चंडीगढ़, 16 मई: आधुनिकता की चकाचौंध और तकनीकी प्रगति की तेज़ रफ्तार में जब आज की युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति, मूल्यों और आध्यात्मिकता से दूर होती जा रही है, तब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने युवाओं को आत्मचिंतन और धर्ममार्ग पर चलने का संदेश दिया। गुरुग्राम के सेक्टर 29 स्थित लेज़र वैली में आयोजित “श्रीकृष्ण कृपा प्रेरणा उत्सव” में मुख्यमंत्री ने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के जन्मदिवस के पावन अवसर पर अपने उद्बोधन से उपस्थित जनसमूह को अध्यात्म और भारतीय परंपरा की महिमा से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि जीवन के संतुलन और सफल भविष्य के लिए युवाओं को केवल डिग्रियां और तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि भगवद्गीता जैसे ग्रंथों से जीवन-दर्शन भी सीखना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण के कर्मयोग के संदेश को आत्मसात करने पर बल दिया और युवाओं से आग्रह किया कि वे प्रत्येक दिन गीता के दो श्लोक अवश्य पढ़ें, ताकि जीवन में नीति, संतुलन और आत्मज्ञान का विकास हो सके।
कार्यक्रम की विशेष झलकियाँ:
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मुख्यमंत्री सैनी ने मंच से स्वामी ज्ञानानंद जी को जन्मदिवस की बधाई देते हुए उनके चरणों में आशीर्वाद लिया।
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दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, संत समाज और देशभर से पधारे भजन गायकों ने भी उत्सव में भाग लिया।
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मुख्यमंत्री ने संतों और उपस्थित जनसमुदाय का स्वागत करते हुए कहा कि हमारा कर्तव्य है कि हम आधुनिकता के साथ-साथ अपनी आध्यात्मिक जड़ों से भी जुड़े रहें।
आध्यात्मिकता और राष्ट्रीय अस्मिता:
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम केवल एक तकनीकी शहर नहीं, बल्कि यह वह भूमि है जहां महाभारत काल में गुरु द्रोणाचार्य ने शिष्यों को धर्म और शस्त्र विद्या का ज्ञान दिया था। उन्होंने कहा कि संत समाज सदैव अहिंसा और सहनशीलता का मार्ग दिखाता रहा है, लेकिन जब इस सहनशीलता को कमजोरी समझा गया, तब भारत ने दृढ़ता के साथ “ऑपरेशन सिंदूर” जैसे सैन्य अभियान के माध्यम से कड़ा संदेश दिया।
उन्होंने इस सैन्य कार्रवाई को भारत की राष्ट्रीय गरिमा और आत्म-सम्मान का प्रतीक बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की।
गीता महोत्सव और धार्मिक जागरूकता:
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार केवल सड़कों और इमारतों के निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि वह आत्मिक और नैतिक विकास को भी उतनी ही प्राथमिकता देती है। इसी भावना से कुरुक्षेत्र को वैश्विक धार्मिक पहचान दिलाने के लिए “गीता महोत्सव” को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है।
साथ ही, राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही तीर्थ दर्शन योजना के माध्यम से बुजुर्गों को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाई जा रही है, जिससे समाज के हर वर्ग को आध्यात्मिक अनुभव का लाभ मिल सके।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का संदेश:
रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री सैनी और उनकी टीम का धन्यवाद देते हुए कहा कि स्वामी ज्ञानानंद जी का जीवन गीता और सनातन मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरुषों की शिक्षाएं आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति का मार्ग दिखाती हैं।
उपस्थित गणमान्य अतिथि:
इस उत्सव में कई प्रमुख नेता और गणमान्य लोग शामिल रहे जिनमें हरियाणा के कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा, कृष्ण कुमार बेदी, राज्य मंत्री राजेश नागर और गौरव गौतम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल कौशिक, विधायक बिमला चौधरी, तेजपाल तंवर और हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के नाम प्रमुख हैं।