सोना हुआ सस्ता, चांदी भी फिसली – निवेशकों को मिली राहत!

चंडीगढ़, 19 अप्रैल: 19 अप्रैल 2025 को सोने-चांदी के बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर इस दिन सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जिसने बीते कई दिनों से लगातार चढ़ रहे भावों से परेशान निवेशकों को कुछ राहत दी है।

 MCX पर सोने के दाम में गिरावट

सुबह 8 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, सोना 0.44% की गिरावट के साथ 95,239 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया।
इसके साथ ही चांदी में भी मामूली गिरावट देखी गई – 0.04% घटकर यह 95,001 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई।

 ताजा रेट्स: कैरेट के हिसाब से सोने की कीमतें

कैरेट प्रति ग्राम कीमत प्रति 10 ग्राम कीमत
24 कैरेट ₹9,773 ₹97,730
22 कैरेट ₹8,960 ₹89,600
18 कैरेट ₹7,331 ₹73,310

यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब 18 अप्रैल को सोने के दाम में उछाल देखा गया था।

  • 24 कैरेट सोने की कीमत 270 रुपये बढ़कर 97,580 रुपये प्रति 10 ग्राम हुई थी।

  • 22 कैरेट सोना 250 रुपये बढ़कर 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था।

लेकिन अब बाजार में थोड़ी नरमी देखी जा रही है।

 प्रमुख शहरों में सोने-चांदी की कीमतें

शहर सोना (10 ग्राम) चांदी (1 किलो)
नई दिल्ली ₹97,730 ₹95,080
मुंबई ₹95,250 ₹95,250
हैदराबाद ₹95,400 ₹95,400
चेन्नई ₹95,520 ₹95,520

इन शहरों में स्थानीय टैक्स, मेकिंग चार्ज और ज्वैलर्स की मार्जिन अलग-अलग होने के कारण दामों में मामूली अंतर रहता है।

 निवेशकों के लिए क्या मायने रखती है यह गिरावट?

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट वैश्विक आर्थिक संकेतकों, डॉलर की चाल और कच्चे तेल की कीमतों जैसे कई कारकों पर निर्भर है।

  • कीमतों में यह नरमी नए निवेशकों के लिए एक एंट्री पॉइंट साबित हो सकती है।

  • जिन लोगों ने ऊंचे भाव पर खरीदारी की थी, उन्हें फिलहाल धैर्य रखना चाहिए क्योंकि सोने की कीमतें दीर्घकाल में स्थिर निवेश का प्रतीक मानी जाती हैं।

क्या आगे और गिरावट संभव है?

विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव कम होता है और डॉलर मजबूत होता है, तो सोने के भाव में और गिरावट आ सकती है।
हालांकि, बाजार में अनिश्चितता बनी रहने की स्थिति में सोना फिर से चढ़ सकता है, खासकर अगर भू-राजनीतिक परिस्थितियाँ या मुद्रास्फीति तेज़ होती है।

19 अप्रैल को सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट ने बाजार में एक सकारात्मक संकेत दिया है।
हालांकि यह गिरावट बड़ी नहीं है, लेकिन यह एक संकेत हो सकता है कि अब कीमतें स्थिरता की ओर बढ़ रही हैं। निवेशकों के लिए यह वक्त है सतर्कता के साथ अवसर तलाशने का।