Mukhtar Ansari: दो साल और ढाई महीने से रूपनगर जेल में बंद मुख्तार अंसारी को लेने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस आठ बार Punjab पहुंची, लेकिन हर बार उसे खाली हाथ लौटना पड़ा। एक बिल्डर की शिकायत पर Mukhtar के खिलाफ 8 जनवरी 2019 को मोहाली के मटौर थाने में फिरौती मांगने का मामला दर्ज किया गया था. 21 जनवरी को Punjab पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 6 अप्रैल 2021 को उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया.
जेल नंबर 16 और Mukhtar Ansari
Mukhtar Ansari को रूपनगर जेल के बैरक नंबर 16 में रखा गया था. उस समय Punjab में Congress की सरकार थी और कैप्टन अमरिंदर मुख्यमंत्री थे. सुखजिंदर सिंह रंधावा जेल मंत्री थे. 2022 के विधानसभा चुनाव में भी अंसारी को विशेष सुविधाएं देने का मुद्दा खूब गरमाया था.
यह भी आरोप लगाया गया कि अंसारी के Congress नेताओं से संबंध थे. फर्जी केस बनाकर उन्हें Punjab की जेल में रखा गया और उनके भरण-पोषण पर करीब 55 लाख रुपये खर्च किये गये. कोर्ट में उनका केस लड़ने के लिए सरकार ने लाखों रुपये भी खर्च किये. 2022 में जब आम आदमी पार्टी सत्ता में आई तो Ansari को लेकर Punjab विधानसभा में भारी हंगामा हुआ.
जेल मंत्री पर लगे आरोप
उस वक्त Congress सरकार में जेल मंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा के खिलाफ जेल मंत्री हरजोत बैंस ने मोर्चा खोल दिया था. उन्होंने अंसारी पर जेल में विशेष सुविधाएं देने का आरोप लगाया था. मुख्यमंत्री Bhagwant Mann ने भी Congress सरकार पर आरोप लगाया था कि Congress सरकार में माफिया को बढ़ावा मिला था. यह भी कहा गया था कि यह पैसा Congress सरकार के तत्कालीन मंत्री से वसूला जाएगा।