“Haryana Lok Sabha Elections: फतेहाबाद में 688 मतदान दलों ने मतदान केंद्रों के लिए रवाना होते हुए वोटर ऐप की मदद ली”

Haryana Lok Sabha Elections: फतेहाबाद के तीन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 688 बूथों पर मतदान होगा। शुक्रवार के दोपहर, मतदान सामग्री देने के बाद मतदान दलों को भेजा गया। प्रत्येक बूथ पर पांच कर्मचारियों की जिम्मेदारी को रैंडमाइज़ेशन के जरिए तय किया गया है। 103 मतदान दल रिजर्व में रखे गए हैं।

फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में 237 मतदान दलों के लिए बूथवार रैंडमाइजेशन किया गया, राटिया विधानसभा क्षेत्र में 224 मतदान दलों के लिए और तोहाना विधानसभा क्षेत्र में 227 मतदान दलों के लिए। फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में 36 मतदान दलों को रिजर्व में रखा गया, राटिया में 33 और तोहाना में 34।

फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में 8 माइक्रो ऑब्जर्वरों की जिम्मेदारी तय की गई है, राटिया में 25 और तोहाना में 25।

जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल नरवाल ने बताया कि अब वोटर्स को अपना वोट डालने के लिए लंबी कतारों में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि भारतीय चुनाव आयोग ने एक ऐसा ऐप लॉन्च किया है, जिससे मतदान केंद्रों पर भीड़ के बारे में जानकारी घर बैठे ही प्राप्त की जा सकती है। इस ऐप का नाम ‘वोटर इन कतार’ है।

चुनाव दिन को लाइव देखें, अपनी सुविधा के अनुसार मतदान करें

चुनावी विधानसभा: अब चुनावी दिन को मतदान केंद्रों पर भीड़ को लाइव देखा जा सकेगा, ताकि वोटर्स अपनी सुविधा के अनुसार मतदान कर सकें। अक्सर भीड़ को देखकर वोटर्स बिना वोट डाले ही घर लौट जाते हैं, लेकिन अब मतदान केंद्रों की जानकारी इस एप्प के माध्यम से उपलब्ध होगी। अगर वोटर इस एप्प पर अपने क्षेत्र का नाम, मतदान बूथ का नाम, मतदाता का नाम आदि डालता है, तो उसे एक OTP मिलेगा, जिसका उपयोग करके वह सीधे बूथ के बीएलओ से जुड़ सकेगा।

BLO हर एक घंटे या आधे घंटे के बाद एप्प में बताएगा कि इस समय कितने लोग मतदान के लिए कतार में खड़े हैं। यह मोबाइल एप्प और वेबसाइट पहली बार चुनाव में उपयोग की जा रही हैं।

चुनावी सामग्री को शुक्रवार को सरकारी कॉलेज, महेंद्रगढ़ में 11 बजे को वितरित किया गया। महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान दलों को कॉलेज से ईवीएम मशीनों और चुनाव सामग्री को वितरित करने के बाद भेजा गया।

Punjab Lok Sabha Election 2024: सचिन पायलट का बड़ा दावा, ‘सभी कांग्रेस उम्मीदवार…’

Punjab Lok Sabha Election 2024: राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पटियाला में मीडिया से बातचीत करते समय BJP को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि लोग कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र को पसंद कर रहे हैं। पूरे देश में बदलाव का माहौल बना है। सभी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार आगे हैं, न केवल लुधियाना में बल्कि हम Punjab के पूरे Election जीतेंगे।

उसी समय, जब सचिन पायलट से पटियाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी रैली के बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि किसान, युवा और मध्यवर्ग सभी BJP के खिलाफ हैं। केंद्र सरकार केवल किसान के विरूद्ध रही है, किसान उनसे नाराज़ हैं और वे मतदान के माध्यम से अपना फैसला देंगे।

‘BJP ने धोखा दिया’

सचिन पायलट ने लुधियाना में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और Lok Sabha उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वादिंग के पक्ष में एक जनसभा में भाषण दिया। इस दौरान, उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में BJP ने सामान्य जनता को धोखा दिया, मंडेट का अपमान किया। अब जनता फिर से केंद्र सरकार के अहंकार का जवाब देने का निर्णय किया है। हर व्यक्ति न्याय की गारंटी के साथ जुड़ रहा है। वह कांग्रेस के साथ हाथ मिला रहा है। उन्होंने कहा कि यह Election देश का भविष्य तय करेगा।

