डॉ. Ajay Chautala का BJP और CONGRESS पर हमला

जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. Ajay Chautala ने हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा उधार के उम्मीदवारों के साथ चुनाव लड़ रही है,

जबकि कांग्रेस में सभी उम्मीदवारों की घोषणा के बाद भगदड़ मचने वाली है।

CM Nayab Singh Saini ने भरा लाडवा में नामांकन पत्र, कांग्रेस पर कसे तंज

Ajay Chautala ने बुधवार को जेजेपी-एएसपी गठबंधन द्वारा

डॉ. चौटाला ने बुधवार को जेजेपी-एएसपी गठबंधन द्वारा अपने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करने की बात कही।

यह बयान उन्होंने मंगलवार को डबवाली में जेजेपी-एएसपी के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह चौटाला के नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिया।

विशाल जनसभा और रोड शो में दिग्विजय चौटाला ने

नामांकन के मौके पर आयोजित विशाल जनसभा और रोड शो में दिग्विजय चौटाला ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की।

इस दौरान पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, एएसपी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, विधायक नैना सिंह चौटाला सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे।

Ajay Chautala ने कहा कि डबवाली उनका गृह क्षेत्र

डॉ. अजय चौटाला ने कहा कि डबवाली उनका गृह क्षेत्र है और यहां की जनता ने हमेशा उन्हें प्यार और समर्थन दिया है।

उन्होंने विश्वास जताया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री चौ. रणजीत चौटाला के समर्थन से जेजेपी को डबवाली में नई ताकत मिलेगी

और पार्टी रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेगी।

इसके साथ ही, जेजेपी और एएसपी गठबंधन रानियां विधानसभा सीट पर रणजीत सिंह का भी समर्थन करेगा।

पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी इस अवसर पर

पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी इस अवसर पर संबोधन करते हुए कहा कि डबवाली में जेजेपी-एएसपी गठबंधन को भारी जनसमर्थन मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि यह समर्थन दर्शाता है कि गठबंधन का उम्मीदवार बड़ी जीत हासिल करेगा।

दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी-एएसपी गठबंधन को युवाओं के जोश और उत्साह से भरा बताया और

कहा कि पार्टी हरियाणा के भविष्य की लड़ाई मजबूती से लड़ेगी।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे अजय सिंह चौटाला और खुद को समझकर चुनाव में उतरें और जीत हासिल करें।

उन्होंने यह भी कहा कि डबवाली में जो नेता एक-दूसरे को पहले कोसते थे,

वे अब एकजुट हो गए हैं, और जनता को ऐसे बेमेल गठबंधन को कमजोर करने का काम करना चाहिए।

दुष्यंत चौटाला की उपलब्धियों की सराहना

एएसपी प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने दुष्यंत चौटाला की उपलब्धियों की सराहना की।

उन्होंने बताया कि दुष्यंत चौटाला ने युवाओं को 75 प्रतिशत रोजगार,

महिलाओं को पंचायतीराज संस्थाओं में 50 प्रतिशत आरक्षण, और किसानों की 14 फसलों की एमएसपी पर खरीद जैसे ऐतिहासिक काम किए हैं।

चंद्रशेखर ने कहा कि दुष्यंत चौटाला हरियाणा को देश के सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं

और इसके लिए जनता को उन्हें मौका देना चाहिए।

उन्होंने जेजेपी-एएसपी गठबंधन की नई योजनाओं के बारे में जानकारी दी और कहा

कि इस बार जनता को भाजपा और कांग्रेस की विफलताओं को ध्यान में रखते हुए युवा नेतृत्व का समर्थन करना चाहिए।

जेपी-एएसपी उम्मीदवार दिग्विजय सिंह चौटाला ने भारी संख्या

नामांकन के दौरान, डबवाली के जेजेपी-एएसपी उम्मीदवार दिग्विजय सिंह चौटाला ने भारी संख्या में जुटे स्थानीय लोगों का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी हर किसान के खेत में पानी पहुंचाने,

नशे की समस्या को समाप्त करने, खेलों को प्रोत्साहित करने और हर गरीब को घर प्रदान करने का प्रयास करेगी।

इस मौके पर पूर्व मंत्री चौधरी रणजीत सिंह के पोते सूर्यप्रकाश ने भी दिग्विजय चौटाला के लिए वोट की अपील की।

डबवाली शहर में जेजेपी-एएसपी गठबंधन की जनविश्वास पदयात्रा के दौरान दुष्यंत चौटाला, चंद्रशेखर आजाद,

और दिग्विजय चौटाला का ऊंटों पर सवार होकर जोरदार स्वागत किया गया।

CM Nayab Singh Saini ने भरा लाडवा में नामांकन पत्र, कांग्रेस पर कसे तंज

मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini ने लाडवा विधानसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली,

और कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति में नामांकन पत्र दाखिल किया।

इस मौके पर आयोजित रैली में भारी भीड़ देखकर सैनी आत्मविश्वास से भरपूर नजर आए।

उन्होंने कहा कि लाडवा की इस ऐतिहासिक धरती पर लोगों की उमड़ी भीड़ ने मुझे बहुत उत्साहित कर दिया है।

