हरियाणा: जेलों के लिए 2.84 करोड़ रुपये की दवाइयाँ और चिकित्सा सामग्री की खरीद पर मंजूरी

हरियाणा सरकार ने राज्य की जेलों में चिकित्सा सेवा में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने दिए गए निर्णय के तहत 2.84 करोड़ रुपये की दवाइयों और चिकित्सा सामग्रियों की खरीद को मंजूरी दे दी है। इस निर्णय से न केवल जेलों में बंद कैदियों को उचित चिकित्सा सेवा प्राप्त करने में सहायता मिलेगी, बल्कि यह उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।

एक सरकारी प्रवक्ता ने इस समाचार की पुष्टि करते हुए बताया कि इन दवाइयों और सामग्रियों की खरीद के लिए हरियाणा चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड (एचएमएससीएल) को अनुमति दी गई है। यह निगम राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित स्रोत से इन आवश्यक चिकित्सा सामग्रियों को खरीदेगा, जो जेलों में रहने वाले लोगों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।

यह कदम जेलों के प्रबंधन में भी सुधार लाएगा, क्योंकि सभी कैदियों को अब उचित चिकित्सा सेवा की सुनिश्चितता होगी। इससे उनके स्वास्थ्य को देखभाल करने में सुविधा होगी और उनकी स्वच्छता के अधिकार को भी बरकरार रखने में मदद मिलेगी।

इस प्रकार, हरियाणा सरकार ने चिकित्सा सेवा में और भी बढ़िया सुधार के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो समाज के सभी वर्गों के लिए अनुकरणीय है।

हरियाणा में ‘मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना’ को सेवा का अधिकार अधिनियम में किया गया शामिल

हरियाणा सरकार ने आज घोषणा की कि ‘मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना’ को अब सेवा का अधिकार अधिनियम, 2014 के दायरे में शामिल किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को मातृत्व सहायता प्राप्त करने के लिए 45 दिन की समय-सीमा निर्धारित की गई है।

मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने इस निर्णय की घोषणा की, जिसमें यह भी बताया गया कि योजना के अंतर्गत नियुक्त किए गए अधिकारी की भूमिकाएं भी स्पष्ट की गई हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी को पदनामित अधिकारी तथा कार्यक्रम अधिकारी (पोषण)/उप-निदेशक को प्रथम शिकायत निवारण प्राधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।

यह निर्णय हरियाणा के महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें आसानी से योजना के लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

हरियाणा सरकार नारी सशक्तिकरण में प्रतिबद्ध : असीम गोयल

हरियाणा के महिला एवं बाल विकास मंत्री श्री असीम गोयल ने आज अम्बाला जिले में विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल महिलाओं को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नारी सशक्तिकरण के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इसके लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं।

श्री गोयल ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना के तहत जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यक्रम में महिलाओं को सरकारी योजनाओं के लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने इस अवसर पर शिक्षा ऋण योजना, विधवाओं के लिए ऋण योजना और हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना के लाभार्थियों को भी सहायता राशि वितरित की।

विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुमन सैनी ने भी महिलाओं की उन्नति को सराहा और कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के विकास के लिए कई पहल की गई हैं। उन्होंने विभागीय योजनाओं के बारे में जनकारी दी और योजनाओं के लाभार्थियों को सहायता प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष को दिया कड़ा जवाब: “जनता के विकास का नहीं किया अहसान

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने राज्य के विपक्षी दलों पर कड़ा हमला बोला, कहा कि उनके खुद के बही खाते खराब हैं और वे आज वर्तमान सरकार से हिसाब मांगने की बात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विपक्ष ने अपने कार्यकाल में विकास के नाम पर केवल लोगों से झूठ बोलकर वोट लेने का काम किया है, जबकि असली विकास कार्य देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है।

मुख्यमंत्री ने एक धन्यवादी दौरे के दौरान गांव डबरी में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने अपने कार्यकाल में जनता की उम्मीदों के अनुरूप काम नहीं किया और अब वे झूठ बोलकर जनता से वोट की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास झूठ के अलावा कोई काम नहीं है और ना ही उनके पास कोई मुद्दा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने लोकसभा के चुनाव में भी संविधान बदलने की बात कह कर लोगों के बीच में झूठ बोलने का काम किया। जबकि संविधान से छेड़खानी का काम कांग्रेस ने ही किया है।

