डी.एल.एड. परीक्षा: प्रवेश-पत्र आज से उपलब्ध, छात्रों को ध्यान देने की आवश्यकता

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने घोषणा की है कि डी.एल.एड. प्रवेश परीक्षा वर्ष-2022 द्वितीय वर्ष के छात्र-अध्यापकों के लिए, समेत प्रवेश वर्ष-2019, 2020, 2021 और 2022 की प्रथम और द्वितीय वर्ष की री-अपीयर और मर्सी चांस की परीक्षाओं के प्रवेश-पत्र (एडमिट कार्ड) आज से उपलब्ध कराए जाएंगे। सभी छात्र-अध्यापक अपना प्रवेश-पत्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।

प्रवेश-पत्र (एडमिट कार्ड) डाउनलोड करने के लिए छात्र-अध्यापकों को निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना होगा:

  • आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर जाएं।
  • अपना यूजर आईडी और पासवर्ड दर्ज करें।
  • अपना प्रवेश-पत्र डाउनलोड करें और प्रिंट आउट लें।
  • प्रवेश-पत्र पर दिए गए महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और समझें।

परीक्षा तिथि और समय:

  • परीक्षा 30 जुलाई से 22 अगस्त, 2024 तक आयोजित की जाएगी।
  • परीक्षा दोपहर 2:00 बजे से 5:00 बजे तक रहेगी।

परीक्षा केंद्र और प्रतिस्पर्धी:

  • प्रदेशभर में 65 परीक्षा केंद्रों पर 20914 छात्र-अध्यापक परीक्षा देंगे।
  • इनमें 10360 छात्राएं और 10554 छात्र शामिल होंगे।

महत्वपूर्ण निर्देश:

  • प्रवेश-पत्र का रंगीन प्रिंट ए-4 साईज पेपर पर फोटो के साथ लिया जाना अनिवार्य है।
  • छात्र-अध्यापकों को अपने आधार कार्ड/फोटो आईडी में अपडेट करवाना होगा।
  • परीक्षा केन्द्र में मोबाइल, कैलकुलेटर आदि का प्रयोग वर्जित है।

दिव्यांग छात्र-अध्यापकों के लिए:

  • दिव्यांग छात्र-अध्यापकों को चिकित्सा प्रमाण-पत्र लाना होगा।
  • लेखक के लिए मूल और सत्यापित दस्तावेजों को संबंधित कॉलेज/संस्था से प्राप्त करना होगा।

अंतिम निर्देश:

  • सभी छात्र-अध्यापकों से अनुरोध है कि वे निर्धारित नियमों का पालन करें और परीक्षा हेतु योग्य नहीं होने वाले छात्र-अध्यापकों के अनुक्रमांक बिना जारी न करें।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष को दिया कड़ा जवाब: “जनता के विकास का नहीं किया अहसान

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने राज्य के विपक्षी दलों पर कड़ा हमला बोला, कहा कि उनके खुद के बही खाते खराब हैं और वे आज वर्तमान सरकार से हिसाब मांगने की बात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विपक्ष ने अपने कार्यकाल में विकास के नाम पर केवल लोगों से झूठ बोलकर वोट लेने का काम किया है, जबकि असली विकास कार्य देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है।

मुख्यमंत्री ने एक धन्यवादी दौरे के दौरान गांव डबरी में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने अपने कार्यकाल में जनता की उम्मीदों के अनुरूप काम नहीं किया और अब वे झूठ बोलकर जनता से वोट की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास झूठ के अलावा कोई काम नहीं है और ना ही उनके पास कोई मुद्दा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने लोकसभा के चुनाव में भी संविधान बदलने की बात कह कर लोगों के बीच में झूठ बोलने का काम किया। जबकि संविधान से छेड़खानी का काम कांग्रेस ने ही किया है।

मुख्यमंत्री धन्यवादी दौरे के दौरान करनाल में भी दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने सेक्टर 7 स्थित श्री कर्णेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए और प्रदेश की जनता की सुख समृद्धि के लिए मंगलमय कामना की।