‘BJP ने कुछ लोगों का बैंक ऋण माफ किया’

सचिन पायलट ने आगे कहा कि इस Election में, हमें उन लोगों के रिपोर्ट कार्ड मांगना होगा जो पिछले 10 सालों से दिल्ली में शक्ति में थे। जो वादे करके आए थे, जिन मुद्दों के साथ वे जनता के समक्ष गए थे, महंगाई, बेरोज़गारी, काला धन, हमें उन लोगों से पूछना होगा कि हमने 10 सालों में पूरी बहुमत से दिल्ली में सरकार बनाई, लेकिन इन 10 सालों में, चाहे मध्यवर्ग हो, किसान हो, युवा हो, महिला हो, दलित हो या आदिवासी, BJP सरकार किसके लिए काम की। इसने केवल कुछ लोगों के लिए काम किया।

Punjab Lok Sabha Elections 2024: सुनील जाखड़ का बड़ा दावा, ‘सिर्फ 2024 ही नहीं…’

Punjab BJP प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा है कि आज Punjab के लोग सिर्फ 2024 के Lok Sabha Elections को ही नहीं देख रहे हैं, बल्कि वे 2027 के विकल्प के रूप में भी BJP को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 में जब लोगों ने अकाली दल और कांग्रेस को हटाकर आम आदमी पार्टी को मौका दिया, तो उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ी। आज Punjab के लोग न केवल आम आदमी पार्टी और भगवंत मान से निराश हैं, बल्कि उनसे नाराज भी हैं।

सुनील जाखड़ ने कहा कि Punjab के लोग आज 2024 के Lok Sabha Elections को ही नहीं देख रहे हैं, बल्कि वे 2027 में BJP को विकल्प के रूप में देख रहे हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि Punjab की सभी 13 लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान होना है। Punjab के चुनावी माहौल में पांच प्रमुख पार्टियाँ मैदान में हैं। इनमें BJP, आप, कांग्रेस, बीएसपी और शिरोमणि अकाली दल शामिल हैं।

बता दें कि Punjab में शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन के दौरान, BJP अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ती थी। इसके साथ ही, यह Punjab विधानसभा की 117 सीटों में से 23 पर चुनाव लड़ती थी, जिनमें ज्यादातर शहरी सीटें होती थीं। इस Lok Sabha Election में, BJP ने ऐसे नेताओं को टिकट दिया है जो अन्य पार्टियों से आए हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में आधार रखते हैं।

इसके अलावा, किसान संगठनों के विरोध पर पूछे गए सवाल पर सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हैं। सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। उनके शासन में किसान परेशान हैं, व्यापारी परेशान हैं। किसान पिछले एक महीने से रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं, लेकिन उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने किसानों से कहा कि यदि आपको BJP से समस्या है तो आप उसका विरोध कर सकते हैं। लेकिन, आम जनता के लिए मुसीबत का कारण न बनें।

Lok Sabha elections: पटियाला की सियासी पिच पर दिखेगी मोदी-कैप्टन की नई साझेदारी, रैली में नजर आएंगे चुनावी रंग

Lok Sabha Elections: पहली बार पंजाब में, BJP ने शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के साथ अपने गठबंधन को तोड़कर चुनावी मैदान में कदम रखा है। इस बार, BJP अपनी कप्तानी में पंजाब की सभी 13 सीटों पर अन्य राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों से मुकाबला कर रही है। एक समय प्रधानमंत्री Narendra Modi पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ गठबंधन में सत्ता में थे।

अब BJP बादल परिवार के साथ खड़ी होने की बजाय खुद कप्तान बन गई है। पंजाब की राजनीतिक पिच वही है, बस अब BJP के ओपनिंग बल्लेबाज की जोड़ी बदल गई है। पंजाब में, Narendra Modi राजनीतिक पिच पर पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के साथ ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में आते थे, लेकिन अब Modi-कैप्टन की नई साझेदारी राजनीतिक पिच पर दिखेगी। नई राजनीतिक समीकरणों के साथ नए चुनावी रंग भी दिखाई देंगे। 23 मई को, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पहली बार Narendra Modi के साथ एक बड़ी रैली में मंच साझा करेंगे।