मुख्यमंत्री धन्यवादी दौरे के दौरान करनाल में भी दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने सेक्टर 7 स्थित श्री कर्णेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए और प्रदेश की जनता की सुख समृद्धि के लिए मंगलमय कामना की।

इस मौके पर उन्होंने विधानसभा व लोकसभा चुनाव में करनाल से कमल के फूल को भारी विजय दिलाने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने गांव डबरी भी दौरा किया जहां ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं को सुना और ग्राम पंचायत द्वारा रखी समस्याओं का शीघ्र समाधान करवाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक्शन मोड में है और जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए जिला मुख्यालय व खंड स्तर पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने गांव डबरी में किए गए विकास कार्यों के बारे में भी बताया और गांव की पंचायत द्वारा दी गई मांग पत्र पर प्राथमिकता के आधार पर काम करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस गरीब लोगों को प्लाट देने की बात कह रही है, लेकिन उन्होंने ना तो उन प्लॉटों का कब्जा दिया और ना ही उनकी रजिस्ट्री सौंपी। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ही सरकार द्वारा 20 हजार लोगों को उनके प्लॉट के कब्जे दिए गए और रजिस्ट्रियां सौंपी गईं। जिन लोगों को अब तक प्लॉट नहीं मिले हैं,

मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सिरसा में किया ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान का शुभारंभ

पेड़ माँ के नाम अभियान में सिकंदरपुर डेरा के सेवादारों ने भी लगाए 20 हजार पौधे

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के पर्यावरण संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सिरसा जिले में स्थित सिकंदरपुर डेरे में एक विशेष प्रोग्राम का शुभारंभ किया। इस प्रोग्राम के अंतर्गत उन्होंने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण को बढ़ावा देना था। इस अभियान में मुख्यमंत्री के साथ डेरा राधा स्वामी के सेवादारों ने साथ मिलकर 20 हजार पौधे लगाए।

इस समारोह में श्री सैनी ने प्रदेश की जनता को पेड़-पौधों के महत्व पर बात करते हुए कहा कि पेड़ों का समर्थन करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने व्यक्त किया कि पेड़-पौधों का संरक्षण करना हमारे भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है और इससे प्राकृतिक पर्यावरण को संतुलित रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने इसे जनहित में सेवा के रूप में भी देखा और लोगों से अपील की कि वे भी इस महत्वपूर्ण कार्य में अपना योगदान दें।

विशेष अभियान ‘एक पेड़ माँ के नाम’ के अंतर्गत, प्रत्येक पेड़ के लगाने पर वन मित्रों को 10 रुपये और सामान्य पौधे के लिए 20 रुपये का प्रति पेड़ इनाम दिया गया। इसके अलावा, उन्होंने सरकार द्वारा प्रदेश में 50 हजार वन मित्र बनाने की भी घोषणा की, जो पेड़ लगाने और उनके संरक्षण में सक्रिय रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री सैनी ने अपने भाषण में इस अभियान के महत्व को बढ़ावा देते हुए कहा कि पेड़ों के साथ-साथ वनों का विकास करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे भी इस अभियान में भाग लें और अपने घरों के आसपास कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएं।

इस मौके पर, प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री श्री असीम गोयल ने भी अपने संबोधन में समाजिक जिम्मेदारी की बात करते हुए कहा कि इस अभियान के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण के लिए एक साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने गुरु जी के आशीर्वाद से इसे संभव माना और जनता से प्रेरित किया कि वे भी इस अभियान का हिस्सा बनें।

इस अभियान के माध्यम से, हरियाणा सरकार ने गहरी पर्यावरणीय समस्याओं को समझा और उनके समाधान के लिए एक प्रगतिशील कदम उठाया है। यह न केवल प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में मददगार होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य भी सुनिश्चित करेगा।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फिर किसान हितैषी होने का दिया परिचय, कर्ज में डूबे किसान को तत्काल पहुंचाई आर्थिक सहायता

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज अपने सरल स्वभाव का परिचय देते हुए जिला अंबाला के गांव खानपुर राजपुतान में रहने वाले किसान श्री कृष्ण कुमार को उनके आर्थिक संकट में तत्काल मदद पहुंचाई। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमन सैनी ने मुख्यमंत्री के स्वैच्छिक कोष से किसान पुत्री सुश्री स्वाति को 1 लाख रुपये का चैक भेंट किया।