इस मौके पर उन्होंने विधानसभा व लोकसभा चुनाव में करनाल से कमल के फूल को भारी विजय दिलाने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने गांव डबरी भी दौरा किया जहां ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं को सुना और ग्राम पंचायत द्वारा रखी समस्याओं का शीघ्र समाधान करवाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक्शन मोड में है और जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए जिला मुख्यालय व खंड स्तर पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने गांव डबरी में किए गए विकास कार्यों के बारे में भी बताया और गांव की पंचायत द्वारा दी गई मांग पत्र पर प्राथमिकता के आधार पर काम करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस गरीब लोगों को प्लाट देने की बात कह रही है, लेकिन उन्होंने ना तो उन प्लॉटों का कब्जा दिया और ना ही उनकी रजिस्ट्री सौंपी। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ही सरकार द्वारा 20 हजार लोगों को उनके प्लॉट के कब्जे दिए गए और रजिस्ट्रियां सौंपी गईं। जिन लोगों को अब तक प्लॉट नहीं मिले हैं,

मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सिरसा में किया ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान का शुभारंभ

पेड़ माँ के नाम अभियान में सिकंदरपुर डेरा के सेवादारों ने भी लगाए 20 हजार पौधे

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के पर्यावरण संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सिरसा जिले में स्थित सिकंदरपुर डेरे में एक विशेष प्रोग्राम का शुभारंभ किया। इस प्रोग्राम के अंतर्गत उन्होंने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण को बढ़ावा देना था। इस अभियान में मुख्यमंत्री के साथ डेरा राधा स्वामी के सेवादारों ने साथ मिलकर 20 हजार पौधे लगाए।

इस समारोह में श्री सैनी ने प्रदेश की जनता को पेड़-पौधों के महत्व पर बात करते हुए कहा कि पेड़ों का समर्थन करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने व्यक्त किया कि पेड़-पौधों का संरक्षण करना हमारे भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है और इससे प्राकृतिक पर्यावरण को संतुलित रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने इसे जनहित में सेवा के रूप में भी देखा और लोगों से अपील की कि वे भी इस महत्वपूर्ण कार्य में अपना योगदान दें।

विशेष अभियान ‘एक पेड़ माँ के नाम’ के अंतर्गत, प्रत्येक पेड़ के लगाने पर वन मित्रों को 10 रुपये और सामान्य पौधे के लिए 20 रुपये का प्रति पेड़ इनाम दिया गया। इसके अलावा, उन्होंने सरकार द्वारा प्रदेश में 50 हजार वन मित्र बनाने की भी घोषणा की, जो पेड़ लगाने और उनके संरक्षण में सक्रिय रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री सैनी ने अपने भाषण में इस अभियान के महत्व को बढ़ावा देते हुए कहा कि पेड़ों के साथ-साथ वनों का विकास करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे भी इस अभियान में भाग लें और अपने घरों के आसपास कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएं।

इस मौके पर, प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री श्री असीम गोयल ने भी अपने संबोधन में समाजिक जिम्मेदारी की बात करते हुए कहा कि इस अभियान के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण के लिए एक साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने गुरु जी के आशीर्वाद से इसे संभव माना और जनता से प्रेरित किया कि वे भी इस अभियान का हिस्सा बनें।

इस अभियान के माध्यम से, हरियाणा सरकार ने गहरी पर्यावरणीय समस्याओं को समझा और उनके समाधान के लिए एक प्रगतिशील कदम उठाया है। यह न केवल प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में मददगार होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य भी सुनिश्चित करेगा।

“राहगीरी से समाज में एकता और भाईचारे को मजबूती: नायब सिंह सैनी”

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज कहा कि आधुनिक दौर में समाज में एकता और भाईचारे के रिश्तों को मजबूत करने के लिए राहगीरी जैसे कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि राहगीरी कार्यक्रम हर रविवार को आयोजित होने चाहिए, जो समाज को एक संजीवनी देते हैं।

मुख्यमंत्री ने ब्रहमसरोवर के अर्जुन चौक पर आयोजित राहगीरी कार्यक्रम में हजारों लोगों को संबोधित किया। इसके पहले उन्होंने ब्रहमसरोवर पर एक पेड़ मां के नाम पर 5100 पौधे लगाए। उन्होंने यह कार्य स्वच्छता अभियान के तहत किया और समाज को पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया।

राहगीरी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने साइकिल रैली को भी हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ किया। इसके बाद, उन्होंने राज्यमंत्री सुभाष सुधा के साथ साइकिल चलाकर प्रदर्शनी में भाग लिया, जिससे कीटों की उपयोगिता और पौधों के प्रति जागरूकता बढ़ाई गई।