लाडवा मेरा घर है और मैं यहां के लोगों पर पूरा विश्वास करता हूं कि इस बार भाजपा को तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए लाडवा से कमल खिलाएंगे।

सैनी ने अपने भाषण में कहा कि जनता द्वारा दी गई यह सम्मान की पगड़ी अत्यंत मूल्यवान है,

और यह सम्मान केवल मुख्यमंत्री नायब सैनी का नहीं, बल्कि लाडवा के हर नागरिक का है।

Nayab Singh Saini का कांग्रेस पर तीखा हमला

नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा हरियाणा में एकता और विकास के सिद्धांत पर चलती है,

जबकि कांग्रेस प्रदेश को टुकड़ों में बांटने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव को राजनीतिक दलों के बीच की लड़ाई के रूप में नहीं देखना चाहिए,

बल्कि यह न्याय और अन्याय की जंग है। यह उन युवाओं के लिए न्याय की लड़ाई है

जिन्हें कांग्रेस के ‘भर्ती रोको’ गैंग ने नौकरी पाने से रोका।

सैनी ने यह भी कहा कि 5 अक्टूबर को इन युवाओं का कांग्रेस को जवाब देने का समय है।

दलितों के खिलाफ हुए अत्याचार

सैनी ने कांग्रेस राज में दलितों के खिलाफ हुए अत्याचार, किसानों की जमीन की हड़प, और अपमानजनक मुआवजे के मुद्दों को उठाया।

उन्होंने कहा कि यह चुनाव उन किसानों के लिए भी न्याय की लड़ाई है

जिन पर कांग्रेस शासन में गोलियां चलाई गईं और उनकी जमीनें हड़प ली गईं।

Nayab Singh Saini  ने लाडवा के नागरिकों से की अपील

मुख्यमंत्री सैनी ने लाडवा के नागरिकों से अपील की कि वे चुनाव के दौरान हर घर जाएं और लोगों से मिलें।

उनका लक्ष्य है कि लाडवा विधानसभा क्षेत्र में कमल का फूल खिलाकर हरियाणा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नंबर एक बनाएं।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुभाष सुधा, पूर्व विधायक पवन सैनी, पार्टी के जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर,

और कई अन्य प्रमुख नेता भी मौजूद रहे।

भाजपा ने युवाओं को रोजगार देने में

सैनी ने ऐलान किया कि भाजपा ने युवाओं को रोजगार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है,

लेकिन कांग्रेस के ‘भर्ती रोको’ गैंग ने इस प्रक्रिया में बाधा डाली।

उन्होंने वादा किया कि अगर 8 तारीख को चुनाव के परिणाम सकारात्मक रहे,

तो सबसे पहले 25 हजार युवाओं की भर्ती करेंगे और इसके बाद ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा

सैनी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि हुड्डा जनता के सवालों का जवाब देने से भाग रहे हैं।

उन्होंने हुड्डा से सवाल किया कि क्यों युवाओं को बिना रुपये और सिफारिश के नौकरी नहीं दी जाती और किसानों के साथ अन्याय क्यों हुआ।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले झूठ फैला रहे हैं कि उन्हें सीट नहीं मिल रही,

जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा को हर विधानसभा क्षेत्र में प्यार और समर्थन मिल रहा है।

दूसरी ओर, हुड्डा किलोई से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और उनकी जनाधार की कमी स्पष्ट है।

भाजपा नेताओं ने भी सैनी की तारीफ की और कहा कि अगले चुनाव में भाजपा को विजयी बनाना सुनिश्चित है।

पूर्व विधायक पवन सैनी ने बताया कि भाजपा सरकार में हरियाणा के हर क्षेत्र में समान रूप से विकास हुआ है।

कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल ने भी सैनी के लाडवा में चुनाव लड़ने की सराहना की और कहा कि यह चुनाव सभी के लिए महत्वपूर्ण है।

पंचकूला में NDPS ACT 1985 पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान, सेक्टर-25, पंचकूला में सोमवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य NDPS ACT 1985 के तहत जागरूकता फैलाना था।

यह कार्यक्रम जिला बाल संरक्षण अधिकारी पंचकूला द्वारा आयोजित किया गया

और इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा रोहिला ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।

NDPS ACT 1985 की बारीकियों से अवगत कराया गया

इस कार्यक्रम में स्टेकहोल्डर्स को बच्चों में नशे की बढ़ती समस्या के संदर्भ में एनडीपीएस एक्ट 1985 की बारीकियों से अवगत कराया गया।

मुख्य उद्देश्य था कि सभी उपस्थित लोग बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कर सकें,

क्योंकि नशे के कारण कई बच्चे अपराध की ओर प्रवृत्त हो रहे हैं।

रिसोर्स पर्सन डॉ. सुवीर सक्सेना, स्टेट प्रोजेक्ट ऑफिसर मेंटल हेल्थ और डी-एडिक्शन, ने बताया

कि एनडीपीएस एक्ट 1985 का उद्देश्य नशीले और मादक पदार्थों के भंडारण, उपभोग, खेती, बिक्री, खरीद

और विनिर्माण को रोकना और दोषियों को दंडित करना है।

उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को अधिनियम के उद्देश्यों को समझाते हुए जानकारी प्रदान की।

