विधानसभा चुनाव- पंचकूला सेक्टर अधिकारियों की बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश

विधानसभा चुनाव : अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता ने लघु सचिवालय में विधानसभा चुनाव-2024 के सेक्टर अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर अधिकारी वूलनेरेबिलिटी मैपिंग जल्द पूरा करके रिपोर्ट भेजें, जिससे विधानसभा चुनाव की कार्य योजना तैयार की जा सके। जिला को 43 सेक्टरों में बांटा गया है।

कालका विधानसभा चुनाव के 225 मतदान केंद्र 24 सेक्टरों में और पंचकूला के 230 मतदान केंद्र 19 सेक्टरों में विभाजित किए गए हैं। प्रत्येक सेक्टर में एक अधिकारी नियुक्त किया गया है। चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को निष्ठा से काम करने का निर्देश दिया गया है।

सेक्टर अधिकारियों को अपने क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति और बूथों की भौतिक जांच करनी होगी। किसी भी विवाद से बचने के लिए प्रभावशाली लोगों के हस्तक्षेप को रोकने की भी सलाह दी गई है। मतदान के दौरान और बाद में दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना होगा।

मतदान से पहले पोलिंग पार्टियों की तैनाती की जाएगी। सेक्टर अधिकारी विधानसभा चुनाव सामग्री डिस्पैच सेंटर से लाकर मतदान स्थल पर पहुँचाएँगे। मतदान दिन पर मोक पोल करवाना होगा और किसी भी मशीन की खराबी की सूचना तुरंत चुनाव कार्यालय के कंट्रोल रूम को देनी होगी।

बैठक में पंचकूला एसडीएम गौरव चौहान, कालका एसडीएम राजेश पुनिया, चुनाव नायब तहसीलदार अजय राठी और कानूनगो कुलदीप सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सेक्टर अधिकारियों को अपने क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति और बूथों की भौतिक जांच करनी होगी। किसी भी विवाद से बचने के लिए प्रभावशाली लोगों के हस्तक्षेप को रोकने की भी सलाह दी गई है। मतदान के दौरान और बाद में दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना होगा।

मतदान से पहले पोलिंग पार्टियों की तैनाती की जाएगी। सेक्टर अधिकारी विधानसभा चुनाव सामग्री डिस्पैच सेंटर से लाकर मतदान स्थल पर पहुँचाएँगे। मतदान दिन पर मोक पोल करवाना होगा और किसी भी मशीन की खराबी की सूचना तुरंत चुनाव कार्यालय के कंट्रोल रूम को देनी होगी।

बैठक में पंचकूला एसडीएम गौरव चौहान, कालका एसडीएम राजेश पुनिया, चुनाव नायब तहसीलदार अजय राठी और कानूनगो कुलदीप सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: जानें कब तक हो सकता है इलेक्शन का ऐलान, चुनाव आयोग का आज से राज्य का दौरा शुरू

जम्मू-कश्मीर के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम आज (12 अगस्त) हरियाणा दौरे पर जाएगी और हरियाणा में विधानसभा चुनाव  की तैयारियों की समीक्षा करेगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अगुआई में चुनाव आयोग की टीम 2 दिवसीय दौरे के दौरान चुनाव चुनाव की तैयारियों के विभिन्न पहलुओं पर जायजा लेगी. चुनाव आयोग के दौरे के बाद उम्मीद लगाई जाने लगी है कि जल्द ही राज्य में चुनाव की तरीखों का ऐलान हो सकता है. बता दें कि हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को पूरा हो रहा है.

 

हरियाणा के साथ ही महाराष्ट्र और झारखंड के अलावा जम्म-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है. चुनाव आयोग की टीम हरियाणा के बाद महाराष्ट्र और झारखंड का भी दौरा करेगी, जबकि निर्वाचन आयोग ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में चुनावी तैयारियों का जायजा लिया था. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर और झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी को खत्म हो रहा है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 में जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक चुनाव कराने का आदेश जारी किया था.

 

कब तक किन राज्यों में हो सकता है इलेक्शन का ऐलान?

आमतौर पर देखा गया है कि चुनाव आयोग के दौरे के बाद 15 या 20 दिन बाद चुनाव की घोषणा हो जाती है. इसके साथ ही विधानसभा का सत्र खत्म होने से पहले चुनावी प्रक्रिया भी पूरी करनी होती है. इस हिसाब से अगस्त के आखिरी तक या सितंबर के शुरुआती 2 हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को खत्म हो रहा है और समय पर नई विधानसभा के गठन के लिए अक्टूबर के अंत तक चुनाव रिजल्ट आना जरूरी है. ऐसे में अगले महीने चुनाव का ऐलान संभव है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, जम्म-कश्मीर में 30 सितंबर तक चुनावी प्रक्रिया पूरी करनी है तो अगस्त में ही चुनाव का ऐलान हो सकता है.

 

जम्मू-कश्मीर में जल्द हो सकते हैं विधानसभा चुनाव

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी योग दिवस पर श्रीनगर की अपनी यात्रा के दौरान इसका जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की टीम ने जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात की है. चुनाव की तारीख तय करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होगी. मनोज सिन्हा ने याद दिलाया कि 5 अगस्त 2019 को गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि पहले परिसीमन होगा, उसके बाद विधानसभा चुनाव होंगे और फिर राज्य का दर्जा बहाल होगा. इस प्रक्रिया में सभी काम चल रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही विधानसभा चुनाव होंगे.

 

इसे लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने भी शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और बताया था कि हम राज्य में जल्द विधानसभा चुनाव कराएंगे. राजीव कुमार ने कहा कि कई अंदरूनी ताकतें सोचती हैं कि हम चुनावों को प्रभावित कर देंगे. हमें यकीन है कि जम्मू कश्मीर के लोग विभाजनकारी ताकतों को उचित जवाब देंगे. सभी राजनीतिक पार्टियां जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव कराने के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में जम्मू कश्मीर के लोगों की भागीदारी काबिले तारीफ थी. पिछले कई दशकों में जो नहीं हुआ वो आपने कर दिखाया है. खासतौर पर महिलाओं और युवाओं ने चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

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