जालंधर में आज पासपोर्ट मेला: जानिये क्या है ख़ास!

Jalandhar Passport Mela: जालंधर क्षेत्रीय पासपोर्ट दफ्तर में आज, 29 अक्टूबर को ‘पासपोर्ट मेला’ का आयोजन किया जा रहा है।

यह मेला विशेष रूप से उन आवेदकों के लिए है

जिन्होंने विदेश में भारतीय दूतावासों से जारी आपातकालीन प्रमाणपत्रों पर भारत की यात्रा की है

या जिनका पासपोर्ट आवेदन 31 मार्च 2024 तक लंबित है।

राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024 की तैयारी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने आयोजित की कार्यशाला

Jalandhar Passport Mela : 29 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक

दफ्तर के प्रवक्ता ने बताया कि आवेदकों को 29 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपने आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने की अपील की गई है।

इस दिन सामान्य ऑफलाइन और ऑनलाइन पूछताछ बंद रहेगी,

इसलिए अन्य आवेदकों को इस दिन न आने की सलाह दी गई है।

आवेदकों से यह भी कहा गया है कि वे अपने पासपोर्ट और संबंधित सेवाओं के लिए सीधे विदेश मंत्रालय के आधिकारिक पोर्टल पर आवेदन करें

और किसी भी बिचौलिए से बचें। अधिक जानकारी के लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट दफ्तर में सुबह 9 से 12.30 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।

दफ्तर के प्रवक्ता ने बताया कि आवेदकों को 29 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपने आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने की अपील की गई है।

इस दिन सामान्य ऑफलाइन और ऑनलाइन पूछताछ बंद रहेगी,

इसलिए अन्य आवेदकों को इस दिन न आने की सलाह दी गई है।

आवेदकों से यह भी कहा गया है कि वे अपने पासपोर्ट

और संबंधित सेवाओं के लिए सीधे विदेश मंत्रालय के आधिकारिक पोर्टल पर आवेदन करें

और किसी भी बिचौलिए से बचें।

अधिक जानकारी के लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट दफ्तर में सुबह 9 से 12.30 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।

राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024 की तैयारी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने आयोजित की कार्यशाला

National Survey 2024: जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) डॉ. गिन्नी दुग्गल ने आज मोहाली के फेज 6 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल में लगभग 600 प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों, मुखियाओं, इंचार्जों, प्रबंधन और निदेशकों के लिए आगामी परीक्षा राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024 की तैयारी हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया।

National Survey 2024: सीखने के परिणामों पर आधारित

डॉ. दुग्गल ने पावरपॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से उपस्थित लोगों को सर्वेक्षण के उद्देश्यों और परीक्षा के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रैंडम चयन के द्वारा कोई भी स्कूल इस सर्वेक्षण का हिस्सा बन सकता है,

जो 3वीं, 6वीं और 9वीं कक्षाओं के पिछले पाठ्यक्रम के सीखने के परिणामों पर आधारित होगा।

उन्होंने स्कूल मुखियाओं और शिक्षकों की भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में भी विस्तार से बताया।

फील्ड इन्क्वेस्टिगेटर्स द्वारा सेक्शन सैंपलिंग और छात्रों के सैंपलिंग के तरीके को भी स्पष्ट किया गया।

इस मौके पर, उन्होंने शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस की दृष्टि और योजनाओं की सराहना की,

जो पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में सहायक साबित हो रही हैं।

डॉ. दुग्गल ने सभी भागीदारों को योग्यता में सुधार करने

और बेहतर प्रदर्शन के लिए सहयोगी बनने के लिए प्रेरित किया।

कार्यशाला में संत ईश्वर पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल और जिला कोऑर्डिनेटर ने भी अपने मूल्यवान विचार साझा किए।

सभी प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों और मुखियाओं ने एक टीम के रूप में एक साथ काम करने का वादा किया,

ताकि पंजाब में प्राप्त पहला स्थान बरकरार रखा जा सके।

आध्यात्म या दिखावा? बाल संत Abhinav Arora की सच्चाई!

