चंडीगढ़, 10 जून: पेट दर्द एक आम समस्या है, जिसे लोग अक्सर हल्के में लेते हैं। ज्यादातर बार इसे गैस, अपच, या एसिडिटी समझकर घरेलू उपायों या सामान्य दवाओं से निपटने की कोशिश की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ पेट दर्द असल में आपके शरीर के अंदर किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं?
अगर पेट का दर्द लगातार बना हुआ है, खासकर दाएं ऊपरी हिस्से (Right Upper Abdomen) या नाभि के आसपास हो रहा है, और उसमें समय के साथ तेज़ी आ रही है, तो यह एमरजेंसी मेडिकल कंडीशन का रूप ले सकता है।
दाएं ऊपरी पेट में दर्द – किन अंगों की ओर इशारा करता है?
इस क्षेत्र में शरीर के कई महत्वपूर्ण अंग मौजूद होते हैं:
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लिवर (यकृत)
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गॉलब्लैडर (पित्ताशय)
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छोटी आंत का हिस्सा
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डायाफ्राम का निचला भाग
यहां दर्द होने का मतलब है कि इन अंगों में कोई गंभीर समस्या हो सकती है। चलिए, जानते हैं कौन-कौन सी बीमारियां इसकी वजह बन सकती हैं।
1. गॉलब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी)
गॉलब्लैडर में जब पथरी बन जाती है, तो यह खाने के बाद, विशेष रूप से तले हुए या वसायुक्त भोजन के बाद, अचानक तेज दर्द देती है। यह दर्द दाएं ऊपरी पेट से शुरू होकर कंधे या पीठ तक फैल सकता है।
लक्षणों में शामिल हैं:
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मतली या उल्टी
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हल्का बुखार
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पेट में भारीपन
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पाचन संबंधी समस्याएं
समय पर इलाज न करने पर गॉलब्लैडर में सूजन या इंफेक्शन हो सकता है, जो खतरनाक हो सकता है।
2. लिवर इंफेक्शन या हेपेटाइटिस
लिवर में संक्रमण यानी हिपेटाइटिस पेट के दाएं ऊपरी हिस्से में दर्द का एक और बड़ा कारण हो सकता है। यह वायरल इंफेक्शन या शराब, दवाओं और फैटी लिवर जैसी समस्याओं से भी हो सकता है।
लक्षण:
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आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया)
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भूख में कमी
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कमजोरी और थकान
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हल्का बुखार या कंपकंपी
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मिचलाहट
यह एक गंभीर स्थिति है, और समय पर डॉक्टर से मिलना जरूरी होता है।
3. अपेंडिसाइटिस (Appendicitis)
अगर दर्द नाभि के पास शुरू होकर धीरे-धीरे दाएं निचले हिस्से में शिफ्ट हो रहा है, और उसके साथ भूख नहीं लगना, उल्टी और बुखार जैसे लक्षण हैं, तो यह अपेंडिसाइटिस हो सकता है।
अगर समय रहते इलाज न किया जाए, तो अपेंडिक्स फट सकता है, जिससे पेट में संक्रमण फैल सकता है और स्थिति जानलेवा हो सकती है।
4. गैस, अपच और एसिडिटी – जब ‘सामान्य’ दर्द गंभीर संकेत बने
गैस, अपच या एसिडिटी के कारण भी पेट में अस्थायी दर्द हो सकता है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है, और खाने-पीने के बाद लगातार जलन, डकार, भारीपन या उल्टी जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो यह सामान्य नहीं है।
यह संकेत हो सकते हैं:
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क्रॉनिक एसिड रिफ्लक्स (GERD)
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पेट के अल्सर
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गैस्ट्राइटिस या पाचन विकार
इन लक्षणों को हल्के में न लें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें अगर:
✅ दर्द बहुत तेज हो और लगातार बढ़ रहा हो
✅ बुखार और कंपकंपी के साथ पेट दर्द हो
✅ उल्टी हो या खून की उल्टी हो
✅ आंखों/त्वचा का रंग पीला हो जाए
✅ मल में खून आ रहा हो
✅ भूख पूरी तरह खत्म हो जाए
घरेलू इलाज नहीं, विशेषज्ञ से सलाह लें
बहुत से लोग दर्द को अनदेखा करके अजवाइन, हींग का पानी या गैस की दवा जैसे उपाय कर लेते हैं। यह हल्की परेशानी के लिए तो ठीक है, लेकिन अगर दर्द किसी अंदरूनी अंग से जुड़ी गंभीर स्थिति का संकेत दे रहा है, तो घरेलू इलाज से नुकसान हो सकता है।
इसलिए लक्षणों को ध्यान से समझें और वक़्त पर डॉक्टर से जांच करवाएं। सही समय पर की गई जांच और इलाज आपको भविष्य की बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकता है।