मुख्यमंत्री ने साइकिल रैली के बाद राखी बंधवाई और विभिन्न स्टॉलों का भी अवलोकन किया, जिनमें किसानों द्वारा आर्गेनिक खाद के स्टॉल भी थे। उन्होंने राहगीरी के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के प्रमोशन का समर्थन किया और युवाओं को खेल के महत्व पर गंभीर होने की प्रेरणा दी।

इस कार्यक्रम में उन्होंने 5 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया, जो खेलों में भारत और हरियाणा का मान बढ़ाने में योगदान देते हैं।

उन्होंने कहा कि वातावरण को बचाने के लिए हमें सभी को मिलकर पौधारोपण जैसे कार्यों में भाग लेना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में करीब 50 हजार वन मित्रों की बात की, जो पौधारोपण और देखभाल का काम करेंगे।

इस कार्यक्रम के अंत में उन्होंने विभिन्न प्रमुख व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया, जिसमें शामिल थे प्रदेश के कई नेता और सामाजिक कार्यकर्ता।

इस प्रकार, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राहगीरी के माध्यम से समाज में एकता, भाईचारे और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को साझा किया और लोगों को इन मुद्दों पर गंभीर होने के लिए प्रेरित किया।

महेंद्रगढ़ जिले में भूजल व्यवस्था सुधार एवं सुदृढीकरण का काम अंतिम चरण में

हरियाणा सरकार ने भूजल व्यवस्था में सुधार और सुदृढीकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विभिन्न गांवों के लिए जल भंडार निर्माण के लिए तैयारी कर रही है। हरियाणा के सिंचाई व जल संसाधन मंत्री डॉ अभय सिंह यादव ने इस बड़े कदम की घोषणा की, जिसका उद्देश्य महेंद्रगढ़ जिले में भूजल सुधार कार्यक्रम के अंतिम चरण को पूरा करना है। यह योजना पश्चिमी यमुना नहर के साथ हाथिनी कुण्ड से लेकर नारनौल तक कवर करती है।

मंत्री ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत नदियों को नहर से जोड़कर जल संसाधन को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने खाका किया कि इस परियोजना के तहत राता कला और मानपुरा के पास दो बड़ी पाइप लाइन 50 क्यूसेक क्षमता के साथ मंजूर की गई हैं, जो वर्षा ऋतु में उपलब्ध होने वाले पानी को नदियों में छोड़ेंगी।

इसके अतिरिक्त, सरकार ने विभिन्न गांवों में जल भंडार के लिए टेंडर मंजूर किए हैं, जिनमें भूंगारका, सिरोही बहाली, बनिहाड़ी, गोठड़ी, ढाणी बिशना, गोद और बलाह कलां गांव शामिल हैं। इन गांवों में बनने वाले जल भंडार रबी की फसलों की सिंचाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

मंत्री ने इस प्रक्रिया के तहत टेंडर की मंजूरी के तुरंत बाद इन परियोजनाओं पर काम शुरू होने का आश्वासन दिया है। वे स्पष्ट कर चुके हैं कि इन कदमों से न केवल जल संसाधन में सुधार होगा, बल्कि सरकार की “सबका साथ, सबका विकास” की नीति को भी पूरा किया जा रहा है।

इस समर्थन में, सरकार ने कमानियां और नांगल काठा गांवों में भी जल भंडार निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत की है, जिससे इन क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाएं विकसित की जा सकें। ये योजनाएं हरियाणा के गांवों में जल संसाधन के स्तर को मजबूत करने में मदद करेंगी और कृषि उत्पादन में वृद्धि लाएंगी।

श्री गुरु साहिबान के मार्ग पर चलना ही हमारी सच्ची श्रद्धा का प्रतीक – हरियाणा मुख्यमंत्री

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने गुरु पर्वों के महत्वपूर्ण अवसर पर देश भर के समाज को एकजुट करने और समृद्ध सामाजिक माहौल को बढ़ावा देने के संकल्प का दिखावा किया। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने सिख गुरुओं के सम्मान में ‘संत महापुरुष सम्मान’ और विचार प्रचार-प्रसार योजना की शुरुआत की है, जो देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्यमंत्री ने सिख समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जहां उन्होंने समाज के विभिन्न मुद्दों पर विचार विनिमय किया। उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं ने हमें सद्भाव, सहनशीलता, भाईचारे और आपसी प्रेम का मार्ग दिखाया है, जिसे हमें अपने जीवन में अपनाना चाहिए। इससे ही वास्तविक मानव कल्याण सम्भव है और यही हमारी गुरुओं के प्रति सच्ची श्रद्धा का प्रतीक है।

