BIG BOSS 18 में Taarak Mehta के ये FAMOUS किरदार की होगी धमाकेदार एंट्री !

सलमान खान का सबसे चर्चित रियलिटी शो BIG BOSS 18 अब अपने लॉन्च के बेहद करीब है।

और दर्शकों के बीच इसकी एक्साइटमेंट और बढ़ती जा रही है।

सिर्फ 4 दिन बाकी हैं, जब शो की शुरुआत हो जाएगी।

इस बार के सीजन में दर्शकों को बेहतरीन ड्रामा, मनोरंजन और अनोखे ट्विस्ट देखने को मिलेंगे।

हाल ही में एक नाम सामने आया है, जो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो से जुड़ा हुआ है और दर्शकों को इस नाम से अच्छी खासी उम्मीदें हैं।

इस नाम से जुड़ी खबरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, और हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है।

BIG BOSS 18 में गुरुचरण सिंह की  एंट्री

बिग बॉस 18 में शामिल होने वाले अभिनेता गुरुचरण सिंह, जिन्होंने ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में सोढ़ी का लोकप्रिय किरदार निभाया था,

अब शो के इस सीजन का हिस्सा बनने जा रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, उन्हें इस शो के लिए आधिकारिक तौर पर संपर्क किया गया है।

और उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। उनके फैंस के लिए यह एक शानदार खबर है।

क्योंकि वह लंबे समय से छोटे पर्दे पर वापस आने का इंतजार कर रहे थे।

गुरुचरण सिंह का नाम हाल ही में सुर्खियों में तब आया जब वह कुछ समय के लिए लापता हो गए थे।

22 अप्रैल को उन्हें दिल्ली से मुंबई जाने के लिए फ्लाइट पकड़नी थी, लेकिन वह एयरपोर्ट पर नहीं पहुंचे।

इस घटना से उनके फैंस में चिंता का माहौल बन गया था।

लेकिन बाद में यह खबर सामने आई कि वह एक आध्यात्मिक यात्रा पर थे।

इस यात्रा के बाद जब वह वापस लौटे, तो उनके फैंस को राहत मिली और अब वह बिग बॉस 18 में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।

शो के अन्य संभावित कंटेस्टेंट्स

इस बार के बिग बॉस में शामिल होने वाले कंटेस्टेंट्स के नाम भी धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं।

पहले से ही निया शर्मा का नाम इस लिस्ट में जुड़ा हुआ है।

उनके फैंस को इस बात का बेसब्री से इंतजार है कि वह शो में कब नजर आएंगी।

इसके अलावा, शो में हिस्सा लेने वाले अन्य संभावित चेहरे भी चर्चा का विषय बने हुए हैं।

जिनमें शोएब इब्राहिम, चाहत पांडे, अविनाश मिश्रा, समीरा रेड्डी और कनिका मान जैसे लोकप्रिय कलाकार शामिल हैं।

इन सितारों के फैंस को उम्मीद है कि यह सभी अपनी खास पहचान बिग बॉस में बनाने के लिए जोरदार प्रदर्शन करेंगे।

बिग बॉस 18 का प्रोमो

बिग बॉस 18 का प्रोमो हाल ही में रिलीज किया गया है, और इसने दर्शकों में नई उम्मीदें और उत्सुकता जगा दी है।

प्रोमो में दिखाया गया है कि इस बार का सीजन पहले से कहीं ज्यादा ड्रामा और मनोरंजन से भरपूर होगा।

दर्शकों को उम्मीद है कि इस बार शो में कई दिलचस्प और रोमांचक मोड़ आएंगे, जिससे दर्शकों को काफी मज़ा आएगा।

सोशल मीडिया पर कंटेस्टेंट्स के नामों पर चर्चा तेज हो गई है

और दर्शक अपने पसंदीदा सितारों को शो के मंच पर देखने के लिए बेहद उत्सुक हैं।

अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि शो के पहले एपिसोड में क्या खास होगा।

कौन से कंटेस्टेंट सबसे पहले दर्शकों के दिलों में जगह बना पाएंगे।

Navratri fasting: सही फलाहार के नियम और पौष्टिकता के रहस्य!

Navratri fasting: नवरात्रि के पावन अवसर पर मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए बहुत भक्तजन व्रत रखते हैं और विधि-विधान से पूजा-अर्चना भी करते हैं।

ऐसा माना जाता है कि 9 दिन का यह व्रत मां को प्रसन्न कर जीवन की सभी समस्याओं को दूर करने का मार्ग खोलता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्रत के दौरान फलाहार और नियमों का खास ध्यान रखना जरूरी होता है?