एनडीपीएस एक्ट में 238 प्रकार की नशीली चीजों को प्रतिबंधित

मधुबन से आए सब इंस्पेक्टर रवि पीएसआई ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट में 238 प्रकार की नशीली चीजों को प्रतिबंधित किया गया है।

उन्होंने बताया कि मात्रा के आधार पर सजा का प्रावधान है:

अल्प मात्रा (5 ग्राम तक) के लिए एक साल तक की सजा,

मध्यम मात्रा (5 से 10 ग्राम तक) के लिए एक से दस साल की सजा और वाणिज्यिक मात्रा (10 ग्राम से एक किलो) के लिए दस से बीस साल तक की सजा का प्रावधान है।

उन्होंने नारकोटिक्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के बीच अंतर भी स्पष्ट किया। नारकोटिक्स वे पदार्थ हैं जो नींद बढ़ाते हैं,

जबकि साइकोट्रोपिक वे पदार्थ हैं जो मानसिक स्थिति को बदल सकते हैं,

जैसे उदासी को खुशी में बदलना।

डॉ. सक्सेना ने सभी को सलाह दी कि वे नशीले पदार्थों से दूर रहें और केवल डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का प्रयोग करें।

जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि मालिक ने भी सभी स्टेकहोल्डर्स को जेजे (जुवेनाइल जस्टिस)

और पॉक्सो (चाइल्ड सेक्सुअल ऑफेंस) एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर बाल कल्याण समिति, जिला बाल कल्याण अधिकारी, जिला कल्याण अधिकारी, सभी स्कूलों के प्रिंसिपल,

पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी, बाल देखभाल संस्थानों में कार्यरत अधीक्षक,

काउंसलर और चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर, जिला समाज कल्याण अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग,

बाल विवाह निषेध अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर और जिला बाल संरक्षण के समस्त स्टाफ भी मौजूद थे।

 

Digvijay Dhautala ने डबवाली से चुनाव न लड़ने का किया ऐलान

जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रधान महासचिव Digvijay Dhautala ने हाल ही में एक ऐसा ऐतिहासिक बयान दिया है,

जिसने न केवल हरियाणा की राजनीति को हिला कर रख दिया है, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई चर्चा को जन्म दिया है।

दिग्विजय चौटाला ने खुलासा किया है कि अगर डबवाली विधानसभा क्षेत्र से उनके दादा, पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला,

चुनाव लड़ने की स्थिति उत्पन्न होती है, तो वे स्वयं चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे। उन्होंने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि

वे अपने दादा के सामने कभी चुनाव नहीं लड़ सकते, न ही ऐसी कोई कल्पना कर सकते हैं।

Digvijay Dhautala का यह बयान राजनीति के परिप्रेक्ष्य

दिग्विजय चौटाला का यह बयान राजनीति के परिप्रेक्ष्य में एक अभूतपूर्व घटना है।

उनका कहना था कि राजनीति में जो भी मान-मर्यादा और मुकाम वे और उनकी पार्टी आज हासिल कर चुके हैं,

यह सब उनके दादा ओमप्रकाश चौटाला के अथक परिश्रम और नेतृत्व का परिणाम है।

उन्होंने अपने बयान में कहा, “ओमप्रकाश चौटाला हमारे लिए केवल एक नेता नहीं, बल्कि आदर्श और प्रेरणा स्रोत हैं।

उनका सम्मान और उनका योगदान हमारे लिए सर्वोपरि हैं। इसलिए, डबवाली से चुनाव लड़ना उनके सम्मान के खिलाफ होगा।

अगर दादा जी चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो मैं अपनी उम्मीदवारी तुरंत वापस ले लूंगा।”

डबवाली में पत्रकारों से बातचीत करते Digvijay Dhautala

दिग्विजय चौटाला ने शुक्रवार को डबवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपने इस ऐतिहासिक निर्णय की पुष्टि की।

उन्होंने कहा कि उनकी यह घोषणा राजनीति में एक नई मिसाल कायम करेगी और

यह दर्शाएगी कि पारिवारिक सम्मान और आदर्श कितने महत्वपूर्ण होते हैं।

उनका यह कदम यह साबित करता है कि पारिवारिक संबंधों और आदर्शों को राजनीति से ऊपर रखा जा सकता है।

इस बीच, दिग्विजय चौटाला ने डबवाली हलके के विभिन्न गांवों में एक भव्य रोड शो का आयोजन किया और लोगों से वोट की अपील की।

उनके रोड शो में भीड़ उमड़ पड़ी और ग्रामीणों ने भारी समर्थन जताया।

दिग्विजय ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि अगर उन्हें जन आशीर्वाद मिला,

तो वे डबवाली को पूर्ण जिला का दर्जा दिलाने के लिए पूरी ताकत लगाएंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि जेजेपी ने विधायक न होने के बावजूद डबवाली के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

उनका आरोप था कि विपक्षी पार्टी के नेता द्वारा विकास कार्यों के बोर्ड लगाकर श्रेय लेने की कोशिश की जा रही है,

लेकिन डबवाली की जनता जानती है कि वास्तविक विकास किसने किया है।

नशे के खिलाफ अपनी सख्त नीतियों की घोषणा

दिग्विजय ने अपनी प्राथमिकताओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।