जब कैप्टन ने सितंबर 2022 में BJP ज्वाइन की, तो राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई कि अब पंजाब में Modi-बादल नहीं, बल्कि Modi-कैप्टन की जोड़ी काम करेगी। BJP जो हिंदुत्व की बात करती है, हमेशा पंजाब में एक सिख चेहरे की तलाश में रही है। यही कारण है कि BJP अब कैप्टन अमरिंदर सिंह को निशाना बना रही है, जिनके पास सिख चेहरा है और अपनी खुद की पहचान भी है।

PM का पंजाब की पांच सीटों पर पहला ध्यान

प्रधानमंत्री Narendra Modi गुरुवार को राज्य में Lok Sabha Elections के संबंध में पटियाला में पहली रैली को संबोधित करेंगे और पंजाब के विज़न के बारे में बात करेंगे। PM इस एक रैली से पंजाब की पांच सीटों पर निशाना साधने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर पटियाला से चुनाव लड़ रही हैं। PM न केवल पटियाला सीट पर निशाना साधेंगे बल्कि फतेहगढ़ साहिब, संगरूर, फरीदकोट और बठिंडा सीटों पर भी इस रैली के माध्यम से निशाना साधेंगे। यही कारण है कि इन पांच सीटों के उम्मीदवार भी पटियाला की चुनावी रैली में मौजूद रहेंगे।

सैनिकों, किसानों और आतंकवाद पर Modi का हमला

Narendra Modi पटियाला रैली में सैनिकों, किसानों और आतंकवाद से संबंधित राष्ट्रीय मुद्दों पर हमला करेंगे। इसके अलावा, PM विपक्षी दलों की नीतियों और वादों पर भी सवाल उठाएंगे। हालांकि, जब किसानों का आंदोलन पंजाब में चरम पर है, तो यह रैली Narendra Modi और BJP दोनों के लिए कुछ हद तक चुनौतीपूर्ण है। अब देखना यह है कि इस रैली को जनता से कितना समर्थन मिलता है।

Lok Sabha Election: पंजाब में कांग्रेस रैली में फायरिंग, एक घायल, पुलिस का बयान जानें

Lok Sabha Election 2024: Lok Sabha Election के बीच Congress उम्मीदवारों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिल्ली में कन्हैया कुमार को थप्पड़ मारे जाने के बाद, पंजाब के अमृतसर में एक Congress रैली के दौरान फायरिंग हुई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। पंजाब के अमृतसर सीट से Congress के वर्तमान सांसद और उम्मीदवार गुरजीत सिंह औजला शनिवार को अजनाला टावर के पास एक रैली कर रहे थे। इसी दौरान फायरिंग हुई, जिसमें एक व्यक्ति को गोली लगी।

गुरजीत का आरोप

गुरजीत सिंह ने कहा कि इस घटना के पीछे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप धालीवाल का हाथ है। उन्होंने कहा कि यह काम उनके रिश्तेदार ने किया है। चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए उन्होंने पूछा कि चुनाव से पहले हथियार क्यों नहीं जब्त किए गए। आम आदमी पार्टी के मंत्री कुलदीप धालीवाल ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में उनका कोई रिश्तेदार नहीं है, वहां केवल एक पार्टी कार्यकर्ता है।

कुलदीप का बयान

कुलदीप ने कहा कि उन्हें पता चला कि रैली के दौरान एक युवक ने फायरिंग की। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से तुरंत उस युवक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने आगे कहा कि अगर गुरजीत ने काम किया है तो उन्हें लोगों से वोट मांगने चाहिए, लेकिन ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए। उनकी पार्टी ऐसी सस्ती राजनीति में विश्वास नहीं करती।

पंजाब में अलग-अलग हैं AAP और Congress

राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी और Congress इंडिया एलायंस का हिस्सा हैं, लेकिन पंजाब में दोनों पार्टियां सभी 13 सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी चार सीटों पर और Congress तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पुलिस के अनुसार, इस फायरिंग का कारण एक पुराना विवाद था, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। घायल व्यक्ति का इलाज चल रहा है।

कन्हैया पर भी हुआ हमला

शुक्रवार शाम को चुनाव प्रचार के दौरान, पूर्वी दिल्ली से Congress उम्मीदवार कन्हैया कुमार पर हमला हुआ। एक व्यक्ति माला पहनाने के बहाने कन्हैया के करीब आया और थप्पड़ मार दिया। सात से आठ लोगों ने कन्हैया पर हमला किया और उन पर काली स्याही भी फेंकी।

Punjab: जलंधर और लुधियाना के पुलिस कमिश्नरों को चुनाव ड्यूटी से हटाया गया, चुनाव आयोग ने दिए आदेश

