Banaras: अगर जा रहे है बनारस तो इन स्थानों के बिना अधुरी है यात्रा

Banaras: Banaras को कई तरीकों में बहुत विशेष माना जाता है। यह देश का एक प्रसिद्ध और मशहूर धार्मिक और दार्शनिक स्थल है, साथ ही यह दुनिया के सबसे प्राचीन शहरों में से एक भी है। लोग इसे वाराणसी, काशी जैसे नामों से भी जानते हैं। यहां की गलियां देश और विदेश में बहुत प्रसिद्ध हैं और इन गलियों की सुंदरता को कई हिंदी फिल्मों में भी देखा गया है।

इसके अलावा, यहां मिलने वाली बनारसी साड़ी और बनारसी पान भी विश्व प्रसिद्ध हैं। यहां उपलब्ध चाट का स्वाद भी बहुत सारे लोगों को पसंद है। अगर आप भी आने वाले दिनों में Banaras जा रहे हैं, तो ज़रूर इन मुख्य स्थानों को देखना न भूलें।

गंगा आरती

हर शाम को सूर्यास्त के समय डशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती को अवश्य देखें। यहां वास्तविक में एक बड़े पैमाने पर आरती का आयोजन किया जाता है। लोग इसे देखने के लिए दुनिया के हर कोने से यहां आते हैं। इस आरती का आयोजन अस्सी घाट और राजेन्द्र प्रसाद घाट पर भी होता है। इसे देखने के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी की जाती है और लोग यहां घाट की सीढ़ियों पर बैठ कर, नाव में या हाउस बोट पर आनंद लेते हैं।

सारनाथ

महात्मा बुद्ध ने यहां पहली बार प्रचार किया था, इसलिए यह एक बहुत महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है। यहां मौजूद विश्व प्रसिद्ध अशोक स्तंभ में चार शेर और धर्म चक्र है। यहां का धर्मचक्र भारतीय ध्वज का चक्र यहां से लिया गया है। इसके अलावा, यहां आपको धामेख स्तूप का समूह, बौद्ध मठ, अशोक स्तंभ और म्यूज़ियम जरूर देखने चाहिए और इस स्थान की ऐतिहासिक महत्ता को समझें।

नाव यात्रा

Banaras की घाटों का अद्भुत दृश्य: सुबह-ए-बनारस और रामनगर किला। अगर आप Banaras की घाटों का अद्भुत दृश्य देखना चाहते हैं, तो यहां सुबह-ए-Banaras को अवश्य न भूलें। इसके लिए सुबह के पहर में नाव यात्रा का बुकिंग करें। यह आपको सुबह के सूरज की उगते हुए को दिखाएगी और यहां के सभी घरों को दिखाएगी। आप अपनी इच्छानुसार एक नाव यात्रा में गंगा के एक किनारे से दूसरे किनारे भी जा सकते हैं। घाट का असली आनंद तब पूरा होगा जब आप यहां की सीढ़ियों पर बैठकर नींबू चाय और इडली चटनी का आनंद लेंगे।

रामनगर किला

गंगा नदी के किनारे स्थित रामनगर किला, काशी नरेश बलवंत सिंह द्वारा निर्मित किया गया था, जो चूनार पत्थर से बना है। यहां के मुघल शैली की नक्काशी और वास्तुकला देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके साथ ही, यहां के संग्रहालय में रखे काशी नरेश के तोप, प्राचीन कारें और बंदूकें और अन्य साधन भी प्रमुख आकर्षण हैं।

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