चंडीगढ़, 28 फरवरी: राजकीय महाविद्यालय, कालका में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) द्वारा सेक्सुअल हैरेसमेंट विषय पर एक दिवसीय जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्राचार्या प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
छात्र-छात्राओं ने किया जागरूकता अभियान
इस कैंप के दौरान विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन किया, जिसमें यौन उत्पीड़न से जुड़े विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा, आसपास के गांवों में जागरूकता रैली निकाली गई, जहां ग्रामवासियों को सेक्सुअल हैरेसमेंट के प्रति सतर्क रहने और कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई।
महिला सुरक्षा से जुड़े कानूनों की दी गई जानकारी
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने महिलाओं को यौन उत्पीड़न से संबंधित महत्वपूर्ण कानूनों और उनके अधिकारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यौन उत्पीड़न केवल शारीरिक छेड़छाड़ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें गलत नजरों से देखना, अभद्र भाषा का उपयोग करना, अश्लील फोटो या संदेश भेजना भी शामिल है।
अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354A के तहत उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
एनएसएस प्रभारी और शिक्षकों का सहयोग
इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की प्रभारी डॉक्टर सरिता रानी और प्रोफेसर सोनू कुमार के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने छात्रों को इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी और सभी को यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया।
समाज में बदलाव लाने का संकल्प
इस जागरूकता अभियान के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति सचेत करने का संकल्प लिया।
इस तरह के कार्यक्रम महिलाओं और युवाओं को अपने अधिकारों की जानकारी देने के साथ-साथ एक सुरक्षित समाज बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।