Punjab में चुनावी प्रक्रिया के दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारत के चुनाव आयोग ने जालंधर और लुधियाना के पुलिस आयुक्तों को चुनावी ड्यूटी से हटाने का निर्देश दिया है। इस संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के प्रवक्ता ने बताया कि जालंधर के पुलिस आयुक्त IPS स्वप्न शर्मा और लुधियाना के पुलिस आयुक्त IPS कुलदीप चहल को उनके वर्तमान पदों से हटाकर गैर-चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया है।

मुख्य सचिव को निर्देश

चुनाव आयोग ने इस निर्णय को लेकर Punjab के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में दोनों अधिकारियों को चुनावी ड्यूटी से हटाने और उन्हें गैर-चुनावी ड्यूटी पर तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, आयोग ने मुख्य सचिव से जालंधर और लुधियाना में तैनाती के लिए तीन योग्य अधिकारियों का एक पैनल उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया है।

आदेश के पीछे कारण

इस आदेश के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन चुनाव आयोग के इस कदम को चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। चुनावी ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों की निष्पक्षता और ईमानदारी पर संदेह की स्थिति में आयोग अक्सर ऐसे कदम उठाता है ताकि चुनाव प्रक्रिया पर किसी भी तरह की प्रश्नचिह्न न लगे।

पिछले अनुभव और पारदर्शिता का महत्व

भारत में चुनाव आयोग का यह मानना है कि चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना आवश्यक है। इस संदर्भ में, आयोग समय-समय पर अधिकारियों का स्थानांतरण और तैनाती करता रहता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि चुनाव प्रक्रिया बिना किसी पक्षपात और दबाव के सम्पन्न हो।

IPS स्वप्न शर्मा और कुलदीप चहल की तैनाती

IPS स्वप्न शर्मा और कुलदीप चहल, दोनों ही अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। चुनावी ड्यूटी से हटाकर उन्हें गैर-चुनावी ड्यूटी पर तैनात करना, उनके करियर के लिए एक नया मोड़ हो सकता है। हालांकि, यह आदेश उन पर किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं है, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने का एक कदम है।

तीन योग्य अधिकारियों का पैनल

चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव से अनुरोध किया है कि वे जालंधर और लुधियाना में तैनाती के लिए तीन योग्य अधिकारियों का पैनल प्रदान करें। यह पैनल चुनाव आयोग को इन स्थानों पर उपयुक्त और योग्य अधिकारियों की तैनाती में सहायता करेगा। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि चुनावी प्रक्रिया बिना किसी रुकावट और पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न हो।

 निष्कर्ष

Punjab में चुनावी ड्यूटी से अधिकारियों को हटाने का चुनाव आयोग का यह कदम चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। यह निर्णय इस बात का उदाहरण है कि चुनाव आयोग चुनावी प्रक्रिया को ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ सम्पन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

चुनाव आयोग का यह निर्णय यह भी दर्शाता है कि भारत में चुनावी प्रक्रिया को कैसे पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि जनता का विश्वास चुनावी प्रक्रिया में बना रहे और चुनाव परिणाम किसी भी प्रकार के संदेह के बिना स्वीकार्य हो। इस प्रकार, यह निर्णय एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो भारतीय लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करता है।

चुनाव आयोग का यह कदम न केवल चुनावी प्रक्रिया की शुद्धता को बनाए रखने में मदद करेगा, बल्कि यह एक संदेश भी है कि चुनाव आयोग किसी भी प्रकार के पक्षपात और अनुचित प्रभाव को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक आवश्यक कदम है और इसे सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जाना चाहिए।

Punjab elections: 7 दिनों में 10 रैलियों से राजनीतिक तापमान चढ़ेगा

Punjab में अंतिम चरण का मतदान: किसान आंदोलन और शहरी वोटों पर नजर, Punjab में मतदान अपने अंतिम चरण में है। अंतिम चरण में होने के बावजूद, यह स्पष्ट नहीं है कि Punjab के चुनावी मैदान में कौन सी राजनीतिक पार्टी आगे है।

राजनीतिक पार्टियों को Punjab में अधिकतम समय मिला। चाहे उम्मीदवार तय करने की बात हो या राजनीतिक दांव लगाने की, सभी ने पूरी कोशिश की। इसके बावजूद, यह नहीं कहा जा सकता कि Punjab की 13 सीटों पर किसका दबदबा रहेगा। इसका मुख्य कारण किसान आंदोलन है। किसान आंदोलन के अलावा, राज्य में संप्रदाय, रोजगार और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है, लेकिन जनता चुप है।

