कांग्रेस नेता Rajdeep Singh Nagra को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
सुबह के तड़के ED की टीम ने उनके आवास और कारोबारी ठिकानों पर छापेमारी की, जो काफी लंबे समय तक चली और इसके बाद नागरा की गिरफ्तारी संभव हो पाई।
छापेमारी के दौरान, ED ने नागरा की विभिन्न संपत्तियों और दस्तावेजों की गहन जांच की।
इस प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आईं, जिनके आधार पर Rajdeep Singh Nagra को गिरफ्तार किया गया।
नागरा को पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली का करीबी सहयोगी माना जाता है,
और उनकी गिरफ्तारी कोटली के खिलाफ चल रही जांच के सिलसिले में की गई है।
टेंडर घोटाले में आया है नाम
नागरा की गिरफ्तारी का मुख्य आधार कांग्रेस के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु से जुड़ा टेंडर घोटाला है।
भारत भूषण आशु को भी इसी घोटाले में गिरफ्तार किया गया था और वह वर्तमान में जेल में हैं।
नागरा की गिरफ्तारी इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है,
क्योंकि इसके माध्यम से घोटाले के अन्य पक्षों का खुलासा हो सकता है।
इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया है और पार्टी के भीतर इस गिरफ्तारी की व्यापक चर्चा हो रही है।