श्री कृष्ण कुमार जी का बताया गया कि उनकी फसल बर्बाद हो गई थी और इसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी। उन्होंने ऋण लेकर खेती की थी, लेकिन बर्बाद हुई फसल ने उन्हें कर्ज के बोझ में डाल दिया था। इस मुश्किल समय में उनके परिवार ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी, जिसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री ने उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर किसानों की मदद करने का आश्वासन दिया और उन्हें अपनी सरकार के समर्थन का वादा किया। इस दौरान स्वाति ने मुख्यमंत्री के लिए अपना आभार व्यक्त किया और उनके सहायक होने पर गर्व महसूस किया।

मुख्यमंत्री के इस कदम से व्यापक प्रतिस्पर्धा में हरियाणा के किसानों को मिली सरकारी समर्थन की प्रशंसा की गई है। इस तरह के कार्यों से जनता के बीच मुख्यमंत्री की लोकप्रियता में भी वृद्धि हो रही है।

कावड़ यात्रा 2024: हरियाणा सरकार द्वारा जारी किए गए सख्त निर्देश

हरियाणा सरकार ने शिवरात्रि के अवसर पर कावड़ यात्रा को सुरक्षित और सद्भावपूर्ण बनाने के लिए सभी तैयारियाँ कर ली हैं। इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान 22 जुलाई से 2 अगस्त 2024 तक प्रदेश में विशेष रूप से सतर्कता बनाए रखी जाएगी।

हरियाणा सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यह बताया कि शिवरात्रि के अवसर पर अनेक श्रद्धालु हरिद्वार से कावड़ लेकर आते हैं, जबकि अधिकांश यात्री यमुनानगर के रास्ते से आते हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं और प्रमुख मार्गों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी तय की गई है। इसके साथ ही, किसी भी प्रकार से कानून व्यवस्था एवं शांति का ध्यान रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

विशेष जानकारी के अनुसार, कावड़ यात्रा के दौरान यात्री अक्सर भांग आदि का सेवन करते हैं और ध्यान दिया गया है कि इससे यातायात पर कोई असर न पड़े। पूरे जिले में कावड़ यात्रा के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं और उनके साथ संबंधित थाना प्रबंधक भी मौजूद रहेंगे। यदि आवश्यकता पड़ी तो यात्रा को डाइवर्ट भी किया जा सकेगा।

सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने कावड़ यात्रियों के लिए विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाने की अनुमति प्राप्त की है। सभी शिविर सड़कों से कम से कम 200 फीट की दूरी पर रखे जाएंगे और यात्रा के पंजीकरण के लिए समय से पहले उपमंडल अधिकारियों से सम्पर्क किया जाएगा।

इस समय, कावड़ शिविरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय भी उपलब्ध करवाए गए हैं। ज्यादा यात्री आने पर उन रास्तों को डाइवर्ट किया जाएगा, जहां कावड़ यात्रा का प्रवास अधिक होता है।

सरकारी नौकरियों की बरसात हरियाणा में: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने एक समारोह में युवाओं को सरकारी नौकरियों के मिलने की बात की। उन्होंने कहा कि गरीब के बच्चे भी अब बिना किसी परेशानी के एचसीएस ऑफिसर और पुलिस इंस्पेक्टर जैसे पदों पर नियुक्त हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती की जा रही हैं और युवाओं को उन पदों के लिए उम्मीद और मौका मिल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि गरीबी के बच्चों को भी अब सरकारी सेक्टर में अच्छी स्थिति मिलने लगी है, जिससे उनके जीवन में नई उम्मीदें और संभावनाएं उभरने लगी हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है और इसके बावजूद भी, यह सुनिश्चित किया गया है कि भ्रष्टाचार के शिकार अधिकारियों को बख्शा नहीं जाए।

आज के मेधावी छात्र सम्मान समारोह में बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी के करीब 300 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने इन छात्रों को मेडल और प्रशंसा पत्र से नवाजा और उनके भविष्य की शुभकामनाएं दी।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा है और सरकारी स्कूलों में भी बड़े बदलाव करने का काम किया गया है। उन्होंने शिक्षकों की भी प्रशंसा की जो कई टेस्ट पास करके अध्यापक बनते हैं।

मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपने लक्ष्य को निर्धारित करें और मेहनत के साथ-साथ अनुशासन को भी महत्व दें, जिससे वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें।

हरियाणा में एनडीपीएस ने 2,405 मामले दर्ज कर की 3,562 की गिरफ्तारी, 9.59 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त

