Classical Music Festival – पटियाला के उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में बुधवार शाम चार दिवसीय शास्त्रीय संगीत समारोह का रंगारंग आगाज हुआ।
शास्त्रीय संगीत की इस विरासत को पुनर्जीवित करने और पटियाला घराने की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाने का यह प्रयास कलाप्रेमियों के सहयोग से सफल होने का संदेश देता है।
उद्घाटन समारोह का विधिवत शुभारंभ प्रोफेसर डॉ. सुरिंदर कपिला ने किया।
पहले दिन खयाल और ठुमरी के लिए मशहूर शांतनु भट्टाचार्य ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भारतीय शास्त्रीय संगीत में अद्भुत प्रतिभा के धनी शांतनु ने अपने सुरों से समारोह में एक खास ऊर्जा भर दी।
उन्होंने अपनी मां से प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद पटियाला घराने के प्रमुख गुरुओं से तालीम हासिल की।
शांतनु ने हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन और आकाशवाणी जैसे प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
साथ ही, वे विश्व स्तर पर अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों में भी भारत की संगीत विरासत का परचम लहरा चुके हैं।
Classical Music Festival – तन्मय देवचाके की हारमोनियम प्रस्तुति
पहले दिन हारमोनियम वादक तन्मय देवचाके ने भी अपनी शानदार प्रस्तुति से श्रोताओं का दिल जीत लिया।
महाराष्ट्र के अहमदनगर से ताल्लुक रखने वाले तन्मय भारतीय शास्त्रीय संगीत
और समकालीन शैली के अनूठे संगम के लिए जाने जाते हैं।
उनकी कला उनके गुरुओं और परिवार की संगीत परंपरा का सजीव उदाहरण है।
आगामी प्रस्तुतियां
गुरुवार को संगीत प्रेमियों के लिए पंडित राजेंद्र प्रसन्ना के बांसुरी वादन, डॉ. अलंकार सिंह की गायकी
और सितार वादक गुंजन चन्ना की प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण होंगी।