Navratri 2024: चौथे दिन देवी कुश्मांडा की आराधना

Shardiya Navratri 2024 Day 4:  चलिए आज आपको बताते है नवरात्री के चौथे दिन का महत्त्व –

नवरात्रि के चौथे दिन का विशेष महत्व होता है, जो विनायक चतुर्थी के साथ मेल खाता है।

इस दिन भक्त भगवान गणेश की पूजा करते हैं, ताकि वे अपनी सभी कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकें।

भक्त भगवान गणेश से आशीर्वाद मांगते हैं, क्योंकि वे विघ्नहर्ता और समृद्धि के देवता माने जाते हैं।

Shardiya Navratri 2024 Day 4 : भगवान गणेश को फल, मिठाई और फूल अर्पित

इस दिन भक्त भगवान गणेश को फल, मिठाई और फूल अर्पित करते हैं।

गणेश पूजा का यह विशेष अवसर न केवल आध्यात्मिक महत्व रखता है,

बल्कि यह सभी कार्यों में सफलता की प्राप्ति का भी प्रतीक है।

भक्त गणेश की आरती करते हैं और उनके मंत्रों का जाप करते हैं, जिससे उनके मन में भक्ति और श्रद्धा का संचार होता है।

इसके अलावा, इस दिन देवी कुश्मांडा की भी पूजा की जाती है।

देवी कुश्मांडा को ऊर्जा और शक्ति की देवी माना जाता है।

उनकी आराधना से भक्तों को मानसिक और शारीरिक शक्ति प्राप्त होती है, जो उनके जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार करती है।

चौथे दिन भक्त नारंगी रंग के कपड़े पहनते

चौथे दिन का रंग नारंगी होता है, जो उत्साह और गर्मजोशी का प्रतीक है।

नारंगी रंग हमें जीवन में खुशी और सकारात्मकता का अनुभव कराता है।

इस दिन भक्त नारंगी रंग के कपड़े पहनते हैं, जो उनके मन में उत्साह और उमंग का संचार करता है।

इस दिन की विशेष पूजा और रंग के माध्यम से भक्त देवी कुश्मांडा और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

भक्तों का मानना है कि इस दिन की पूजा से उन्हें अपने जीवन में सुख, समृद्धि और खुशियों की प्राप्ति होती है।

इस प्रकार, नवरात्रि का चौथा दिन हमें भगवान गणेश की बुद्धि और शक्ति के साथ-साथ देवी कुश्मांडा की ऊर्जा का संदेश देता है।

भक्त इस दिन को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं,

जिससे उनके जीवन में हर कार्य में सफलता और सकारात्मकता का संचार होता है।

(Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, Newspedia24 इसकी पुष्टि नहीं करता है)

Ankush Luthra:

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