चंडीगढ़, 17 जून: सप्ताह की शुरुआत के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजारों ने थोड़ी मजबूती के साथ शुरुआत की, लेकिन जल्द ही मुनाफावसूली और वैश्विक तनावों के कारण यह मजबूती टिक नहीं सकी। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में गिरावट दर्ज की गई, खासकर फार्मा, हेल्थकेयर और कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर पर अधिक दबाव देखने को मिला।
सुबह 9:28 बजे तक की स्थिति:
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बीएसई सेंसेक्स: 194.71 अंक टूटकर 81,601.44 पर
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एनएसई निफ्टी: 69 अंक गिरकर 24,877.50 पर
यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब ईरान-इज़रायल संघर्ष एक बार फिर भड़कता दिख रहा है, जिससे वैश्विक निवेश धारणा पर असर पड़ा है।
वैश्विक तनावों का असर, लेकिन बाजार पूरी तरह नहीं डगमगाया
Geojit Investments के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वी. के. विजयकुमार का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता होने के बावजूद अभी बाजार में किसी बड़ी गिरावट की संभावना कम है। उन्होंने कहा:
“CBOE VIX यानी अमेरिकी वोलैटिलिटी इंडेक्स में गिरावट दिखा रही है कि निवेशक फिलहाल घबराए नहीं हैं। जब तक पश्चिम एशिया का संकट युद्ध के स्तर तक नहीं पहुंचता, भारतीय बाजार पर सीमित असर ही पड़ेगा।”
FII vs DII: कौन बेच रहा है, कौन खरीद रहा है?
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बीते 4 कारोबारी सत्रों में:
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FII (विदेशी निवेशक) ने ₹8,080 करोड़ की बिकवाली की
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DII (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने ₹19,800 करोड़ की खरीदारी कर ली
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यह आंकड़े दिखाते हैं कि घरेलू निवेशकों ने विदेशी बिकवाली को पूरी तरह से संतुलित कर दिया है। SIP के ज़रिए रिटेल निवेशकों का लगातार निवेश आना DII को मज़बूती दे रहा है।
कौन से शेयर रहे हरे निशान पर?
शेयर | फायदा (%) |
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NTPC | +0.63% |
कोटक महिंद्रा बैंक | +0.61% |
एक्सिस बैंक | +0.54% |
एशियन पेंट्स | +0.43% |
अडानी पोर्ट्स | +0.31% |
कहाँ दिखी कमजोरी?
शेयर | गिरावट (%) |
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इंडसइंड बैंक | -1.22% |
सन फार्मा | -1.10% |
बजाज फाइनेंस | -1.03% |
टाइटन कंपनी | -0.99% |
बजाज फिनसर्व | -0.95% |
तकनीकी विश्लेषण क्या कहता है?
निफ्टी के लिए तकनीकी चार्ट्स पर दो महत्वपूर्ण स्तर उभरकर सामने आ रहे हैं:
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सपोर्ट (समर्थन): 24,500
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रेज़िस्टेंस (प्रतिरोध): 25,000
डॉ. विजयकुमार के अनुसार,
“हालांकि सतर्क रहना ज़रूरी है, लेकिन मौजूदा बाजार में बने रहना और हर गिरावट पर लंबी अवधि के लिए खरीदारी करना समझदारी भरा कदम हो सकता है।”
निवेशक क्या करें?
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो बाजार की इस हल्की गिरावट को खरीदारी का मौका मान सकते हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में।
बाजार में उतार-चढ़ाव से घबराकर निवेश निर्णय न लें—पोर्टफोलियो को विविध बनाएं।