बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए DLSA पंचकूला का विशेष कदम

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) Panchkula ने बच्चों के लिए विधिक सेवा इकाई का गठन कर एक नई पहल शुरू की है।

इस इकाई का उद्देश्य बच्चों को सुलभ और बाल-अनुकूल कानूनी सेवाएं प्रदान करना है।

इसके तहत, 29 और 30 नवंबर को दो दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

नालसा बाल हितैषी योजना के तहत पहल- DLSA Panchkula

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और डीएलएसए के सचिव अजय घनघस ने बताया

कि यह इकाई नालसा बाल हितैषी विधिक सेवा योजना, 2004 के प्रभावी कार्यान्वयन का हिस्सा है।

इस इकाई में विधिक सहायता अधिवक्ता, अर्ध विधिक स्वयंसेवक (पीएलवी), और सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी सदस्य के रूप में शामिल हैं।

प्रशिक्षण कार्यक्रम और चर्चा-कार्यक्रम के दौरान बाल कल्याण और कानूनी सेवाओं से संबंधित विषयों पर गहन चर्चा की गई।

सहयोगी अधिकारियों की भूमिका: संरक्षण अधिकारी श्रीमती सोनिया सबरवाल

और कानूनी अधिकारी निधि मलिक ने चर्चाओं में योगदान देकर प्रतिभागियों की चिंताओं का समाधान किया।

बाल-केंद्रित मुद्दों पर फोकस: प्रशिक्षण में बाल अधिकारों, कानूनी सहायता,

और बाल कल्याण से जुड़े जटिल मुद्दों पर चर्चा की गई।

वन स्टॉप सेंटर का दौरा

सत्र के दौरान, श्री अजय घनघस ने पंचकूला के सेक्टर-16 में स्थित वन स्टॉप सेंटर का दौरा करने का निर्णय लिया।

इस दौरे का उद्देश्य बाल कल्याण और कानूनी सहायता से जुड़ी सेवाओं का बेहतर मूल्यांकन करना है।

डीएलएसए की प्रतिबद्धता

यह पहल डीएलएसए पंचकूला की बच्चों के अधिकारों और कल्याण को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

नालसा योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और जिले में बच्चों के लिए बाल-अनुकूल कानूनी सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

“बच्चों के अधिकारों की रक्षा और कानूनी सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए डीएलएसए पंचकूला हर संभव प्रयास कर रहा है।”— अजय घनघस

Sakshi Dutt:

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