किसान आंदोलन के बढ़ते गुस्से को देखते हुए, ऐसा लगता है कि इस बार राज्य के गांवों में अच्छी वोटिंग नहीं होगी। हर बार की तरह गांवों में शहरों की तुलना में बेहतर मतदान देखा जाता है, लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण हर राजनीतिक पार्टी का ध्यान शहरी वोटों पर है।

इन बड़े चेहरों की रैलियाँ होंगी अगले सात दिनों में

प्रधानमंत्री Narendra Modi 23 और 24 मई को Punjab में चुनावी रैलियां करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal 25 मई को Punjab आएंगे और BSP सुप्रीमो मायावती 24 मई को। इसके अलावा, Congress 23 से 29 मई के बीच तीन बड़ी रैलियां करेगी, जिनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और Congress के अन्य वरिष्ठ नेता एक मंच पर दिखेंगे।

शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की तैयारी

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बड़ी चुनावी रैली कर सकते हैं। प्रधानमंत्री Modi भाजपा की पटियाला उम्मीदवार परनीत कौर के लिए वोट मांगने की शुरुआत करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लुधियाना, बटाला और जालंधर में कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। हालांकि, अब तक पार्टी का ध्यान प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर है।

बड़े नेताओं का जमावड़ा

जालंधर, पटियाला और गुरदासपुर में बड़े नेताओं ने डेरा डाला हुआ है। BSP सुप्रीमो मायावती भी 24 मई को Punjab आ रही हैं। इस दौरान वह नवांशहर निर्वाचन क्षेत्र में रैली करेंगी। अब तक उनका समय सुबह 11 बजे तय किया गया है। मायावती ने खुद अपने Punjab दौरे की जानकारी मीडिया के साथ साझा की है।

Lok Sabha elections: चंडीगढ़ को सिटी स्टेट बनाने के ऐलान पर राजनीति गरमाई, जाखड़ और मजीठिया ने कॉर्नर किया कांग्रेस को

Lok Sabha elections: चंडीगढ़ को शहर राज्य बनाने के ऐलान पर गरमाई राजनीति, जाखड़ और मजीठिया ने Congress को घेरा, पंजाब में Lok Sabha elections के आखिरी चरण के लिए 11 दिन बचे हैं। चुनाव के करीब आने के साथ ही पंजाब और चंडीगढ़ में इसका असर दिख रहा है। चंडीगढ़, जो पंजाब की राजधानी है, को इस स्थिति से अलग करके इसे शहर राज्य बनाने के फैसले पर राजनीति फिर से गरमा गई है।

जाखड़ ने कहा – चंडीगढ़ पंजाब का है

पंजाब BJP के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने तिवारी के दावे पर कहा कि चंडीगढ़ पंजाब का है। Congress में नीति निर्धारण और निर्णय लेने में कोई एकता नहीं है। Congress ने अपनी नीतियों को अंबिका सोनी, सम पित्रोदा और अन्य को सौंप दिया है, जो पंजाब और अन्य स्थानों की वास्तविकता से अनजान हैं।

जाखड़ ने कहा कि BJP हर संभव तरीके से Congress के इस प्रयास का विरोध करेगी कि चंडीगढ़ को पंजाब से अलग किया जाए। पंजाब Congress को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी पंजाब के अधिकारों को लेकर अपने विचार देने चाहिए, ताकि लोग किसी भी प्रकार के भ्रम में न रहें और मतदान से पहले अपनी राय बना सकें।

मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में एक नई अलग विधानसभा बनाने की बात की थी, जबकि पहले से ही चंडीगढ़ में एक विधानसभा है। Congress और आम आदमी पार्टी (AAP) का इस मामले पर अलग-अलग रुख है, जबकि चंडीगढ़ में दोनों पार्टियां एक गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।

Congress ने पंजाब को पीठ में छुरा घोंपा: मजीठिया

वरिष्ठ शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए तिवारी के चंडीगढ़ को शहर राज्य बनाने के दावे को पंजाब के पीठ में छुरा घोंपने के समान बताया। उन्होंने पंजाब Congress के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, प्रताप सिंह बाजवा और अन्य Congress नेताओं से इस पर जवाब मांगा है।

