राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस (National Legal Services Day) के अवसर पर राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय,
सेक्टर-26, पंचकूला में एक कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) श्री अजय कुमार घनघस और सचिव,
जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), पंचकूला ने की।
इसका उद्देश्य छात्रों को कानूनी सेवाओं की अहमियत और उनकी पहुंच के बारे में शिक्षित करना था।
National Legal Services Day : कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए जरूरी कदमों के बारे में
कार्यक्रम में कानूनी सहायता सलाहकारों के रूप में सुश्री आकांक्षा यादव, प्रदीप गुप्ता, सुश्री राधा, बृज भूषण और सुश्री सुनीता वर्मा ने हिस्सा लिया।
इन वकीलों ने छात्रों को कानूनी अधिकारों की समझ और कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए जरूरी कदमों के बारे में जागरूक किया।
सीजेएम अजय कुमार घनघस ने छात्रों और शिक्षकों के साथ संवाद किया, जिसमें उन्होंने कानूनी सेवाओं से संबंधित व्यावहारिक सवालों का जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि कैसे छात्र और उनके परिवार डीएलएसए से कानूनी सहायता प्राप्त कर सकते हैं
और इसके लिए किस प्रकार की प्रक्रियाओं का पालन करना होता है।
उनका यह इंटरैक्टिव सत्र कानूनी सहायता के महत्व को समझने और इसे समाज में फैलाने का एक उत्कृष्ट तरीका था।
श्री अनीश गुप्ता, एडवोकेट ने विस्तार से जानकारी दी कि डीएलएसए के तहत कौन-कौन कानूनी सहायता के पात्र हैं।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति (एससी), पिछड़ा वर्ग (बीसी), महिलाएं,
और हाशिये पर रहने वाले समूहों के लोग कानूनी सहायता के हकदार हैं।
उनका यह संदेश था कि कानूनी सहायता प्रत्येक नागरिक के अधिकार के रूप में उपलब्ध है
और यह समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक पहुंचनी चाहिए।
इस कार्यक्रम का समापन एक शपथ के साथ हुआ,
जिसमें सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे कानूनी सहायता की महत्ता को समझेंगे
और यह सुनिश्चित करेंगे कि यह सहायता उन तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है।