आध्यात्म या दिखावा? बाल संत Abhinav Arora की सच्चाई!

कौन हैं Abhinav Arora ?

10 साल की उम्र में, अभिनव अरोड़ा ने खुद को एक धार्मिक आध्यात्मिक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में लोगों के सामने पेश किया है

और उनके इंस्टाग्राम पर 9.5 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं।

वह हिंदू त्योहारों का उत्सव, शास्त्रों का पाठ, और प्रतिष्ठित धार्मिक गुरुओं के साथ बातचीत के माध्यम से अपने आध्यात्मिक अनुभवों को साझा करते रहते हैं।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा भारत के सबसे युवा आध्यात्मिक वक्ता के रूप में सम्मानित किए गए अभिनव, उद्यमी और TEDx स्पीकर तरुण राज अरोड़ा के बेटे हैं।

उन्हें प्यार से “बाल संत” कहा जाता है, और वह खुद को बलराम के रूप में पहचानते हैं,

जिसमें वह श्री कृष्ण को अपने छोटे भाई के रूप में पूजते हैं।

एक साक्षात्कार में, अभिनव ने स्कूल में अपने अनुभव साझा किए,

जिसमें बताया कि उनके सहपाठी अक्सर उनसे दूर रहते हैं

क्योंकि वह सभी को “राधे राधे” या “जय श्री कृष्ण” के साथ अभिवादन करते हैं।

दिनचर्या भी ध्यान देने योग्य

उनका अनुशासित दिनचर्या भी ध्यान देने योग्य है, जिसमें वह सुबह 3:30 बजे उठकर ‘माला जाप’ और घर पर पूजा करते हैं।

6:30 बजे तक, वह तुलसी पूजा परिक्रमा करते हैं और बाल गोपाल को “भोग” अर्पित करते हैं, जो उनके गहरे आस्था का प्रतीक है।

आलोचना:

हाल ही में एक धार्मिक जुलूस के दौरान स्टेज की गरिमा को भंग करने पर, अभिनव एक बड़े विवाद में फंस गए।

हिंदू धर्मगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने उनकी इस क्रिया की कड़ी आलोचना की,

जिससे उनके आध्यात्मिक प्रामाणिकता पर सवाल उठने लगे हैं

और उनके भक्ति के प्रदर्शन के पीछे की मंशा पर बहस छिड़ गई है।

साथ ही , उनकी पुरानी वीडियोस भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

जिसमे वह चिकन खाने की बात कर रहे है और आम बच्चो की तरह उनका रहना दिखाई देता है।

जिसको देख लोग काफी परेशान और गुस्से में नज़र आ रहे है।

आखिर क्या है सच्चाई ? क्या वह ये सब ढोंग रच रहे है

या फिर सच में उन्होंने एक धार्मिक आध्यात्मिक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में खुद को ढाल लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी करेंगे 12,850 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन

Dhanvantari Jayanti 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) आज देश को 12,850 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं को समर्पित करेंगे।

Dhanvantari Jayanti 2024: PM Modi  ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा परियोजना (CRHSP) का उद्घाटन

इनमें बल्लभगढ़ में AIIMS के अंतर्गत व्यापक ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा परियोजना (CRHSP) का उद्घाटन भी शामिल है।

यह कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चंडीगढ़ से शामिल होंगे।

dhanteras से Bhai Dooj तक: इस बार की Diwali की पूरी Timeline यहाँ!

हरियाणा में धान-बाजरा की खरीद में तेजी: किसानों को मिले 8931 करोड़!

