Shiromani Akali Dal: दो पूर्व MP आमने-सामने, गुटों में तनाव बढ़ा, आंदोलन की घोषणा और संविधानिक मुद्दों पर बहस

पंजाब की 104 साल पुरानी एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी Shiromani Akali Dal में बंटाव तेज़ी से बढ़ रहा है। पार्टी के एक गुट का नेतृत्व पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा कर रहे हैं, जबकि Sukhbir Singh Badal के समर्थक पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री बलविंदर सिंह भुंडड़र दूसरे गुट के प्रभारी हैं।

पार्टी अध्यक्ष Sukhbir Badal के इस्तीफे की मांग पर एड्रिया चंदूमाजरा के नेतृत्व वाले गुट ने 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब से Shiromani Akali Dal बचाऊ आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है और भुंडर ने बागी नेताओं को बैठकर बहस करने की चुनौती दी है।

प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा का कहना है कि Shiromani Akali Dal का एक लंबा इतिहास है। यह पार्टी संघर्षों के रास्ते पर चलकर देश और दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। लेकिन त्यागियों वाली यह पार्टी हाईकमान की कमियों और खामियों के कारण गद्दी से उतर गई है। उन्होंने कहा कि कई नेता चाहते हैं कि Sukhbir Badal उन नेताओं और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपना पद छोड़ दें।

ऐसे में पार्टी टूट से बच सकती है। चंदूमाजरा ने कहा कि वह पार्टी नेताओं के साथ एक जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब जाएंगे और खामियों व कमियों के लिए माफी मांगेंगे। इसके साथ ही Shiromani Akali Dal बचाऊ आंदोलन शुरू किया जाएगा ताकि पार्टी को फर्श से अर्श तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जो नेता चुपचाप बैठे सब कुछ देख रहे हैं, वे भी एक जुलाई को सुबह 11 बजे श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचेंगे।

दूसरी ओर, Sukhbir Badal गुट का प्रतिनिधित्व कर रहे पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री बलविंदर सिंह भुंड़र ने कहा कि पार्टी संविधान से चलती है और निजी मामलों से नहीं। बागी नेताओं को कोई भी पार्टी विरोधी कार्रवाई करने के बजाय बैठकर बहस करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 104 साल पुरानी यह पार्टी शहीदों के बलिदान से बनी है। उन्होंने कहा कि जो हमारे साथ इस समय में खड़ा है, वही हमारा है। पार्टी पर हमले कोई नई बात नहीं है। पहले भी पार्टी इस तरह के हमलों को सहकर बुलंदियों तक पहुंची है और Sukhbir Badal के नेतृत्व में फिर से बुलंदियों पर पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि इस तरफ 2 नेता हैं और उस तरफ 40 नेता हैं। Shiromani Akali Dal सर्वसम्मत निर्णय में विश्वास रखता है। बागी नेताओं को बैठकर चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने रुख पर कायम है और किसी भी कीमत पर BJP से समझौता नहीं करेगी।

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