उन्होंने नशे के खिलाफ अपनी सख्त नीतियों की घोषणा की और कहा कि नशे की तस्करी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उनका यह बयान नशे के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह उनके चुनावी एजेंडे का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इसके साथ ही, दिग्विजय चौटाला ने 10 सितंबर को अपने नामांकन के दौरान ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं से उपस्थित रहने की अपील की।

इस अवसर पर विधायक नैना चौटाला ने भी दिग्विजय के लिए वोट की अपील की और उनकी निष्ठा और समर्पण की सराहना की।

राजनीति में पारिवारिक मूल्यों और सम्मान की अहमियत

दिग्विजय चौटाला का यह निर्णय न केवल उनके परिवार और पार्टी के लिए गर्व का विषय है,

बल्कि यह राजनीति में पारिवारिक मूल्यों और सम्मान की अहमियत को भी उजागर करता है।

इसने राजनीति के प्रति एक नई सोच और दिशा का संकेत दिया है,

जो निश्चित ही आने वाले दिनों में चर्चा का विषय बनेगा।

haryana assembly elections 2024 की तैयारियों पर पंचकूला में बड़ी बैठक

भारत निर्वाचन आयोग ने पंचकूला में एक ऐतिहासिक बैठक आयोजित की, जिसमें haryana assembly elections 2024  की तैयारियों को लेकर अभूतपूर्व घोषणाएं की गईं।

इस बैठक की अध्यक्षता की एक्सपैंडिचर आब्जर्वर श्री दारसी सुमन रतनाम, आईआरएस ने,

जिन्होंने चुनावी तैयारियों में क्रांति ला देने वाले निर्देश जारी किए।

यह बैठक लघु सचिवालय के सभागार में हुई, और इसके एजेंडे ने सभी उपस्थित अधिकारियों को चेतावनी दी

कि चुनाव इस बार किसी भी तरह की गड़बड़ी या भ्रष्टाचार से मुक्त रहेगा।

दारसी सुमन रतनाम ने बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा

श्री दारसी सुमन रतनाम ने बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।

उन्होंने विभिन्न टीमों के नोडल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे एकजुट होकर कार्य करें और

आचार संहिता के उल्लंघन पर तुरंत और कठोर कार्रवाई करें।

इस संबंध में, उन्होंने सभी विभागों के नोडल अधिकारियों से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करने की मांग की,

ताकि कोई भी गड़बड़ी तुरंत ठीक की जा सके।

डॉ. यश गर्ग ने भी अपने विचार साझा किए

बैठक के दौरान उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. यश गर्ग ने भी अपने विचार साझा किए।

उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक्सपैंडिचर मानिटरिंग कमेटी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।

डॉ. गर्ग ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि चुनाव किसी भी प्रकार के धन-बल से प्रभावित न हो।

उन्होंने कहा कि 5 सितंबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव की नोटिफिकेशन जारी हो चुकी है

और नामांकन प्रक्रिया 12 सितंबर तक चलेगी।

haryana assembly elections 2024: कमेटी के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए

श्री दारसी सुमन रतनाम ने मीडिया सर्टिफिकेशन मानिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) को और अधिक प्रभावी बनाने का आदेश दिया।

उन्होंने सुझाव दिया कि कमेटी के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि मीडिया की सभी गतिविधियों की गहनता से निगरानी की जा सके।

साथ ही, चुनाव आचार संहिता की शिकायतों के लिए जारी किए गए टोल-फ्री नंबर 1950 का व्यापक प्रचार करने की बात भी की,

ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें।

haryana assembly elections 2024: सीआईएसएफ को भी शामिल किया जाए

फलाईग स्कवायड की कार्य प्रणाली पर चर्चा करते हुए श्री दारसी ने कहा

कि फलाईग स्कवायड में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सीआईएसएफ को भी शामिल किया जाए।

यह कदम सुनिश्चित करेगा कि चुनावी गतिविधियाँ पूरी तरह से सुरक्षित और निगरानी में रहें।

जिले में तीन-तीन फलाईग स्कवायड टीमों का गठन किया गया है

जो कालका और पंचकूला विधानसभाओं की चुनावी प्रक्रिया पर निगरानी रखेंगी।

हर नाके पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश

चुनाव में किसी भी अवैध गतिविधि को रोकने के लिए, श्री दारसी ने हर नाके पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं।

अब तक, जिला में 9 नाके लगाए जा चुके हैं, और इनमें प्रत्येक पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित किया जा रहा है।

इसके अलावा, अवैध शराब और कैश की आवाजाही को रोकने के लिए नियमित चेकिंग की जा रही है।

चुनाव आचार संहिता के लागू होने के बाद, अब तक 500 शराब की बोतलें जब्त की जा चुकी हैं,

और चार औचक निरीक्षण टीमों का गठन किया गया है।

चुनाव के निष्पक्ष और पारदर्शी आयोजन के लिए

इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री सचिन गुप्ता, डीसीपी क्राइम और ट्रैफिक वीरेंद्र सांगवान, और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भी भाग लिया।