Navratri fasting: फलाहार और भोजन करने के कुछ खास नियम

ज्योतिष के अनुसार, नवरात्रि व्रत में फलाहार और भोजन करने के कुछ खास नियम होते हैं।

हालांकि, ये नियम व्यक्तिगत मान्यताओं और परंपराओं के आधार पर भी बदल सकते हैं।

तो आइए जानते हैं नवरात्रि व्रत के दौरान फलाहार करने के कुछ जरूरी नियम:

1. सेंधा नमक का उपयोग:

नवरात्रि के व्रत में सामान्य नमक की जगह केवल सेंधा नमक का ही उपयोग किया जाता है।

यह धार्मिक दृष्टिकोण से शुद्ध माना जाता है और शरीर के लिए भी स्वास्थ्य होता है।

इसके विपरीत, सामान्य नमक का प्रयोग व्रत के दौरान वर्जित होता है।

2. पानी और फलों का सेवन:

व्रत के दौरान पानी का सेवन आप दिन में कई बार कर सकते हैं।

यह ना केवल शरीर को हाइड्रेटेड रखता है बल्कि ऊर्जा भी बनाए रखता है।

इसके अलावा आप सेब, केला, अंगूर, पपीता, संतरा जैसे फलों का सेवन कर सकते हैं।

ये फल हल्के होते हैं और आसानी से पच जाते हैं, जिससे उपवास के दौरान ऊर्जा बनी रहती है।

3. उबली सब्जियां और दूध:

कई लोग व्रत के दौरान उबली हुई या भाप में पकाई गई सब्जियां भी खाते हैं।

हालांकि, यह आपकी व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है।

कुछ लोग दूध, दही या छाछ का सेवन भी करते हैं, जो शरीर को पोषण प्रदान करता है।

लेकिन ध्यान रखें कि यह भी आपकी मान्यता और परंपरा के अनुसार हो सकता है।

4. अनाज और मांसाहार वर्जित:

नवरात्रि के व्रत में अनाज का सेवन नहीं किया जाता है।

इसके अलावा मांस, मछली, अंडा, तंबाकू और अल्कोहल का सेवन भी पूरी तरह से वर्जित होता है। य

ह धार्मिक अनुशासन का हिस्सा है और व्रत की शुद्धता बनाए रखने के लिए इसे अनिवार्य माना गया है।

5. भोजन की पवित्रता और साफ-सफाई:

व्रत के दौरान भोजन की पवित्रता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।

जिस स्थान पर भोजन बनता है और जहां इसे ग्रहण किया जाता है, वहां स्वच्छता होनी चाहिए।

इसके अलावा, व्रत के दौरान मन को शांत और भगवान की भक्ति में लीन रखना भी जरूरी है।

6. नकारात्मक विचारों से दूरी:

व्रत सिर्फ शारीरिक तपस्या नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि का भी समय है।

इसलिए व्रत के दौरान नकारात्मक विचारों से बचना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि मन में केवल सकारात्मक और आध्यात्मिक विचार ही आएं।

अब सवाल उठता है कि कितनी बार फलाहार किया जा सकता है?

व्रत में फलाहार सीमित मात्रा में और संयम से करना चाहिए।

कई लोग दिनभर उपवास करते हैं और केवल रात में भोजन करते हैं।

कोशिश करें कि ताजा भोजन ही करें और बहुत पहले से भोजन ना बनाएं।

व्रत का सही फल तभी मिलेगा जब इन नियमों का पालन पूरी निष्ठा और पुरे दिल से किया जाए।

(Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, Newspedia24 इसकी पुष्टि नहीं करता है)

Dearness Allowance – केंद्रीय कर्मचारियों को DA बढ़ोतरी का इंतजार

केंद्रीय सरकारी कर्मचारी DA (Dearness Allowance) में बढ़ोतरी की घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

तो, सरकार द्वारा DA कब बढ़ाया जा सकता है?

विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय सरकार अक्टूबर में DA बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है।

हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है।

आमतौर पर, यह घोषणा दीपावली के समय के आस-पास होती है।

सूत्रों के मुताबिक, सरकार अक्टूबर में 3-4 प्रतिशत DA बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है।

Dearness Allowance (DA) क्या है?