Haryana News:  हरियाणा में धान और बाजरा की खरीद प्रक्रिया तेजी से चल रही है,

जिसके तहत किसानों को अब तक 8931 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर, किसानों की फसल के हर एक दाने की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद सुनिश्चित की जा रही है।

Haryana News: किसानों को एमएसपी का भुगतान

अब तक 2,28,565 धान और 1,26,951 बाजरा किसानों को एमएसपी का भुगतान किया गया है।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि मंडियों में धान और बाजरा की खरीद सुचारू रूप से चल रही है।

इस सीजन में कुल 4550473 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है, जिसमें से 4302418 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है।

किसानों की सुविधा के लिए, सरकार ने ऑनलाइन गेट पास की सुविधा भी उपलब्ध कराई है

ताकि किसानों को मंडियों में प्रवेश में कोई परेशानी न हो।

सामान्य धान के लिए सरकार 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान के लिए 2320 रुपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है।

कुरुक्षेत्र और महेंद्रगढ़ में सर्वाधिक खरीद

कुरुक्षेत्र जिले में सबसे ज्यादा धान की खरीद की गई है, जहां 962575 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है

और 935432 मीट्रिक टन धान खरीदा गया है।

इसके बाद करनाल, कैथल और अंबाला जैसे जिलों में भी धान की खरीद अच्छी रही है।

महेंद्रगढ़ जिले में बाजरे की खरीद में सबसे ज्यादा सफलता मिली है, जहां 106732 मीट्रिक टन बाजरा आया है

और 105841 मीट्रिक टन की खरीद की गई है। रेवाड़ी और भिवानी में भी बाजरे की अच्छी आवक और खरीद हुई है।

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा खरीद प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है,

ताकि किसानों के हितों की रक्षा की जा सके।

हरियाणा सरकार का यह प्रयास न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का है,

बल्कि उन्हें फसल बेचने में कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित करने का भी है।

हरियाणा में धान और बाजरा की खरीद प्रक्रिया सफलतापूर्वक चल रही है,

जिससे किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उनका फसल का भुगतान मिल रहा है।

हरियाणा में धान-बाजरा की खरीद में तेजी: किसानों को मिले 8931 करोड़!

Haryana News:  हरियाणा में धान और बाजरा की खरीद प्रक्रिया तेजी से चल रही है,

जिसके तहत किसानों को अब तक 8931 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर, किसानों की फसल के हर एक दाने की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद सुनिश्चित की जा रही है।

Haryana News: किसानों को एमएसपी का भुगतान

अब तक 2,28,565 धान और 1,26,951 बाजरा किसानों को एमएसपी का भुगतान किया गया है।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि मंडियों में धान और बाजरा की खरीद सुचारू रूप से चल रही है।

इस सीजन में कुल 4550473 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है, जिसमें से 4302418 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है।

किसानों की सुविधा के लिए, सरकार ने ऑनलाइन गेट पास की सुविधा भी उपलब्ध कराई है

ताकि किसानों को मंडियों में प्रवेश में कोई परेशानी न हो।

सामान्य धान के लिए सरकार 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान के लिए 2320 रुपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है।

कुरुक्षेत्र और महेंद्रगढ़ में सर्वाधिक खरीद

कुरुक्षेत्र जिले में सबसे ज्यादा धान की खरीद की गई है, जहां 962575 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है

और 935432 मीट्रिक टन धान खरीदा गया है।

इसके बाद करनाल, कैथल और अंबाला जैसे जिलों में भी धान की खरीद अच्छी रही है।

महेंद्रगढ़ जिले में बाजरे की खरीद में सबसे ज्यादा सफलता मिली है, जहां 106732 मीट्रिक टन बाजरा आया है

और 105841 मीट्रिक टन की खरीद की गई है। रेवाड़ी और भिवानी में भी बाजरे की अच्छी आवक और खरीद हुई है।

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा खरीद प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है,

ताकि किसानों के हितों की रक्षा की जा सके।

हरियाणा सरकार का यह प्रयास न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का है,

बल्कि उन्हें फसल बेचने में कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित करने का भी है।

हरियाणा में धान और बाजरा की खरीद प्रक्रिया सफलतापूर्वक चल रही है,

जिससे किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उनका फसल का भुगतान मिल रहा है।

dhanteras से Bhai Dooj तक: इस बार की Diwali की पूरी Timeline यहाँ!

