Maha Kumbh 2025 – आजकल सोशल मीडिया पर एक नाम जमकर वायरल हो रहा है -Harsha Richaria।
हर्षा, जो कि एक पॉपुलर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और प्रोफेशनल होस्ट हैं,
उन्होंने हाल ही में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में हिस्सा लिया है।
इंस्टाग्राम पर लगभग 10 लाख फॉलोअर्स वाली हर्षा ने अपनी कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर की हैं,
जिनमें वह विभिन्न धार्मिक स्थलों पर पूजा करती दिख रही हैं और संतों से मिलती नजर आ रही हैं।
लेकिन, जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, कुछ लोगों ने उन पर सवाल उठाना शुरू कर दिया।
लोगों ने कहा कि हर्षा एक साध्वी नहीं, बल्कि एक प्रोफेशनल होस्ट और मॉडल हैं।
तो क्या सच में हर्षा का धार्मिक रूप अपनाना महज एक शो है?
क्या कहती हैं Harsha Richaria ?
हर्षा रिछारिया ने बताया कि उन्होंने दो साल पहले ही प्रशंसनीय गुणों की दिशा में कदम बढ़ाया और spirituality को अपनाया।
वह खुद को एक “हिंदू सनातन शेरनी” के तौर पर पहचानती हैं।
इंस्टाग्राम पर उनके नाम से उनके प्रोफाइल में ये सब लिखा हुआ है।
ख़ास बात ये रही कि प्रयागराज में, हर्षा ने दिव्य गुरु व्यासानंद गिरी महाराज के सम्मान में एक पूजा में भाग लिया,
जिसमें अमेरिकी अरबपति लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी मौजूद थीं।
सोशल मीडिया पर बवाल क्यों?
हर्षा रिछारिया के इंस्टाग्राम पर कई वीडियो और तस्वीरें हैं, जिसमें वह भारतीय त्योहारों और धार्मिक आयोजनों में भाग ले रही हैं।
वह इस मामले में एक सोशल एक्टिविस्ट भी हैं। लेकिन सवाल उठता है कि क्या ये सिर्फ एक नई पहचान बनाने का तरीका है,
या फिर सच में हर्षा ने अपनी जिंदगी में गहरी आध्यात्मिकता को अपनाया है?
क्या उनका धार्मिक रूप केवल एक फैशन स्टेटमेंट है? या सच कुछ और है।
Maha Kumbh 2025 – क्या है महाकुंभ का महत्व?
महाकुंभ मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है।
इस साल महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “दिव्य अवसर” बताया है,
जो “विश्वास, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम” के रूप में लाखों लोगों को एकजुट करता है।