पंजाब विधानसभा के स्पीकर श्री कुलतार सिंह संधवां ने वरिष्ठ भारतीय राजनेता श्री सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।
अध्यक्ष के रूप में की थी Sitaram Yechury ने शुरुआत
स्पीकर ने कहा कि श्री येचुरी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई.) के अध्यक्ष के रूप में की थी।
1975 में उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सी.पी.आई.(एम)) जॉइन की और कई किताबों के लेखक भी रहे।
श्री येचुरी 1992 से पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य थे और 2015 से महासचिव के रूप में कार्यरत थे।
इसके साथ ही वे दो बार राज्यसभा के सदस्य भी रहे।
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राजनीति में श्री येचुरी के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा
स्पीकर ने कहा कि भारतीय राजनीति में श्री येचुरी के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
श्री सीताराम येचुरी (72) को 19 अगस्त 2024 को निमोनिया के कारण एम्स में भर्ती कराया गया था
और 12 सितंबर 2024 को उनका निधन हो गया।
उनके परिवार ने उनके शरीर को शिक्षा और शोध के उद्देश्यों के लिए एम्स,
नई दिल्ली को दान कर दिया है।
स्पीकर ने भगवान से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शाश्वत शांति प्रदान करें
और उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति दें।
स्पीकर ने कहा कि भारतीय राजनीति में श्री येचुरी के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
श्री सीताराम येचुरी (72) को 19 अगस्त 2024 को निमोनिया के कारण एम्स में भर्ती कराया गया था
और 12 सितंबर 2024 को उनका निधन हो गया।
उनके परिवार ने उनके शरीर को शिक्षा और शोध के उद्देश्यों के लिए एम्स,
नई दिल्ली को दान कर दिया है।
स्पीकर ने भगवान से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शाश्वत शांति प्रदान करें
और उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति दें।