Lok Sabha Elections: ‘INLD सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी…’, अभय चौटाला की बड़ी घोषणा; दीपेंद्र हुड्डा पर भी ताना

Lok Sabha Elections 2024: Haryana में कई बार सत्ता में आने वाली भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (INLD) ने सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। अब तक, इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए 111 उम्मीदवार आगे आए हैं। पार्टी अगले कुछ दिनों तक और दावेदार कार्यकर्ताओं को आमंत्रित करेगी, उसके बाद उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी।

अभय सिंह चौटाला ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया

INLD के मुख्य महासचिव और एलेनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला ने लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारी करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि Congress राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हूड़ा के बयान को ठुकराया जाएगा कि INLD BJP को लाभ पहुंचाने और कांग्रेस के वोटों को कटौती करने के लिए चुनाव लड़ेगी।

अभय चौटाला ने दीपेंद्र हूड़ा पर तंज कसा

अभय चौटाला ने कहा कि दीपेंद्र हूड़ा अपनों को बड़ा नेता समझते हैं। अगर INLD पार्टी वोट काटने के लिए काम करती है तो तब वह उनकी क्यों इलेनाबाद उपचुनाव में चुनाव लड़ने गई? चौटाला ने कहा कि पिता और पुत्र ने Congress को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है और BJP का लाभ उठाने के लिए ऐसे झूठे बयान दे रहे हैं। अभय सिंह के अनुसार, INLD पार्टी ने सदस्यता अभियान के तहत पांच लाख नए सदस्य बनाए हैं।

लोकसभा उम्मीदवारों का चयन करने के लिए पाँच सदस्यीय टीम को पहुंचे दावेदारों के दावों के अनुसार, 10 गुरुग्राम, 13 फरीदाबाद, 9 भिवानी, 10 रोहतक, 7 करनाल, 9 कुरुक्षेत्र, 22 सिरसा और 22 हिसार सीटों पर 14 लोगों ने चुनाव लड़ने का इच्छुक जाहिर किया है। कोड ऑफ कंडक्ट लागू होते ही, पार्टी की मीटिंग फिर से बुलाई जाएगी और उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। चौटाला ने कहा कि JJP ने धन के बंटवारे पर BJP की मदद की।

अभय चौटाला ने अपने भाती और भाभी पर कहा

– भविष्य में JJP में केवल मां और बेटे होंगे और उनके बीच झगड़े भी होंगे।

– भगवान उन्हें वही परिणाम देते हैं जो धोका और धोखा देते हैं।

– ये लोग पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को धोखा देकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।

– JJP ने BJP के सामने देवी लाल की नीतियों को गिरवी रख दिया।

– धन के बंटवारे के वितरण पर BJP और JJP के गठबंधन को टूट गया है।

– दुष्यंत चौटाला झूठ बोल रहा है कि BJP ने उनसे रोहतक से चुनाव लड़ने के लिए कहा था।

– JJP को BJP ने बाहर निकाल दिया है।

– JJP के लोगों ने Manohar Lal को भी ले लिया है।

Rohtak Lok Sabha seat: हुड्डा परिवार राज्य की शक्ति खोना नहीं चाहता, दीपेंद्र चुनाव लड़ने को तैयार

Lok Sabha Elections 2024: Haryana से Congress के एकमात्र राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हूड़ा लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी के लिए तैयार हैं। दीपेंद्र हूड़ा अपनी पूर्वजों की परंपरागत लोकसभा सीट रोहतक से चुनाव लड़ेंगे।

वर्तमान में दीपेंद्र राज्यसभा के सदस्य हैं और उनकी कार्यकाल 9 अप्रैल, 2026 को समाप्त होगी। इस परिस्थिति में, यह बड़ा प्रश्न उठ रहा है कि दीपेंद्र हूड़ा को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने की क्यों इच्छा है, जबकि वह राज्यसभा के सदस्य हैं?

हूड़ा परिवार ने रोहतक लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया है

राजनीतिक विशेषज्ञ इस सवाल का उत्तर देते हैं कि यह सब चौधरी की लड़ाई है। हूड़ा परिवार ने नौ बार रोहतक लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया है, जिसे दीपेंद्र सिंह हूड़ा इस बार फिर से रखना चाहते हैं, चाहे वह राज्यसभा सीट छोड़नी पड़े।

Congress में, दीपेंद्र सिंह हूड़ा नई पीढ़ी के ऊर्जावान नेताओं में और गांधी परिवार के करीब होने के लिए जाने जाते हैं। उनके पिता, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हूड़ा के साथ न केवल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पूर्व पीएम राजीव गांधी के साथ राजनीतिक संबंध थे, बल्कि सोनिया गांधी के साथ उनकी अच्छी समझ भी है।

चौधरी की लड़ाई का संघर्ष समाप्त नहीं हुआ।

दीपेंद्र हूड़ा का राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ संबंध है। भारत के किसी भी क्षेत्र में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के कार्यक्रम हो, वहां दीपेंद्र हूड़ा गतिविधि में अक्तिव भाग लेते हैं। Congress में उनके राजनीतिक संबंधों और लोकप्रियता का फायदा उठाते हुए, दीपेंद्र हूड़ा ने कुमारी सेलजा को हराकर राज्यसभा सदस्य बनने में सफलता प्राप्त की, लेकिन चौधरी की लड़ाई में जीत की चाहत बाकी रही।

नौ बार जीत के बाद हार

2019 के लोकसभा चुनाव में, बीजेपी के डॉ. अरविंद शर्मा ने दीपेंद्र हूड़ा को 7503 वोटों से हराया। हूड़ा परिवार को नौ बार जीत के बाद यह राजनीतिक हार मिली। दीपेंद्र के दादा चौधरी रणबीर सिंह हूड़ा ने रोहतक से दो बार सांसद चुने थे, उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हूड़ा चार बार और दीपेंद्र सिंह हूड़ा खुद तीन बार सांसद चुने गए थे।

दीपेंद्र लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी के लिए तैयार हैं

हालांकि दीपेंद्र तीन बार सांसद बनने के बाद भी, उनकी लोकसभा में जाने की इच्छा अविरल रही। ऐसे में, राज्यसभा सदस्य फिर से बनने के बावजूद, दीपेंद्र लोकसभा चुनाव में पूरी तैयारी के साथ हैं। इसके पीछे का विचार यह है कि जो दादा और पिताजी के समय से चली आ रही राजनीतिक चौधरी को जारी रखा जा सके। पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवी लाल ने भी रोहतक संसदीय क्षेत्र से सांसद बनाया था।

ताऊ देवी लाल, जो Haryana के मुख्यमंत्री थे, 1989 में सिकर, Rajasthan और Haryana के रोहतक से संसदीय क्षेत्र से चुने गए थे, लेकिन तब ताऊ ने रोहतक संसदीय क्षेत्र से इस्तीफा दे दिया और सिकर का प्रतिनिधित्व करते हुए, उप प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे। उसके बाद रोहतक की जनता ने ताऊ देवी लाल या चौधरी परिवार को कभी अपनाया नहीं। इस तरह, हूड़ा परिवार सोचता है कि रोहतक की चौधरी को सिर्फ लोकसभा पहुंचकर बनाए रखा जा सकता है।

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