चंडीगढ़, 31 मई: भगवान शिव के भक्तों के लिए साल का सबसे पावन और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा समय सावन का महीना होता है। श्रावण मास, जिसे आम बोलचाल में सावन कहा जाता है, वह समय होता है जब श्रद्धा और भक्ति की गंगा हर घर और हर मंदिर में बहने लगती है।
सावन का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक भी है। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान विष्णु चातुर्मास के दौरान योगनिद्रा में चले जाते हैं, तब जगत के पालन और संचालन की जिम्मेदारी भगवान शिव और माता पार्वती संभालते हैं। ऐसे में श्रावण मास भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम अवसर माना जाता है।
सावन 2025 कब से शुरू हो रहा है?
सनातन पंचांग और हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, साल 2025 में श्रावण मास की शुरुआत 11 जुलाई शुक्रवार से होगी और इसका समापन 9 अगस्त शनिवार को होगा। यह माह कुल 30 दिनों का होगा।
सावन के चार पवित्र सोमवार व्रत – जानें तिथियाँ
सावन में आने वाले सोमवार व्रत को विशेष पुण्यदायी माना गया है। कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से इन व्रतों का पालन करते हैं, भगवान शिव उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। वर्ष 2025 में कुल 4 सावन सोमवार होंगे:
-
पहला सावन सोमवार व्रत: 14 जुलाई 2025
-
दूसरा सावन सोमवार व्रत: 21 जुलाई 2025
-
तीसरा सावन सोमवार व्रत: 28 जुलाई 2025
-
चौथा सावन सोमवार व्रत: 4 अगस्त 2025
कैसे करें सावन सोमवार की पूजा?
जो भक्त मंदिर नहीं जा पाते, वे घर पर ही पार्थिव शिवलिंग बनाकर विधिपूर्वक पूजा कर सकते हैं। यह शिवलिंग मिट्टी या गीली मिट्टी से बनाकर भगवान शिव का आह्वान किया जाता है। पूजा के बाद इसे जल में प्रवाहित करना शास्त्रों में वर्णित है।
पूजन सामग्री में शामिल करें:
-
गंगाजल
-
दूध
-
दही
-
घी
-
शहद
-
बिल्व पत्र
-
सफेद वस्त्र
-
धूप, दीप
-
नैवेद्य
-
चंदन
-
ऋतुफल
-
आक और धतूरा के फूल
-
अक्षत (चावल)
इन समर्पणों के साथ “ॐ नमः शिवाय” का जप करना अत्यंत फलदायी माना गया है।
श्रद्धा से जुड़ी मान्यता
सावन सोमवार को व्रत रखने वाले जातक अगर पूरी श्रद्धा से भगवान शिव की उपासना करें तो जीवन की हर परेशानी, आर्थिक संकट, वैवाहिक अड़चनें और मानसिक द्वंद्व स्वतः समाप्त होने लगते हैं। यह मास विशेषकर कन्याओं के लिए भी अत्यंत शुभ माना जाता है, जो उत्तम जीवनसाथी की कामना से व्रत रखती हैं।
संक्षिप्त जानकारी एक नजर में:
श्रावण मास प्रारंभ | 11 जुलाई 2025 (शुक्रवार) |
---|---|
श्रावण मास समापन | 9 अगस्त 2025 (शनिवार) |
सावन सोमवार की संख्या | 4 सोमवार |
व्रत तिथियाँ | 14, 21, 28 जुलाई व 4 अगस्त |