सभी ने चुनाव के निष्पक्ष और पारदर्शी आयोजन के लिए अपनी पूरी तैयारी और समर्पण का वादा किया।

इस सम्मेलन ने यह स्पष्ट कर दिया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को पूरी तरह से पारदर्शी

और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

 

Panchkula: विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सीमावर्ती जिलों अधिकारियों…

Panchkula: उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने विधानसभा आम चुनाव 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, और शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।

यह बैठक लघु सचिवालय के सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई, जिसमें अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।

बैठक में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन, और बद्दी, पंजाब के मोहाली, और चंडीगढ़ के अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक का मुख्य उद्देश्य इन सीमावर्ती जिलों के बीच समन्वय स्थापित करना था,

ताकि शराब, नशीले पदार्थ, हथियार, नकदी और अवांछित व्यक्तियों की आवाजाही पर नियंत्रण रखा जा सके।

Panchkula: हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 के लिए तारीखों की घोषणा

डा. यश गर्ग ने कहा कि चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है।

चुनाव का नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी कर दिया गया है। मतदान 5 अक्टूबर को और मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।

डा. गर्ग ने चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए शराब, नशीले पदार्थ, हथियार, नकदी और

अवांछित व्यक्तियों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने विशेष रूप से चंडीगढ़ से शराब की सप्लाई पर निगरानी की बात की, क्योंकि चंडीगढ़ में शराब का कोटा ज्यादा और रेट भी कम हैं।

चुनाव आयोग के सख्त निर्देश हैं कि अवैध शराब की सप्लाई पर रोक लगाई जाए।

इसके साथ ही जीरकपुर से एनडीपीएस/ड्रग्स की मूवमेंट पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

डा. गर्ग ने उपायुक्त मोहाली को इस संबंध में उचित कदम उठाने का निर्देश दिया।

भगोड़ों की चुनावी क्षेत्र में आवाजाही को रोकने

अपराधियों, अवांछित लोगों, और भगोड़ों की चुनावी क्षेत्र में आवाजाही को रोकने के लिए भी सख्त निर्देश दिए गए।

उन्होंने कालका और पंचकूला विधानसभा के चुनाव को शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाने के लिए आपसी सहयोग की अपील की।

पुलिस उपायुक्त हिमाद्री कौशिक ने चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने और

ड्रग्स व अन्य प्रतिबंधित पदार्थों की आवाजाही को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में नौ इंटर डिस्ट्रिक्ट नाके लगाए गए हैं, जिनमें से सात सीमावर्ती जिलों पर स्थित हैं।

इन नाकों में पंचकूला के सेक्टर 17-18, मौली जागरा, मनीमाजरा, पंजाब के जीरकपुर, रामनगर, पीर मुछल्ला, और हिमाचल प्रदेश के बद्दी शामिल हैं।

Panchkula: चुनाव से 72 घंटे पहले नाकों की संख्या बढ़ा दी जाएगी

उन्होंने कहा कि चुनाव से 72 घंटे पहले नाकों की संख्या बढ़ा दी जाएगी और संयुक्त नाकों की व्यवस्था की जाएगी

ताकि अन्य प्रदेशों से शराब, नशीले पदार्थ, नकदी और हथियार की आवाजाही को रोका जा सके।

नाकों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) तैनात होंगे और उनकी चेकिंग भी की जाएगी।

सभी नाकों पर सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी भी अवैध गतिविधि पर नज़र रखी जा सके।

इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सचित गुप्ता, डीईटीसी एक्साइज आरके चौधरी, डीईटीसी सेल्ज हनीश गुप्ता,

चुनाव नायब तहसीलदार अजय राठी और अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।

इस बैठक ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर एक मजबूत और सुसंगठित दृष्टिकोण स्थापित किया।

Assembly General Elections 2024: वाहनों के प्रयोग पर कड़ी निगरानी

डॉ. यश गर्ग, उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी, ने Assembly General Elections 2024 के लिए चुनाव प्रचार में वाहनों के उपयोग को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

इस बार चुनाव प्रचार को लेकर नियमों में बदलाव किए गए हैं

ताकि जनसाधारण को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और चुनाव प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न हो सके।

चुनाव प्रचार के लिए वाहनों का उपयोग करने से पहले

डॉ. गर्ग ने कहा कि चुनाव प्रचार के लिए वाहनों का उपयोग करने से पहले उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को विशेष अनुमति प्राप्त करनी होगी।

बिना इस अनुमति के किसी भी प्रकार के प्रचार वाहन का प्रयोग कानूनन अवैध माना जाएगा।

और यह बात तय है कि अब किसी भी उम्मीदवार या पार्टी को बिना अनुमति के प्रचार के लिए वाहनों का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।

इससे यह सुनिश्चित होगा कि चुनाव प्रचार पूरी तरह से नियंत्रित और व्यवस्थित रहेगा।

उन्होंने यह भी बताया कि सभी वाहनों का विवरण चुनाव आयोग को पहले से प्रदान करना अनिवार्य होगा।

प्रचार के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों का पूरा ब्योरा व्यय पर्यवेक्षक को देना होगा

ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनाव खर्च में सही तरीके से जोड़ा जाए।