पंजाब के हित केवल SAD बचा सकता है: सुखबीर

चंडीगढ़ को दिल्ली की तर्ज पर एक अलग राज्य का दर्जा देने के संबंध में, शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया कि Congress और आम आदमी पार्टी के संयुक्त घोषणापत्र में चंडीगढ़ को एक अलग राज्य बनाने का दावा किया गया है। इस दावे से दोनों राजनीतिक पार्टियों की मंशा स्पष्ट होती है। इससे यह साफ हो जाता है कि केवल पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, ही पंजाब के हितों की रक्षा कर सकती है।

Punjab Lok Sabha Elections 2024: पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब को क्या दिया? चरणजीत सिंह चन्नी का प्रश्न भाजपा से

Punjab Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव अभियान के बीच, पूर्व मुख्यमंत्री Charanjit Singh Channi ने प्रधानमंत्री Narendra Modi को निशाना बनाया है। उन्होंने रविवार को कहा कि पुलवामा हमले में 40 सैनिक शहीद हुए थे। पुलवामा के अभियुक्तों को अब तक क्यों पकड़ा नहीं गया है? Narendra Modi देश के प्रधानमंत्री हैं और 10 साल से। मैं सिर्फ यही पूछना चाहता हूं कि उन्होंने पंजाब को अब तक क्या दिया है?

पूर्व पंजाब के मुख्यमंत्री Charanjit Singh Channi ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूंछ क्षेत्र में हवाई अड्डे पर हमले को राजनीतिक टमाटरबाज़ी कहा था। इस बयान के बाद, BJP ने उन्हें टास्क पर ले लिया था। असल में, पंजाब चुनाव आयोग ने Charanjit Singh Channi के खिलाफ रिपोर्ट भारतीय चुनाव आयोग को भेजी थी और कार्रवाई करने के लिए कहा था। आज फिर उन्होंने इस मामले में स्पष्टीकरण पेश किया। पूर्व मुख्यमंत्री Channi ने कहा, ‘मेरा बयान तोड़े गए तरीके से प्रस्तुत किया गया है। मैं यह पूछना चाहता हूं कि हमारी सेना भाईयों के खिलाफ कौन होते हैं जो चुनावों के दौरान हमला करते हैं, और पहले भी हमारे 40 सैनिक शहीद हुए थे। अब एक सैनिक शहीद हो गया है, जिसके लिए हम गुस्सा है।

‘मैंने हमेशा सैनिकों का सम्मान किया है’

मैं देश के सेना के सैनिकों का सम्मान करता हूं और मेरे चाचा सरुप सिंह भी एक सैनिक थे। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार हमेशा सेना के परिवारों के साथ है। हम उनका सम्मान करते हैं। जब मैं मुख्यमंत्री था, तो हमारे रोपड़ जिले से दो सैनिक शहीद हो गए थे। मैंने उनका अंतिम संस्कार किया। शहीद सैनिकों के परिवारों को सरकार से मदद मिली। मेरा बयान तोड़े गए तरीके से प्रस्तुत किया गया था। सैनिकों को अपने खिलाफ बोलते हुए Channi से दुख हुआ।

रवनीत बिट्टू के प्रवक्तव्य के बारे में, उन्होंने कहा, “मैं प्रवासीयों के साथ खड़ा हूं, भविष्य में भी खड़ा रहूँगा। मेरे लोकसभा क्षेत्र में बहुत से बिहारी हैं जो छठ पूजा करते हैं। हमने मोरिंडा में छठ देवी का मंदिर बनाया है, जहां प्रवासी लोग पूजा करते हैं। हमने छठ पूजा के लिए एक स्थान भी दिया है और सदन भी दिया है, जिसे अनुदान देकर छठ पूजा का हॉल भी बनवाया है। मैं हर साल इन लोगों के साथ होली खेलता हूं। आप लोगों ने इस वीडियो को भी देखा होगा। हमारा परिवार हमेशा प्रवासी लोगों के साथ उत्सव मनाता है।

PM Modi को चुनौती देते हुए, उन्होंने पूछा कि जब वह पंजाब आए, तो अब तक पंजाब को क्या दिया है? यहां एक हवाई अड्डा बनाया गया। हमने पंजाब विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया और केंद्र सरकार को भेजा और कहा कि हवाई अड्डे का नाम श्री गुरु रविदास महाराज के नाम पर रखा जाए, लेकिन BJP की केंद्र सरकार ने हमारी मांग को ध्यान में नहीं लिया क्योंकि वह दलित विरोधी है। अब उन्होंने शक्ति खो दी है और वह लोगों से वोट मांग रहे हैं। अगर हमारी सरकार आएगी, तो हवाई अड्डे का नाम श्री गुरु रविदास महाराज के नाम पर रखेंगे।

केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप

BJP सरकार की नीतियों के कारण, जालंधर में उद्योग डूब रहा है। इस बार केंद्र में भारत गठबंधन के तहत सरकार बनेगी और उद्योग को पुनर्जीवित किया जाएगा। Channi ने कहा कि इनका उपयोग करने के लिए ED, CBI और विजिलेंस का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। अगर हमारी सरकार आती है, तो इनका दुरुपयोग नहीं होगा।

चार साल बाद घर लौटकर सैनिक क्या करेंगे?

जब BJP उम्मीदवार रवनीत बिट्टू और शिवराज सिंह बैंस का ऑडियो क्लिप वायरल हो गया, तो उन्होंने कहा कि हमें उनसे ही बात करनी चाहिए। देश के सैनिकों के बारे में, उन्होंने कहा, ‘हम उनके समर्थक हैं और सैनिकों पर हमला हो रहा है। सैनिक शहीद हो रहे हैं और ये लोग हमें अपने विरोधी कह रहे हैं। अग्निवीर योजना को संदर्भित करते हुए, उन्होंने कहा कि BJP सैनिकों को सेना में 4 साल की नौकरी दे रही है। चार साल बाद सैनिक क्या करेंगे?

Gurugram में अब कर्मचारी बैलेट पेपर से डाल रहे हैं वोट, 24 मई तक कर सकते हैं मतदान

Gurugram में 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए घर से मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अब कर्मचारियों के लिए बैलेट पेपर से मतदान की प्रक्रिया रविवार से शुरू हो गई है। गुरुग्राम के सेक्टर-14 स्थित राजकीय कन्या कॉलेज परिसर में अन्य जिलों से गुरुग्राम में सेवा दे रहे कर्मचारियों के लिए 19 मई (रविवार) से पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान शुरू हुआ।

मतदान के लिए कॉलेज परिसर में पांच मतदान सुविधा केंद्र बनाए गए हैं, जहां गुरुग्राम जिले में सेवा देने वाले 3311 कर्मचारी, जिन्होंने फॉर्म 12 जमा किया है, 24 मई तक अपना वोट डाल सकते हैं।

मतदान की सहमति दी

जिला निर्वाचन अधिकारी और डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि गुरुग्राम में सेवा दे रहे पुलिस, श्रम, खाद्य एवं आपूर्ति, रोजगार, कृषि, शिक्षा, सिंचाई विभागों सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों ने फॉर्म 12 जमा किया है। गुरुग्राम जिले के 3311 कर्मचारियों ने यह फॉर्म जमा किया है और पोस्टल बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान करने की सहमति दी है। सभी कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट पेपर संबंधित जिला निर्वाचन कार्यालयों से मंगवाए गए हैं। हर कर्मचारी अपने पोस्टल बैलेट पेपर पर उम्मीदवार के नाम को चिन्हित कर मतदान कर सकता है।

नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए

उन्होंने बताया कि बूथ नंबर एक पर रोहतक और अंबाला, बूथ नंबर दो पर भिवानी और करनाल, बूथ नंबर तीन पर गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र, बूथ नंबर चार पर हिसार और सिरसा और बूथ नंबर पांच पर फरीदाबाद और सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के लिए वोट डाले जा रहे हैं। रविवार को कर्मचारी अपने-अपने बूथों पर आकर मतदान करने लगे हैं। पोस्टल बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान और मतगणना की प्रक्रिया पूरी करने के लिए अतिरिक्त श्रम आयुक्त कुशल कटारिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। पांच मतदान केंद्रों पर पांच मतदान पार्टियों को तैनात किया गया है, जिनके साथ सुरक्षा कर्मी भी मौजूद हैं।

मतदान से वंचित नहीं किया जा सकता

यहां 24 मई तक मतदान की प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मतदान हर नागरिक का अधिकार है। किसी कर्मचारी को केवल ड्यूटी के कारण मतदान से वंचित नहीं किया जा सकता। आज, राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंटों ने इस मतदान प्रक्रिया का निरीक्षण किया और अपनी संतुष्टि व्यक्त की।

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