भी फैल गई है कि आम आदमी पार्टी उन्हें

आगामी उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में पेश कर सकती है।

पार्टी ने गिद्दड़बाहा से उपचुनाव लड़ने का आश्वासन भी दे दिया है,

जो पार्टी की रणनीति में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

हालांकि, इस परिवर्तन को लेकर आम आदमी पार्टी के भीतर भी विवाद छिड़ गया है।

पार्टी के पुराने वॉलंटियर्स ने मंगलवार को वरिष्ठ पदाधिकारियों के सामने अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा

कि डिंपी ढिल्लों की एंट्री पार्टी की मूल भावना और वॉलंटियर्स की वर्षों की मेहनत के खिलाफ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस कदम से पार्टी की दिशा में बदलाव आ सकता है और

इससे वॉलंटियर्स की मेहनत पर पानी फिर सकता है।

इसके बावजूद, आम आदमी पार्टी ने अपनी रणनीति पर कायम रहते हुए उपचुनाव में जीत के लिए पूरी तैयारी कर ली है

और विरोध करने वाले वॉलंटियर्स की अनदेखी की है।

सुखबीर सिंह बादल ने डिंपी ढिल्लों के इस्तीफे पर तीखा किया है हमला

वहीं, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने डिंपी ढिल्लों के इस्तीफे पर तीखा हमला किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि डिंपी ढिल्लों ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए अकाली दल को छोड़ा है।

सुखबीर सिंह बादल ने यह भी कहा कि अगर डिंपी ढिल्लों SAD में वापसी करते हैं तो गिद्दड़बाहा से उनकी टिकट पक्की होगी।

इस बयान ने डिंपी ढिल्लों के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों को और भी बढ़ा दिया है और यह दिखाया है कि SAD अभी भी इस मुद्दे पर पूरी तरह से सक्रिय है।

डिंपी ढिल्लों की आम आदमी पार्टी में शामिल होने की प्रक्रिया और इसके बाद की राजनीतिक हलचलें पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा का अवसर प्रस्तुत करती हैं।

आम आदमी पार्टी ने डिंपी ढिल्लों को अपनी चुनावी रणनीति में एक महत्वपूर्ण मोहरा मानते हुए

उपचुनाव में पार्टी का चेहरा बनाया है। पार्टी का मानना है

कि डिंपी ढिल्लों की लोकप्रियता और राजनीतिक अनुभव से उपचुनाव में जीत हासिल की जा सकती है।

गिद्दड़बाहा और पंजाब की राजनीति में एक नया सियासी तूफान

इस घटनाक्रम ने गिद्दड़बाहा और पंजाब की राजनीति में एक नया सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा

कि डिंपी ढिल्लों की आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पार्टी की चुनावी रणनीति को कितना लाभ होता है और

वॉलंटियर्स और SAD की प्रतिक्रियाएं पार्टी की चुनावी संभावनाओं को किस हद तक प्रभावित करती हैं।

गिद्दड़बाहा उपचुनाव की दिशा और परिणाम पर यह राजनीतिक गतिशीलता निश्चित रूप से महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।

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