चंडीगढ़, 12 मई: देश के कृषि परिदृश्य में एक सकारात्मक संकेत देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कृषि भवन में उच्च स्तरीय बैठक कर देश की खाद्यान्न स्थिति और फसली प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को किसानों के लिए भुगतान प्रक्रिया में तेजी लाने के स्पष्ट निर्देश दिए और यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसान अपनी फसल के मूल्य के लिए इंतजार न करें।
धान और गेहूं का रिकॉर्ड स्टॉक – आत्मनिर्भरता की दिशा में मज़बूती
बैठक में कृषि मंत्री को बताया गया कि देश के पास वर्तमान में चावल और गेहूं का भंडारण बफर मानकों से कहीं अधिक है:
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चावल:
बफर मानक – 135.80 एल.एम.टी.
वास्तविक स्टॉक – 389.05 एल.एम.टी. -
गेहूं:
बफर मानक – 74.60 एल.एम.टी.
वास्तविक स्टॉक – 177.08 एल.एम.टी.
कुल खाद्यान्न स्टॉक 566.13 एल.एम.टी., जबकि न्यूनतम आवश्यकता 210.40 एल.एम.टी. है — यह देश की खाद्य सुरक्षा के लिहाज से सशक्त स्थिति दर्शाता है।
बुआई में जबरदस्त वृद्धि: धान, दलहन, प्याज, आलू सभी में इजाफा
ग्रीष्मकालीन सीजन (2 मई 2025 तक) में फसलों की बुआई में पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है:
फसल | वर्ष 2023-24 | वर्ष 2024-25 | वृद्धि (लाख हेक्टेयर में) |
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धान | 28.57 | 32.02 | 3.44 |
दलहन | 18.47 | 20.67 | 2.20 |
मूंग | — | — | 1.70 |
उड़द | — | — | 0.50 |
प्याज | 9.76 | 12.58 | 2.82 |
आलू | 19.56 | 20.03 | 0.47 |
केंद्रीय मंत्री ने इस पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह वृद्धि भारत की कृषि उत्पादन क्षमता और किसानों के उत्साह को दर्शाती है।
किसानों को फौरन भुगतान हो – शिवराज सिंह का सख्त संदेश
चना, मसूर, उड़द और अरहर जैसे दलहनी फसलों की खरीद पर जोर देते हुए श्री चौहान ने यह स्पष्ट किया:
“किसानों को उनकी उपज का मूल्य समय पर मिलना चाहिए। भुगतान प्रक्रिया को और अधिक मजबूत और तेज़ किया जाए।”
उन्होंने MSP पर खरीद और वास्तविक भुगतान के बीच के अंतर को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
जलाशयों और मौसम की स्थिति अनुकूल
बैठक में यह भी बताया गया कि देश में:
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जलाशयों में कुल संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि से 117% अधिक है।
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यह पिछले 10 वर्षों के औसत से भी 114% अधिक है।
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इससे सिंचाई और आगामी फसलों के लिए मौसम व जल की स्थिति आशाजनक बनी हुई है।
उपस्थित अधिकारी
बैठक में कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी, अतिरिक्त सचिव मनिंदर कौर द्विवेदी, कृषि आयुक्त पी.के. सिंह सहित मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।