अगर किसी उम्मीदवार को अतिरिक्त वाहन की जरूरत है, तो उसे पहले से ही सूचना देनी होगी।

यही नहीं, प्रचार के दौरान वाहनों का उपयोग उन क्षेत्रों और तहसीलों में विस्तृत किया जाएगा, जहां ये वाहन चलाए जाएंगे।

Assembly General Elections 2024: वाहनों के उपयोग के नियम बेहद सख्त

चुनाव प्रचार के दौरान वाहनों के उपयोग के नियम बेहद सख्त हैं।

सुरक्षा वाहन को छोड़कर, एक बार में 10 से ज्यादा वाहनों का काफिला चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

और जो भी बड़े काफिले चलेंगे, उन्हें छोटे-छोटे काफिलों में बांटा जाएगा।  इन काफिलों के बीच कम से कम 100 मीटर की दूरी रखनी होगी।

यह नियम सुनिश्चित करेगा कि ट्रैफिक में किसी भी तरह की भीड़-भाड़ और अराजकता न फैले।

डॉ. गर्ग ने यह भी स्पष्ट किया कि साइकिल-रिक्शा का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए किया जा सकता है।

साइकिल-रिक्शा को चुनाव प्रचार के लिए मान्यता प्राप्त

जन प्रतिनिधि अधिनियम, 1951 की धारा 160 के अनुसार, साइकिल-रिक्शा को चुनाव प्रचार के लिए मान्यता प्राप्त है।

लेकिन, इसका उपयोग करने पर उम्मीदवार को इसके खर्च का विवरण अपने चुनाव व्यय खाते में देना होगा।

यदि रिक्शा के पास कोई नगरपालिका पंजीकरण या परमिट नहीं है,

तो रिक्शा चालक को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा व्यक्तिगत परमिट प्रदान किया जाएगा, जिसे उसे अपने साथ रखना होगा।

Assembly General Elections 2024: रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिबंध

चुनाव प्रचार के दौरान लाउडस्पीकरों के उपयोग पर भी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिबंध रहेगा।

इस नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव प्रचार के दौरान रात के समय में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो।

रिटर्निंग अधिकारी इस पूरे प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और यदि कोई नियमों की अवहेलना करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस सख्त नियमावली के साथ, चुनाव प्रचार को लेकर एक नई पारदर्शिता और अनुशासन देखने को मिलेगा।

सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि चुनाव प्रक्रिया सुव्यवस्थित, निष्पक्ष और सभी के लिए परेशानी रहित हो।

Haryana Elections की जोरदार तैयारी, सीईओ ने अधिकारियों को दिए..

Haryana Elections मैदान में जोरदार हलचल मच गई है, और इसका पूरा श्रेय जाता है राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, श्री पंकज अग्रवाल को।

जैसे ही उन्होंने चुनावी तैयारियों की कमान संभाली, उन्होंने जिलों में हड़कंप मचा दिया।

चंडीगढ़ में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान श्री अग्रवाल ने अपने निर्देशों की बौछार करते हुए

चुनावी अधिकारियों को ऐसी दिशा-निर्देश दिए कि मानो चुनाव का ऐतिहासिक आयोजन होने वाला हो।

श्री पंकज अग्रवाल ने जोरदार आवाज में कहा कि मतदाता जागरूकता अभियान (स्वीप) को अब तक के सबसे बड़े स्तर पर चलाना होगा।

Haryana Elections : जिला स्तरों और विधानसभा क्षेत्रों में एक महाकुंभ

जी हां, आप ठीक समझे! उन्होंने कहा कि यह अभियान सभी जिला स्तरों और विधानसभा क्षेत्रों में एक महाकुंभ की तरह होना चाहिए।

पोलिंग स्टेशनों पर मतदान बढ़ाने के लिए सभी को जागरूक करना होगा,

खासकर उन इलाकों में जहां पिछली बार मतदाताओं ने कम रुचि दिखाई थी।

इस बार, इन क्षेत्रों में स्वीप गतिविधियों की बारिश होनी तय है ताकि वोटिंग प्रतिशत आसमान छू सके। एक अद्भुत ऐलान करते हुए,

श्री अग्रवाल ने कहा कि नामांकन के दौरान रिटर्निंग अधिकारियों के पास मतदाता सूची होनी चाहिए,

जैसे कि यह कोई रत्न हो। इस सूची के बिना, उम्मीदवारों की वोटिंग की निगरानी एक असंभव मिशन हो सकती है।

इसके अलावा, सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को अपने जिलों की जिला चुनाव प्रबंधन योजना

और जिला चुनाव कम्युनिकेशन योजना तैयार करने का आदेश दिया गया है,

जिसे मुख्य निर्वाचन कार्यालय में तुरंत भेजना अनिवार्य है।

यह कदम इस बात की गारंटी देगा कि चुनावी तैयारी में कोई कमी न रह जाए।

85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की

अब बात करते हैं दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की, जो इस बार चुनाव में विशेष ध्यान का केंद्र होंगे।

श्री पंकज अग्रवाल  ने फरमान सुनाया कि फार्म 12-डी को समय पर बीएलओ के माध्यम से एकत्रित किया जाए।