Dhanteras से Bhai Dooj तक: Diwali, जिसे ‘रोशनी का पर्व’ भी कहा जाता है, इस वर्ष 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।

यह पांच दिवसीय महोत्सव धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है।

दिवाली केवल त्योहार नहीं, बल्कि यह अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है।

हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को यह पर्व मनाया जाता है।

इस वर्ष Diwali के सभी पर्वों की तिथियाँ और शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

1. Dhanteras – 29 अक्टूबर

धनतेरस से पांच दिवसीय दिवाली का आरंभ होता है। इस दिन को धन के देवता कुबेर और आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है।
पूजा मुहूर्त: शाम 6:31 बजे से 8:13 बजे तक।

दीपावली की सही तारीख में Confusion, आखिर कब है दीपावली ?

2. छोटी दिवाली – 30 अक्टूबर

इस दिन लोग सुबह स्नान कर पूजा करते हैं जिसे अभ्यंग स्नान कहा जाता है।

अभ्यंग स्नान मुहूर्त: सुबह 5:20 बजे से 6:32 बजे तक

चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर को दोपहर 1:15 बजे से शुरू होकर अगले दिन दोपहर 3:52 बजे समाप्त होगी।

3. दिवाली (लक्ष्मी पूजा) – 31 अक्टूबर

लक्ष्मी पूजा दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है जब माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 5:36 बजे से 6:16 बजे तक

4. गोवर्धन पूजा – 2 नवंबर

गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है, जब लोग भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुल वासियों की रक्षा करने की कथा को याद करते हैं।

प्रात:काल मुहूर्त: सुबह 6:34 बजे से 8:46 बजे तक

सायं काल मुहूर्त: दोपहर 3:23 बजे से 5:35 बजे तक

5. Bhai Dooj – 3 नवंबर

भाई दूज ( Bhai Dooj) का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को और गहरा करता है, जहां बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं।

अपराह्न मुहूर्त: दोपहर 1:10 बजे से 3:22 बजे तक

महत्वपूर्ण जानकारी: इन सभी तिथियों और मुहूर्त का समय नई दिल्ली के अनुसार है, स्थान के अनुसार इनमें थोड़ा बदलाव हो सकता है।

इस दिवाली, सभी अनुष्ठानों का पालन करते हुए इस महापर्व का आनंद लें और अपने परिवार के साथ खुशियाँ बाँटें!

रत्नावली महोत्सव में नायब सिंह सैनी का जोश: हरियाणा की संस्कृति को संजोने का अद्भुत प्रयास!

हरियाणा के मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय Ratnavali Festival में भाग लिया।

इस महोत्सव को प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, कला और संगीत का अद्भुत संगम बताते हुए

उन्होंने कहा कि यह उत्सव युवा पीढ़ी को हमारी समृद्ध संस्कृति से जोड़ने का एक अनूठा प्रयास है।

Nayab Singh Saini : Ratnavali Festival  की महत्वपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री ने कहा, “हरियाणा हमेशा से ज्ञान, समृद्धि और वीरता का केंद्र रहा है।

वैदिक काल की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने में रत्नावली महोत्सव की महत्वपूर्ण भूमिका है।

” इस चार दिवसीय महोत्सव में 34 विधाओं में 3,000 से अधिक छात्र-छात्राएं अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली और अन्य त्योहारों की शुभकामनाएं देते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय ज्ञान, अनुसंधान, कौशल विकास और सांस्कृतिक संरक्षण में देश के अग्रणी संस्थानों में से एक है।

सैनी ने आगे कहा, “रत्नावली महोत्सव हरियाणवी लोक संस्कृति को पुनर्जीवित करने और युवा विद्यार्थियों में अपनी महान विरासत पर गर्व का भाव जगाने में मदद कर रहा है।”

कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने महोत्सव की शुरुआत

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने महोत्सव की शुरुआत के बारे में जानकारी देते हुए बताया

कि 1985 में 8 विधाओं और 300 कलाकारों के साथ शुरू हुआ यह महोत्सव अब 34 विधाओं में 3,000 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल कर चुका है।

उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।”

इस महोत्सव में पूर्व मंत्री सुभाष सुधा, उपायुक्त राजेश जोगपाल, पद्मश्री महावीर गुड्डू, शिक्षक, कलाकार और विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि यह महोत्सव हरियाणा की सांस्कृतिक विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है,

जो आगे भी जारी रहेगा। रत्नावली महोत्सव न केवल संस्कृति का संरक्षण कर रहा है,

बल्कि युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का भी एक बेहतरीन मंच प्रदान कर रहा है।

CM नायब सिंह सैनी की विकास योजना: पिहोवा से यमुनानगर तक बनेगा फोरलेन!

CM Naib Singh Saini : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने Pehowa से YamunaNagar तक फोरलेन सड़क बनाने और कुरुक्षेत्र तथा लाडवा में बाईपास की घोषणा की है।

यह कदम उन लाखों लोगों की पुरानी मांग को पूरा करने के लिए उठाया गया है जो हरिद्वार यात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम का सामना करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं जल्द ही अमलीजामा पहनेंगी।

CM Naib Singh Saini : दीपावाली, भैया दूज, छठ पूजा और विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री ने आज कुरुक्षेत्र में एक स्वागत समारोह के दौरान कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनता का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने इस मौके पर दीपावाली, भैया दूज, छठ पूजा और विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं भी दीं।

उन्होंने कहा, “यह कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है कि भाजपा ने प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनाई है।

हमें मिलकर लाडवा का विकास करना है।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि सड़क निर्माण के अलावा, मेट्रो और लोकल ट्रेनों का विस्तार भी किया जाएगा।

इससे लोगों को आवागमन में और अधिक सुविधा मिलेगी।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नागरिकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।

Pehowa से YamunaNagar तक फोरलेन सड़क

सैनी ने लाडवा विधानसभा क्षेत्र में सड़कें दुरुस्त करने के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, “हर नागरिक की समस्या का समाधान करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और जनता के लिए हमारे दरवाजे 24 घंटे खुले रहेंगे।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे जल्द ही लाडवा के हर वार्ड और गांव में जाकर जनता से मिलेंगे और धन्यवाद देंगे।

उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता अभियान के तहत हर बूथ पर 300 नए सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य भी दिया।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुभाष सुधा, उपायुक्त राजेश जोगपाल, पुलिस अधीक्षक वरूण सिंगला और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

सैनी की ये घोषणाएँ निश्चित रूप से प्रदेश की सड़कों को बेहतर बनाने और नागरिकों की समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

फोरलेन सड़क और बाईपास के निर्माण से यातायात में सुधार होगा,

जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी और समय की बचत होगी।

इस प्रकार, हरियाणा सरकार का यह प्रयास न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या को सुलझाने के लिए है,

बल्कि प्रदेश की समग्र विकास योजनाओं को भी गति देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे अपनी मेहनत जारी रखें

और जनता के बीच भाजपा का संदेश फैलाएं।

धनतेरस 2024: कैसे होगी आपके घर में माँ लक्ष्मी की कृपा? जानें तिथि और मुहूर्त!

Dhanteras 2024 : धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है, दीवाली से दो दिन पहले मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।

इस दिन भक्त भगवान कुबेर (धन के देवता), भगवान धन्वंतरि (आयुर्वेद के देवता) और माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

यह दिन सोने-चांदी की वस्तुएं, बर्तन और झाड़ू खरीदने के लिए शुभ माना जाता है।

Dhanteras 2024: धनतेरस कब है?