Dearness Allowance (DA) वह रकम है जो कर्मचारियों को महंगाई के असर को कम करने के लिए उनकी बेसिक सैलरी का एक प्रतिशत दिया जाता है।

यह हर छह महीने में एक बार बढ़ाया जाता है, ताकि जीवन के खर्चों में बढ़ोतरी को ध्यान में रखा जा सके।

DA बढ़ोतरी का उदाहरण:

DA बढ़ोतरी का मतलब है कर्मचारियों को मिलने वाली महंगाई भत्ता में वृद्धि।

सरकार आमतौर पर इसे समय-समय पर घोषित करती है।

एक न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, अगर किसी कर्मचारी की सैलरी ₹30,000 है और उनकी बेसिक सैलरी ₹18,000 है,

तो वर्तमान में उन्हें ₹9,000 का DA मिल रहा है, जो कि उनकी बेसिक सैलरी का 50% है।

वर्तमान स्थिति:

बेसिक सैलरी: ₹18,000
वर्तमान DA: ₹9,000
अगर DA में 3% बढ़ोतरी होती है:

नया DA = ₹9,000 + ₹540 (जो कि ₹18,000 का 3% है)

संशोधित DA: ₹9,540
अगर DA में 4% बढ़ोतरी होती है:

नया DA = ₹9,000 + ₹720 (जो कि ₹18,000 का 4% है)

इतिहास में, सरकार ने ये घोषणाएं दीपावली के आसपास की हैं,

जबकि जनवरी की DA बढ़ोतरी की घोषणा होली के आस-पास मार्च में की जाती है।

केंद्र सरकार आमतौर पर कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए हर साल दो बार DA और Dearness Relief बढ़ाती है,

जनवरी और जुलाई में, और इसकी घोषणा मार्च और अक्टूबर के शुरुआती हफ्तों में होती है।

ईरान ने इजराइल पर दागीं 200 मिसाइलें, युद्ध की आहट!

Iran missile attack on Israel: मध्य पूर्व में युद्ध की आहट ! ईरान ने इजराइल पर एक साथ 200 मिसाइलें दागकर पूरे इलाके में खलबली मचा दी है।

इस हमले के कुछ ही घंटे बाद, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है

कि “ईरान ने बड़ी गलती की है और इसे अपनी कीमत चुकानी पड़ेगी।”

मंगलवार रात को हुआ यह हमला, इजराइल और ईरान के बीच चल रहे वर्षों पुराने संघर्ष की एक और गंभीर कड़ी बन गया है।

मिसाइलों के हमले के बाद इजराइल के आकाश में एक अजीब सी नारंगी चमक फैली,

वायु रक्षा सायरन बजने लगे

और लोग बम shelters में भागने लगे।

यह हमला एक बार फिर से मध्य पूर्व में युद्ध की संभावनाओं को बढ़ा सकता है।

Iran missile attack on Israel: हमास और हिज्बुल्लाह के नेताओं की हत्या की योजना

ईरान ने इस हमले को लेकर कहा है कि उसका लक्ष्य इजराइल के एयरबेस और रडार सिस्टम को नष्ट करना था,

साथ ही उन सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाना था जिन्होंने हमास

और हिज्बुल्लाह के प्रमुख नेताओं की हत्या की योजना बनाई थी।

इस हमले के बाद, अमेरिका ने भी अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए ईरान को चेतावनी दी है

कि उसकी बढ़ती आक्रामकता को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।

मंगलवार रात को ईरान ने अपने सरकारी टीवी चैनल पर बयान देते हुए कहा कि अगर इजराइल ने उकसावा नहीं किया तो उनका हमला समाप्त हो चुका है।

अब सवाल यह उठता है कि क्या यह संघर्ष और बढ़ेगा, या मध्य पूर्व में शांति बहाली के लिए कोई कदम उठाया जाएगा?

दुनिया भर की नजरें इस पर टिकी हैं।

पंचायत चुनावों में सनसनी – आम आदमी पार्टी के राधेशाम का कत्ल, किस पर शक ?

