गांव रत्तो में डेंगू का साया: एक मौत से बढ़ी चिंता, क्या स्वास्थ्य विभाग कर पाएगा रोकथाम?

Dengue : गांव रत्तो में डेंगू के कारण एक 58 वर्षीय व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है।

मृतक हरमिंदर सिंह, पुत्र रणजोध सिंह, पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और मोहाली के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

उनका अंतिम संस्कार रविवार दोपहर किया गया।

रिपोर्ट में मौत का कारण Dengue बताया गया

हालांकि, स्वास्थ्य विभाग फतेहगढ़ साहिब द्वारा अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन रिपोर्ट में मौत का कारण डेंगू बताया गया है।

मृतक के भाई हरपाल सिंह के अनुसार, हरमिंदर को 2 अक्टूबर को रोपड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था,

जहां से उन्हें 4 अक्टूबर को मैक्स अस्पताल में रेफर किया गया।

5 अक्टूबर को सुबह 10 बजे डेंगू के कारण उनकी मौत हो गई।

हरपाल सिंह ने आरोप लगाया कि गांव में दवा या कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया गया,

जिससे गांववासियों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति गुस्सा बढ़ रहा है।

डेंगू से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही दो महिलाएं

गांव के एक अन्य प्रमुख व्यक्ति ने जानकारी दी कि दो महिलाएं डेंगू से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं,

जबकि लगभग 40 मरीज विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।

पूर्व एस.एम.ओ और कांग्रेस नेता डॉ. नरेश चौहान ने चेतावनी दी

कि यदि स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई, तो और भी लोगों की जान जा सकती है।

गांववासियों ने प्रशासन से विशेष कैंप लगाकर टेस्ट करवाने, आवश्यक दवाएं मुहैया कराने और कीटनाशक स्प्रे करवाने की मांग की है।

सी.एम.ओ. फतेहगढ़ साहिब ने इस मामले की जानकारी न होने की बात कही।

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए सर्वे टीमें बनाई गई हैं,

जो लोगों को जागरूक कर रही हैं।

वहीं, एस.एम.ओ खमाणों गुरप्रीत सिंह ने स्पष्ट किया कि डेंगू से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।

फिर भी, सोमवार को जांच के लिए एक टीम गांव भेजी जा रही है,

जो मरीजों और आम लोगों के टेस्ट करेगी।

इससे ही यह स्पष्ट होगा कि किस मरीज को डेंगू है।

Exit mobile version