इस प्रक्रिया में अगर एक भी गलती हुई, तो यह चुनाव की स्वच्छता पर प्रश्नचिन्ह लगा सकती है।

नए वोटर्स के लिए फार्म 6 और फार्म 8 को 2 सितम्बर तक निपटाने की हिदायत दी गई,

ताकि अंतिम नामांकन की तारीख 12 सितम्बर तक सभी काम सही तरीके से हो जाएं।

कोई भी पात्र मतदाता इस बार मतदान के अधिकार से वंचित नहीं रहेगा, यह श्री पंकज अग्रवाल ने सुनिश्चित किया है।

मतदाताओं के नाम पूरक वोटर लिस्ट में

एक और महत्वपूर्ण निर्देश के तहत, जिन मतदाताओं के नाम पूरक वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं,

उनके फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र डाक विभाग के माध्यम से भेजे जाएंगे।

यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी रिटर्निंग अधिकारियों की होगी

कि चुनाव प्रक्रिया की सारी बारीकियों का पालन हो और कोई भी लापरवाही न हो।

श्री अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ निभाना हर अधिकारी की जिम्मेदारी है।

Haryana Elections महासंग्राम के लिए एक अंतिम चेतावनी

श्री पंकज अग्रवाल के ये निर्देश जैसे हरियाणा के चुनावी महासंग्राम के लिए एक अंतिम चेतावनी हों।

उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि इस बार कोई भी त्रुटि स्वीकार नहीं की जाएगी और हर एक प्रक्रिया को ‘फूल प्रूफ’ तरीके से किया जाएगा।

चुनावी तैयारी का यह आह्वान, हरियाणा की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ने की ओर इशारा करता है।

Haryana Assembly Elections 2024 के लिए EVM की पहली..

Haryana Assembly Elections 2024 की तैयारी में आज एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कदम उठाया गया।

लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित ईवीएम मशीनों की पहली रेंडेमाइजेशन प्रक्रिया ने पूरे राज्य में चुनावी माहौल को गरमा दिया है।

उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग की उपस्थिति में इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम ने चुनावी तैयारी की दिशा में एक नई ऊँचाई को छू लिया।

इस अवसर पर राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों और स्थानीय अधिकारियों ने भी उपस्थिति दर्ज की,

जो इस प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण था।

Haryana Assembly Elections 2024 रेंडेमाइजेशन प्रक्रिया के दौरान

रेंडेमाइजेशन प्रक्रिया के दौरान, कुल 546 बैलट यूनिट्स (बीयू), 546 कंट्रोल यूनिट्स (सीयू), और 592 वीवीपैट्स का चयन किया गया।

यह संख्या अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आवश्यक मशीनों की प्रारंभिक व्यवस्था को दर्शाती है।

इस प्रक्रिया में मशीनों का चयन पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया,

ताकि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।

डा. यश गर्ग : जिले में कुल 455 मतदान केंद्र

डा. यश गर्ग ने जानकारी दी कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए जिले में कुल 455 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

इनमें से 225 मतदान केंद्र 01-कालका विधानसभा क्षेत्र में और 230 मतदान केंद्र 02-पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं।

यह व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक मतदाता को न केवल एक सुविधाजनक स्थान पर मतदान करने का मौका मिले,

बल्कि चुनाव प्रक्रिया भी सुचारू और निर्बाध रहे।

हरियाणा में ईवीएम मशीनों की समय-समय पर पहली स्तर की जांच

उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा में ईवीएम मशीनों की समय-समय पर पहली स्तर की जांच (एफएलसी) की जाती है।

इस प्रक्रिया के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि सभी मशीनें पूरी तरह से कार्यशील और सही स्थिति में हैं।

रेंडेमाइजेशन की प्रक्रिया को पूरी तरह से कंप्यूटराइज किया गया है,

जिससे चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा मिलता है।

इस कंप्यूटराइज्ड सिस्टम ने चुनावी प्रक्रिया को एक नई दिशा दी है, जो संभावित अनियमितताओं को समाप्त करने में सक्षम है।

डा. यश गर्ग ने कहा कि चुनाव के लिए बीयू और सीयू की संख्या मतदान केंद्रों की संख्या का 120 प्रतिशत तय की जाती है,

जबकि वीवीपैट की संख्या मतदान केंद्रों की संख्या का 130 प्रतिशत होती है।

इस आधार पर, कुल 546 बीयू, 546 सीयू, और 592 वीवीपैट्स का चयन किया गया है।

चुनाव के दौरान हर मतदाता की आवाज सुनी जा सके

यह सुनिश्चित करता है कि चुनाव के दौरान हर मतदाता की आवाज सुनी जा सके और वोटिंग प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित हो।

रेंडेमाइजेशन में चयनित मशीनों को जल्दी ही विधानसभा अनुसार बांटा जाएगा,

और इन्हें निर्धारित स्थानों पर भेजा जाएगा जहां से चुनाव के दौरान इनका उपयोग किया जाएगा।

यह पूरी प्रक्रिया न केवल चुनाव की तैयारी को सटीक और व्यवस्थित बनाती है,

बल्कि इससे सभी राजनीतिक दलों को भी एक समान अवसर मिलता है कि वे चुनावी प्रक्रिया की निगरानी कर सकें।

हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 के लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी

मुख्य चुनावी गतिविधियों की बात करें तो, 5 सितंबर को हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 के लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी।

इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो 12 सितंबर तक चलेगी।

नामांकन पत्रों की छंटनी 13 सितंबर को की जाएगी, और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 16 सितंबर होगी।

मतदान 5 अक्टूबर को होगा, और मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर एसडीएम और रिटर्निंग अधिकारी पंचकूला गौरव चौहान, एसडीएम

और रिटर्निंग अधिकारी कालका राजेश पुनिया, सीटीएम और उप जिला निर्वाचन अधिकारी विश्वनाथ, तहसीलदार कालका विवेक गोयल,

बीडीपीओ रायपुररानी परमनंदन, और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

इनमें भाजपा के राजेंद्र और रमेश गुप्ता, इंडियन नेशनल लोकदल के मनोज अग्रवाल और सतीश कुमार,

कांग्रेस के रविंद्र रावल, बसपा के राम स्वरूप, जेजेपी के केसी भंडारी और ईश्वर सिंहमार, और

आम आदमी पार्टी की प्रोमिला शामिल थीं। यह उपस्थिति दर्शाती है

कि हर कोई चुनाव की प्रक्रिया को सुसंगठित और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

MP Kumari Selja: भाजपा की शहरी निकाय चुनावों में लापरवाही पर कांग्रेस

सिरसा से लोकसभा MP Kumari Selja ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए

इसे चुनावी धोखाधड़ी का खुलासा बताया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीतिक जमीन पूरी तरह से खिसक चुकी है,

और सत्ता में बैठे लोगों को इसकी गहरी अनुभूति हो चुकी है।

इस डर के चलते भाजपा ने जानबूझकर शहरी निकायों के चुनावों से बचने की कोशिश की है।

Kumari Selja ने जोर देकर कहा

कुमारी सैलजा ने जोर देकर कहा कि प्रदेश के 8 नगर निगम, 4 नगर परिषद और 21 नगर पालिकाओं के निवासी चुनाव के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।

लेकिन भाजपा सरकार ने इन चुनावों को टालने में पूरी तरह से नाकाम रही है।

कांग्रेस सत्ता में आते ही इन सभी लंबित चुनावों को प्राथमिकता पर आयोजित करेगी।

प्रदेश के 11 नगर निगमों में से केवल 3 नगर निगम – पंचकूला, अंबाला शहर और सोनीपत – वर्तमान में जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा चलाए जा रहे हैं।

मानेसर नगर निगम के चुनाव अब तक नहीं कराए गए हैं, जबकि गुड़गांव और फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल समाप्त हुए काफी समय हो चुका है।

हिसार, पानीपत, रोहतक, यमुनानगर और करनाल नगर निगमों का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है।

नगर परिषदों और नगर पालिकाओं के चुनाव वर्षों से लटके हुए हैं।

कई जगहों पर तो वार्डबंदी का काम अभी भी अधूरा पड़ा है,

जिससे स्थानीय लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

सैलजा ने भाजपा सरकार पर लगाया यह भी आरोप

सैलजा ने भाजपा सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह जनप्रतिनिधियों के बजाय अधिकारियों के माध्यम से शहरों और गांवों की छोटी सरकार चला रही है।

पंचायत चुनावों में 21 महीने की देरी की गई थी और चुनाव के बाद भी ग्राम पंचायतों के अधिकार ई-टेंडरिंग के बहाने छीनने का प्रयास किया गया।

कुमारी सैलजा ने कहा कि नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं में चुने हुए

प्रतिनिधियों के बिना विकास कार्य ठप हो जाते हैं

और बजट भी फाइनल नहीं हो पाता। अधिकारी अपनी मर्जी से काम करते हैं,

जबकि चुने हुए पार्षद स्थानीय लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्य करते हैं।

पार्षदों के बिना शहरों का विकास सही ढंग से नहीं हो सकता।

 पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सदी के विजन का भी किया उल्लेख

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सदी के विजन का भी उल्लेख किया।

राजीव गांधी ने पंचायती राज और नगर पालिका विधेयक के माध्यम से सत्ता के विकेंद्रीकरण का सपना देखा था।

उन्होंने लोक अदालतों के माध्यम से त्वरित न्याय दिलाने के प्रयासों को भी प्रमुखता से बढ़ावा दिया।

उनका मानना था कि सरकार में सहभागिता से समाज के वंचित और कमजोर वर्गों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।

कुमारी सैलजा के बयान ने भाजपा सरकार की शहरी निकाय चुनावों में घोटालेबाजी और लापरवाही की ओर इशारा करते हुए

कांग्रेस की ओर से एक जोरदार हमला किया है। कांग्रेस का कहना है कि सत्ता में आने के बाद, वह शहरी निकायों के चुनावों को प्राथमिकता के आधार पर आयोजित करेगी

और विकास के रास्ते को पूरी तरह से साफ करेगी। भाजपा की नाकामी और लापरवाही के खिलाफ यह एक बड़ा आक्रोश है,

और कांग्रेस इसे आगामी चुनावों में एक प्रमुख मुद्दा बनाने का इरादा रखती है।

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