वे यह भी बताते हैं कि सिख कौम ने अपनी वीरता और कुर्बानियों से देश को गर्वित किया है। उन्होंने सिख समाज की सेवा भावना की महत्वकांक्षा को भी उजागर किया, जिसने मानवता के संकट में भी सेवा का मार्ग दिखाया है।

उन्होंने सिख गुरुओं के महत्वपूर्ण स्थलों का भी जिक्र किया, जैसे कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र और अन्य स्थानों पर। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिख गुरुओं की धरोहर को बचाने और प्रचारित करने के लिए सरकार ने कई पहल की हैं।

इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की भी प्रशंसा की, जिन्होंने सिख गुरुओं की शिक्षाओं को विश्व भर में प्रसारित करने का कार्य किया है।

अंत में, उन्होंने विशेषकर ‘संत महापुरुष सम्मान’ और ‘स्वर्ण जयंती गुरु दर्शन यात्रा योजना’ की शुरुआत को बड़े ही उत्साह से स्वागत किया और उनकी सफलता की कामना की। इस योजना से सिख समाज के लोगों को उनकी धरोहर के प्रति और गुरुओं के विचारों के प्रसार में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फिर किसान हितैषी होने का दिया परिचय, कर्ज में डूबे किसान को तत्काल पहुंचाई आर्थिक सहायता

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज अपने सरल स्वभाव का परिचय देते हुए जिला अंबाला के गांव खानपुर राजपुतान में रहने वाले किसान श्री कृष्ण कुमार को उनके आर्थिक संकट में तत्काल मदद पहुंचाई। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमन सैनी ने मुख्यमंत्री के स्वैच्छिक कोष से किसान पुत्री सुश्री स्वाति को 1 लाख रुपये का चैक भेंट किया।

श्री कृष्ण कुमार जी का बताया गया कि उनकी फसल बर्बाद हो गई थी और इसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी। उन्होंने ऋण लेकर खेती की थी, लेकिन बर्बाद हुई फसल ने उन्हें कर्ज के बोझ में डाल दिया था। इस मुश्किल समय में उनके परिवार ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी, जिसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री ने उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर किसानों की मदद करने का आश्वासन दिया और उन्हें अपनी सरकार के समर्थन का वादा किया। इस दौरान स्वाति ने मुख्यमंत्री के लिए अपना आभार व्यक्त किया और उनके सहायक होने पर गर्व महसूस किया।

मुख्यमंत्री के इस कदम से व्यापक प्रतिस्पर्धा में हरियाणा के किसानों को मिली सरकारी समर्थन की प्रशंसा की गई है। इस तरह के कार्यों से जनता के बीच मुख्यमंत्री की लोकप्रियता में भी वृद्धि हो रही है।

उद्योग मंत्री ने ओवरलोडिंग को लेकर किए सख्त निर्देश, चरखी दादरी में बैठक की अध्यक्षता

हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने आज चरखी दादरी जिला में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए ओवरलोडिंग के मुद्दे पर सख्त निर्देश जारी किए।

बैठक में उन्होंने दादरी क्षेत्र से आती हजारों ट्रकों की ओवरलोडिंग समस्या पर ध्यान दिया और बताया कि इस समस्या से सड़कों को नुकसान होता है, साथ ही दुर्घटनाएं भी बढ़ती हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के एमवीओ ने अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरती है और जरूरी बैठकों में उपस्थित नहीं होते हैं, जिसके कारण उन्होंने उन्हें सस्पेंड कर दिया।

मंत्री ने ओवरलोडिंग को रोकने के लिए सरकार के नियमों का सख्ती से पालन करने का आह्वान किया और कहा कि तीन बार ओवरलोडिंग के चालान पर वाहन का पंजीकरण रिन्यू नहीं होगा, और दो बार ओवरलोडिंग के चालान पर ड्राइवर का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।

उन्होंने उपायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने के निर्देश दिए, जो हर सप्ताह ओवरलोड के मामले की समीक्षा करेगी और इसे रोकने के उपायों पर विचार करेगी।

बैठक के दौरान 14 शिकायतों का समाधान हुआ, जिनमें से 9 का तत्काल समाधान किया गया, जबकि बाकी को अगली बैठक के लिए लंबित किया गया है। उन्होंने नागरिकों की जान माल की सुरक्षा को सरकार की जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि ओवरलोडिंग समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।