पंचायत चुनावों के बीच Aam Aadmi Party से जुड़े मानसा में एक व्यक्ति की हत्या का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।आपको बता दे कि मृतक की पहचान 38 वर्षीय Radhesham के रूप में हुई है,

Radhesham : हत्या की वारदात रात को हुई

जो गांव खेड़ा खुर्द का निवासी था। राधेशाम की हत्या की वारदात रात को हुई, जब उसे गांव में ही बेरहमी से मार डाला गया।

जानकारी के अनुसार, इस हत्या को 9 लोगों ने मिलकर अंजाम दिया।

यह बात भी सामने आई है कि इस हत्याकांड में DSP के रीडर का नाम भी शामिल है,

जिससे यह मामला और भी पेचीदा हो गया है।

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Aam Aadmi Party: भय गोदारा ने आरोप लगाया DSP रीडर मुख्य आरोपी

आम आदमी पार्टी के मंडी बोर्ड निदेशक, अभय गोदारा ने आरोप लगाया है कि इस हत्याकांड में DSP रीडर मुख्य आरोपी है,

और उन्होंने मामले की गहराई से जांच की मांग की है।

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस की Forensic टीम ने हत्या की तहकीकात शुरू कर दी है।

टीम ने आवश्यक सबूत जुटाने के लिए घटनास्थल की बारीकी से जाँच और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।

इस मामले ने पंचायत चुनावों के दौरान राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है,

क्योंकि इसे एक गंभीर राजनीतिक मामला माना जा रहा है।

गांव वालों में इस हत्या को लेकर डर और चिंता का माहौल है।

लोग अपने-अपने अंदाज में इस हत्या की वजहों का अनुमान लगाने लगे हैं।

अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करेगी और किस तरह की सच्चाई सामने आएगी?

क्या DSP रीडर का नाम सही है या यह महज एक आरोप है?

इस हत्या ने न केवल गांव में बल्कि पूरे इलाके में राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है,

और इससे जुड़े कई राज सामने आ सकते हैं। अब पूरे मामले की जांच पर सबकी नजरें हैं,

और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सचाई सामने आती है और आरोपी किस कदर सजा पाते हैं।

पंजाब में तैनात डायरेक्टर कम्युनिकेशंस Navneet Wadhwa ने दिया इस्तीफा !

मुख्यमंत्री कार्यालय, पंजाब में तैनात डायरेक्टर कम्युनिकेशंस, Navneet Wadhwa ने एक एहम कदम उठाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

उनके इस्तीफे ने राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

आपको बता दे कि Navneet Wadhwa ने ना केवल अपने पद से इस्तीफा दिया,

बल्कि उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली सभी सरकारी सुविधाएं, जिसमें सरकारी गाड़ी भी शामिल थी, तुरंत वापस कर दीं।

Navneet Wadhwa: मुख्यमंत्री कार्यालय के लिए मीडिया और जनसंपर्क

Ayushman Bharat Scheme पर पंजाब सरकार की स्पष्टता

उनके इस निर्णय के पीछे के कारणों को लेकर अभी तक स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है,

लेकिन इस फैसले ने राज्य सरकार के अंदर और बाहर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

नवनीत वधवा, जो मुख्यमंत्री कार्यालय के लिए मीडिया और जनसंपर्क की जिम्मेदारी संभालते थे,

अपनी बेहतरीन रणनीति के लिए जाने जाते थे।

राजनीतिक विशेषज्ञ इस इस्तीफे को लेकर अलग-अलग अटकलें लगा रहे हैं।

कुछ का मानना है कि यह फैसला अंदरूनी विवादों या प्रशासनिक मतभेदों का परिणाम हो सकता है,

जबकि कुछ इसे निजी कारणों से जुड़ा मान रहे हैं।

हालांकि, नवनीत वधवा ने इस्तीफा देते समय कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया,

जिससे स्थिति और भी रहस्यमयी हो गई है।

अब सवाल उठता है कि इस इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में कम्युनिकेशंस की कमान कौन संभालेगा ?

पंजाब में गेस्ट फैकल्टी का हल्ला बोल: नई भर्ती के खिलाफ नौकरी बचाने की जंग तेज!