धनतेरस, दीवाली उत्सव की पांच दिवसीय शुरुआत करता है। यह कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की तेरहवीं तिथि को मनाया जाता है।

इस वर्ष, धनतेरस का त्योहार मंगलवार, 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन धनतेरस पूजा मुहूर्त 1 घंटे 49 मिनट तक रहेगा।

धनतेरस का महत्व –

धनतेरस माँ लक्ष्मी के आगमन का प्रतीक है, जो धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं।

इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने के साथ-साथ भगवान कुबेर की भी पूजा की जाती है।

यह दिन भक्तों के लिए अपने घरों की सफाई और पवित्रता का भी प्रतीक है,

जिससे दीवाली के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार होता है।

धनतेरस, छोटी दीवाली या नरक चतुर्दशी से पहले आता है, जो उत्सव की धूमधाम को और बढ़ाता है।

धनतेरस मुहूर्त

चलिये, जानते हैं कि 29 अक्टूबर को विभिन्न शहरों में धनतेरस पूजा के लिए मुहूर्त क्या होगा:

नई दिल्ली: 6:31 बजे से 8:13 बजे तक
गुरुग्राम: 6:32 बजे से 8:14 बजे तक
नोएडा: 6:31 बजे से 8:12 बजे तक
मुंबई: 7:04 बजे से 8:37 बजे तक
पुणे: 7:01 बजे से 8:33 बजे तक
चेन्नई: 6:44 बजे से 8:11 बजे तक
जयपुर: 6:40 बजे से 8:20 बजे तक
हैदराबाद: 6:45 बजे से 8:15 बजे तक
चंडीगढ़: 6:29 बजे से 8:13 बजे तक
कोलकाता: 5:57 बजे से 7:33 बजे तक
बेंगलुरु: 6:55 बजे से 8:22 बजे तक
अहमदाबाद: 6:59 बजे से 8:35 बजे तक

धनतेरस का त्योहार हमें समृद्धि और खुशी की भावना से भर देता है। इस दिन की पूजा से धन और समृद्धि का आगमन होता है। तो, तैयार हो जाइए इस साल खुशियों के स्वागत के लिए!

आयुर्वेद दिवस पर स्वास्थ्य जागरूकता: नेत्र एवं ENT शिविर का आयोजन

Ayurveda Day : आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए) ने मैरी फार्मेसी के सहयोग से एक निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया।

यह शिविर विशेष रूप से नेत्र एवं ईएनटी (कर्ण, नासिका, कंठ) स्वास्थ्य जांच पर केंद्रित था।

उद्घाटन में दी गई जानकारी

CM Bhagwant Mann ने जताई पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी छोड़ने की इच्छा

इस शिविर का उद्घाटन प्रोफेसर डॉ. प्रहलाद रघु ने किया। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को आयुर्वेद के महत्व और इस शिविर के उद्देश्य के बारे में बताया।

शिविर में ऑप्थाल्मोस्कोपी, ओटोस्कोपी और दृष्टि परीक्षण जैसी विभिन्न स्वास्थ्य जांचें की गईं।

निःशुल्क औषधियों का वितरण

इस मौके पर, मैरी फार्मेसी ने निःशुल्क आई ड्रॉप और दृष्टि सुधारने वाली औषधियों का वितरण किया।

यह शिविर न केवल चिकित्सा सेवाओं को प्रदान करने का एक अवसर था,

बल्कि आयुर्वेद की सिद्धांतों और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाने का भी एक उत्कृष्ट प्रयास था।

Ayurveda Day : स्वास्थ्य सम्मेलन की तैयारी

प्रोफेसर डॉ. प्रहलाद ने बताया कि 29 अक्टूबर को एनआईए पंचकूला में एक स्वास्थ्य सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

यह सम्मेलन आयुर्वेद के सिद्धांतों को बढ़ावा देने और समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण को प्रसारित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।

उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर इस सम्मेलन का लाभ उठाएं।

यह आयोजन आयुर्वेद के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Exit mobile version