उद्योग मंत्री ने दादरी क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने की बात की और उसके लिए उचित जमीन की उपलब्धता की जांच करने का आश्वासन दिया।

इस बैठक में विधायक श्री सोमबीर सांगवान, नगर परिषद के चेयरमैन श्री बक्शीराम सैनी, उपायुक्त मनदीप कौर सहित समिति के सदस्य भी मौजूद रहे।

कावड़ यात्रा 2024: हरियाणा सरकार द्वारा जारी किए गए सख्त निर्देश

हरियाणा सरकार ने शिवरात्रि के अवसर पर कावड़ यात्रा को सुरक्षित और सद्भावपूर्ण बनाने के लिए सभी तैयारियाँ कर ली हैं। इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान 22 जुलाई से 2 अगस्त 2024 तक प्रदेश में विशेष रूप से सतर्कता बनाए रखी जाएगी।

हरियाणा सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यह बताया कि शिवरात्रि के अवसर पर अनेक श्रद्धालु हरिद्वार से कावड़ लेकर आते हैं, जबकि अधिकांश यात्री यमुनानगर के रास्ते से आते हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं और प्रमुख मार्गों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी तय की गई है। इसके साथ ही, किसी भी प्रकार से कानून व्यवस्था एवं शांति का ध्यान रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

विशेष जानकारी के अनुसार, कावड़ यात्रा के दौरान यात्री अक्सर भांग आदि का सेवन करते हैं और ध्यान दिया गया है कि इससे यातायात पर कोई असर न पड़े। पूरे जिले में कावड़ यात्रा के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं और उनके साथ संबंधित थाना प्रबंधक भी मौजूद रहेंगे। यदि आवश्यकता पड़ी तो यात्रा को डाइवर्ट भी किया जा सकेगा।

सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने कावड़ यात्रियों के लिए विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाने की अनुमति प्राप्त की है। सभी शिविर सड़कों से कम से कम 200 फीट की दूरी पर रखे जाएंगे और यात्रा के पंजीकरण के लिए समय से पहले उपमंडल अधिकारियों से सम्पर्क किया जाएगा।

इस समय, कावड़ शिविरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय भी उपलब्ध करवाए गए हैं। ज्यादा यात्री आने पर उन रास्तों को डाइवर्ट किया जाएगा, जहां कावड़ यात्रा का प्रवास अधिक होता है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एचसीएस-2023 के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को किया सम्मानित

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ में आयोजित हरियाणा सिविल सेवा-2023 के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को उनके सम्मान समारोह में सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने 113 अभ्यर्थियों को बधाई दी और उन्हें जीवन में सरलता लाने वाले अधिकारी बनने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी सेवा में आने वाले हर अभ्यर्थी की मेहनत और ईमानदारी को महत्वपूर्ण बनाकर उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।

श्री नायब सिंह सैनी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि सभी चयनित अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग तत्काल कराई जाए, ताकि वे जल्दी से सरकारी सेवा में शामिल हो सकें। उन्होंने व्यक्त किया कि पिछले दस सालों में हरियाणा सरकार ने बिना पर्ची और बिना खर्ची के केवल मेरिट पर सरकारी नौकरियां देने का प्रयास किया है, जिससे गरीब परिवारों के बच्चे भी अधिकारी बन सकें।

उन्होंने इस बात को भी उजागर किया कि पहले राजनीतिक परिवारों से ही अधिकारी बनने का मार्ग होता था, लेकिन अब मेरिट के माध्यम से गरीब बच्चे भी उच्च स्थान पर पहुँच रहे हैं। उन्होंने यह भी उजागर किया कि सरकार का मकसद है कि मेहनतकश युवाओं को उनकी काबिलियत के आधार पर सरकारी सेवा में बुलाया जाए।

मुख्यमंत्री ने उत्तराधिकारियों से भी कहा कि नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिदिन शिविर लगाए जाएं, जिसमें समस्याएं समाधान के लिए स्थानीय अधिकारी मौजूद हों। इससे लोगों को बड़ी सहायता मिलेगी।

इस समारोह में मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित थे विभिन्न सरकारी अधिकारी जैसे कि मुख्य सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव, सूचना, जन संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक और अन्य।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ने भी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सम्मानित करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक ऐतिहासिक पल है और वे अपनी सेवा में ईमानदारी और नैतिकता से रहें।

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