हरियाणा में नशे के खिलाफ नार्कोटिक्स ड्रग्स प्रेवेंशन एंड स्पेशल ड्रग्स एक्ट (एनडीपीएस) के तहत जनवरी 2023 से मार्च 2024 तक 2,405 मामले दर्ज किए गए और इनमें से 3,562 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद ने बताया कि इन मामलों में 24 प्रिवेंटिव डिटेंशन आदेश जारी किए गए और इसके तहत 9.59 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की गई। इसके अलावा, राज्य भर में 10 संवेदनशील जिलों में नशामुक्ति अभियान भी चलाया गया है और 35 नार्को डॉग चेक बनाए गए हैं।

श्री प्रसाद ने बताया कि नशे के खिलाफ इस अभियान में गांवों और वार्डों में 96 जागरूकता गतिविधियां चलाई गई और इनमें 38,973 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि 15 जेलों में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं और इनमें मनोचिकित्सकों और चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया भी चल रही है। वे बताते हैं कि राज्य नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो ने 550 व्यक्तियों को व्यावसायिक सहायता प्रदान की है ताकि वे नशामुक्त जीवन की ओर बढ़ सकें।

इस अभियान में समर्थन प्रदान करने के लिए हरियाणा में 105 नशामुक्ति केंद्र, 21 परामर्श-सह-पुनर्वास केंद्र और 12 मनोरोग नर्सिंग होम हैं। इनकी नियमित जांच की जाती है ताकि परिचालन मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित हो सके।

बैठक में हरियाणा के गृह सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर, जेल विभाग के महानिदेशक मोहम्मद अकील और एडीजीपी ओ.पी. सिंह भी मौजूद रहे। इस बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक जिला अस्पताल में नशामुक्ति उपचार सुविधाएं स्थापित करने के निर्देश भी दिए गए। शिक्षा विभाग और सभी उपायुक्तों को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि वे हाई स्कूल और कॉलेज के छात्रों को ‘नव चेतना मॉड्यूल’ के माध्यम से नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में जागरूक करें।

हरियाणा पुलिस में पीएमटी के जरिए 5 हजार पदों के लिए उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया जारी

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री हिम्मत सिंह ने घोषणा की है कि हरियाणा पुलिस में सिपाही पुरुष (सामान्य डयूटी) के 5 हजार पदों के लिए पीएमटी परीक्षा की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस परीक्षा में कुल 8 गुणा उम्मीदवारों को बुलाया जा रहा है। पहले चरण में 23 जुलाई तक 6 गुणा उम्मीदवार बुलाए गए हैं, और शेष उम्मीदवारों की सूची बाद में जारी की जाएगी।

पीएमटी की शुरुआत 16 जुलाई, 2024 से जिला पंचकूला के सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल खेल परिसर में हुई है, और यह 23 जुलाई तक चलेगी। पहले दिन 2 हजार उम्मीदवारों को बुलाया गया था, और अब 18 जुलाई से प्रतिदिन 5-5 हजार उम्मीदवारों को पीएमटी के लिए बुलाया जाएगा।

श्री हिम्मत सिंह ने बताया कि इस परीक्षा में करीब 40 हजार उम्मीदवारों को शामिल किया जाएगा, और इसके बाद सिपाही महिला (सामान्य डयूटी) के 1 हजार पदों के लिए भी पीएमटी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इनमें भी 8 गुणा उम्मीदवारों को पीएमटी के लिए बुलाया जाएगा।

उन्होंने विशेष ध्यान देने की बात की है कि परीक्षा की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जाएगी, और किसी भी उम्मीदवार को बेईमानी करने का मौका नहीं दिया जाएगा। आयोग का उद्देश्य है कि सभी उम्मीदवार इस प्रक्रिया से संतुष्ट होकर जाएं।

इस परीक्षा में प्रवेश करने वाले उम्मीदवारों को न्यूनतम पात्रता की डिस्पले स्लिप दी जाती है, और उन्हें अपना नाम, पिता का नाम और दिया गया चेस्ट नंबर बताना होता है। साथ ही, उम्मीदवारों की आवाज की रिकॉर्डिंग भी की जाती है। इसके बाद उन्हें बायोमेट्रिक और आई स्कैनिंग के लिए अलग-अलग जगह पर भेजा जाता है।

अंत में, हर स्टेंड पर डिजिटल मापदंड स्टैंड लगाए गए हैं, जिस पर उम्मीदवार अपनी जानकारी को देख सकते हैं। यदि किसी उम्मीदवार को नॉट-क्वालीफाई कर दिया गया हो, तो उसे मौके पर ही अपील का अधिकार होता है।

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