पंजाब के सरकारी कॉलेजों में बड़ा संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि लंबे समय से छात्रों को पढ़ा रहे गेस्ट फैकल्टी (Guest Faculty) प्रोफेसरों की नौकरी खतरे में है।

बता दे की ये प्रोफेसर, जो सालों से कम वेतन पर काम कर रहे हैं, अब अपनी नौकरी बचाने के लिए मजबूर हो गए हैं।

आज, गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।

उन्होंने गेस्ट फैकल्टी साझा फ्रंट पंजाब के बैनर तले सुबह 9 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक सामूहिक अवकाश लेकर विरोध धरना दिया।

Ayushman Bharat Scheme पर पंजाब सरकार की स्पष्टता

 1158 प्रोफेसरों की भर्ती

इस विरोध की मुख्य वजह है हाल ही में की गई 1158 प्रोफेसरों की भर्ती।

चन्नी सरकार के कार्यकाल के दौरान इस भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत की गई थी,

लेकिन इसमें कई गड़बड़ियों का आरोप लगा। मामला कोर्ट में गया, जहां हाईकोर्ट ने इस भर्ती को खारिज कर दिया।

हालांकि, सरकार ने बाद में इस फैसले को डबल बेंच में चुनौती दी और प्रोफेसरों को जॉइन कराने का आदेश मंज़ूर किया गया।

अब जब इन नए प्रोफेसरों ने कॉलेजों में काम शुरू कर दिया है,

तो सालों से सेवाएं दे रहे गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों की नौकरी पर तलवार लटक गई।

Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण की अद्भुत घटना – भारत में अदृश्य?

Guest Faculty: बेहद कम वेतन पर काम किया

गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों का कहना है कि उन्होंने दशकों तक बेहद कम वेतन पर काम किया है,

और जब अब सम्मानजनक वेतन पाने का समय आया है, तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।

उनका आरोप है कि सरकार उनकी सेवाओं को नजरअंदाज कर रही है

और नए प्रोफेसरों की भर्ती करके उन्हें नौकरी से निकालने की साजिश रच रही है।

प्रोफेसरों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया,

तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। उनका कहना है

कि इस संघर्ष में अगर किसी प्रोफेसर की जान जाती है,

तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

अब सवाल यह उठता है कि क्या पंजाब सरकार इन जरूरतमंद शिक्षकों की आवाज सुनेगी,

जो सालों से पंजाब के छात्रों की शिक्षा का भार उठा रहे हैं, या फिर उन्हें बेरोजगारी के अंधेरे में धकेल देगी?

Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण की अद्भुत घटना – भारत में अदृश्य?

Surya Grahan 2024: दिवंगत प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित कल्याण स्वरूप शास्त्री के पुत्र, पंडित शिव कुमार शर्मा ने बताया है कि 2 अक्तूबर को एक अद्भुत वलयाकार सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है।

यह ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 9:13 बजे शुरू होगा और मध्यरात्रि 3:17 बजे समाप्त होगा।

वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब नया चंद्रमा सूर्य की पूरी डिस्क को कवर नहीं करता,

जिससे सूर्य के चारों ओर एक चमकदार रिंग दिखाई देती है।

Surya Grahan 2024: इसका कोई धार्मिक महत्व नहीं होगा

यह ग्रहण मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका और चिली में दिखाई देगा,

जबकि आंशिक सूर्य ग्रहण दक्षिण अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और उत्तरी अफ्रीका में देखा जाएगा।

दिलचस्प बात यह है कि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा,

जिसका अर्थ है कि भारतीय संस्कृति और शास्त्रों के अनुसार, इसका कोई धार्मिक महत्व नहीं होगा।

पंडित शिव शर्मा ने स्पष्ट किया कि जिस देश में ग्रहण नहीं दिखाई देता,

वहां ग्रहण का कोई अच्छा या बुरा प्रभाव नहीं होता। इससे यह भी पता चलता है

कि भारतीय समाज में ग्रहण के दौरान होने वाले धार्मिक अनुष्ठान और सूतक काल की अवधारणा इस बार लागू नहीं होगी।

इस प्रकार, 2 अक्तूबर का यह सूर्य ग्रहण एक अद्वितीय खगोलीय घटना है,

जो दुनिया के कुछ हिस्सों में ध्यान आकर्षित करेगा,

जबकि भारत में इसे नजरअंदाज किया जाएगा। यह घटना खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है,

लेकिन भारतीय संदर्भ में इसका कोई विशेष अर्थ नहीं होगा।

Flipkart से मंगवाया iPhone, फिर कर दी Delivery Boy की हत्या! जानिए दिल दहलाने वाली घटना !

लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक Flipkart Delivery Boy की कथित तौर पर हत्या कर दी गई।

पुलिस के अनुसार, मृतक भारत कुमार की हत्या उस ग्राहक ने की,

जिसने कैश ऑन डिलीवरी (COD) के जरिए iPhone ऑर्डर किया था।

Delivery Boy के शव की तलाश अभी जारी

पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, जबकि डिलीवरी एजेंट के शव की तलाश अभी जारी है।

खबरों के मुताबिक, शव को बोरे में भरकर इंदिरा नगर में एक नहर में फेंका गया था।

डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान 30 वर्षीय भारत कुमार के रूप में हुई है,

जो निशातगंज थाना क्षेत्र के महा नगर के निवासी राम मिलन के बेटे थे।

क्या है पूरा मामला ?

आरोपी गजानन चिनहट से है, जिसने ₹1.5 लाख का iPhone Cash On Delivery के जरिए ऑर्डर किया था।

23 सितंबर को भारत कुमार iPhone डिलीवर करने पहुंचा,

लेकिन गजानन और उसके साथी आकाश ने कथित तौर पर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।

जब भारत कुमार घर वापस नहीं लौटा, तो उनके भाई ने 25 सितंबर को चिनहट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने CCTV फुटेज और कॉल डिटेल्स की जांच के बाद आकाश को हिरासत में लिया,

जिसने बाद में हत्या की बात कबूल कर ली।

आरोपियों ने बताया की उन्होंने शव को बोरे में भरकर इंदिरा नहर में फेंक दिया था।

अब पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम शव की तलाश में जुटी हुई है।

भारत के परिवार को इस दुखद घटना की जानकारी दे दी गई है।

उनके भाई प्रेम कुमार ने न्याय की मांग की है और आरोपियों को कड़ी सजा देने की बात कही है।

प्रेम कुमार ने कहा, ‘मेरी बस यही मांग है कि पुलिस ऐसी सजा दे जो इन आरोपियों के लिए सबक बने।

‘ फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।

earth का नया साथी – मिनी-चाँद की अनोखी यात्रा! जानिए क्या है खास !

एक खास यूनिवर्सल घटना में, पृथ्वी (earth) ने एक नया साथी पाया है, बता दे जिसे मिनी-चाँद कहा जा रहा है।

इस का नाम एस्टेरॉइड 2024 PT5 है और इसका आकार लगभग 10 मीटर, यानी 33 फीट बताया जा रहा है।

यह पृथ्वी की gravity द्वारा पकड़ा गया है और यह हमारे चारों ओर लगभग दो महीने,

यानी 25 नवंबर 2024 तक घूमने वाला है।

इस मिनी-चाँद का पहला पता 7 अगस्त को NASA के एस्टेरॉइड terrestrial-impact लास्ट अलर्ट सिस्टम ने लगाया था।

यह अरजुना एस्टेरॉइड बेल्ट से आया है, जो ऐसे अंतरिक्ष चट्टानों का एक समूह है जो पृथ्वी के समान कक्षाओं में घूमते हैं।

लेकिन 2024 PT5 पृथ्वी के चारों ओर पूरा चक्कर नहीं लगाएगा,

इसका रास्ता थोड़ा बदल जाएगा और फिर यह solar system में आगे बढ़ जाएगा।

earth के पास धीमी गति से आया

मिनी-चाँद कहलाने के लिए, एस्टेरॉइड पृथ्वी के पास धीमी गति से आया,

और पृथ्वी की gravity उसे अस्थायी रूप से पकड़ सकी । यह घटना काफी अनोखी है

और यह हमें पृथ्वी के पास की चीज़ों के बारे में नई जानकारी देती है।

तो, इसे कौन देख सकता है?

दुनिया भर के बहुत से टेलीस्कोप इसे देख सकेंगे। लेकिन शौकिया टेलीस्कोप इसे नहीं देख पाएंगे,

क्योंकि इसे ढूंढने और ट्रैक करने के लिए खास सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

इसके छोटे आकार और मद्धिम रोशनी के कारण इसे बिना दूरबीन के देख पाना संभव नहीं है।

यह पहला मौका नहीं है जब पृथ्वी ने मिनी-चाँद पाया है।

पहले भी कई बार ऐसा हुआ है, जैसे कि 2022 NX1, जिसने पिछले साल भी हमारी पृथ्वी के आस पास में चक्कर लगाया था।

जो लोग इस घटना को देखने से चूक जाएंगे, उनके लिए अच्छी खबर ये है कि 2055 में फिर से पृथ्वी के पास में लौटेगा,

जिससे Astronomers को इसे फिर से अध्ययन करने का मौका मिलेगा।

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